शनिवार, अक्तूबर 22, 2011

अच्छी फिल्में दर्शकों की पसंद पर हमेशा खरी उतरती है - दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’



भोजपुरी फिल्मों के किंग दिनेशलाल यादव ‘‘निरहुआ’’ सफलता के पयार्य बन चुके हैं। आज उनकी हर फिल्म को दर्शकों का पूरा-पूरा प्यार मिलता है। दर्शकों के पसंदीदा होने के साथ-साथ निरहुआ हर निर्माता-निर्देशक के भी पसंदीदा हैं। लगातार 5 वर्षों से भोजपुरी के न0.1 नायक निरहुआ का डंका बाॅक्स आॅफिस पर इस वर्ष भी जारी है। उनकी प्रदर्शित सभी 5 फिल्मों को दर्शकों ने बाॅक्स आॅफिस पर हिट साबित किया है। इस वर्ष निरहुआ ने अपने होम प्रोडक्शन निरहुआ इंटरटेनमेंट प्रा. लि. के बैनर तले ‘‘औलाद’’ जैसी फिल्म का निर्माण भी किया। इस साफ सुथरी फिल्म की सफलता व इस वर्ष ‘दिलजले’’, ‘दुशमनी’, आखिरी रास्ता, व हालिया प्रदर्शित ‘‘निरहुआ मेेल’ की सफलता से उत्साहित निरहुआ इन दिनों दीपक सांवत की भोजपुरी फिल्म ‘गंगा देवी’ की शुटिंग में व्यस्त हैं पिछले दिनों उनसे बातचीत हुई प्रस्तुत है। प्रमुख अंश -ः
प्रश्न ः सबसे पहले दिनेश जी आप दीपावली से जुड़े कुछ यादे बताएँ?
उत्तर ः दीपावली तो हर वर्ष खास रहता है। वे हमेशा हमारे जीवन में रोशनी लेकर आता है। मेरी 2006 की दीपावली सबसे यादगार रही थी इसलिए क्योंकि उसी दिन मैने अपनी पहली गाड़ी इनोवा खरीदी थी। वह खुशी आज भी सोच कर आनंदित हो जाता हूँ।

प्रश्न ः लगातार 5 वर्षों से आप भोजपुरी फिल्मों के नं. 1 नायक हैं व इस वर्ष 2011 में भी अब तक 5 सफल फिल्में दे चुके हैं। क्या कारण है इस सफलता की?

उत्तर ः सबसे पहले तो यह माता का आशिर्वाद, बड़े बुजुर्गों की प्रार्थना और छोटे के प्यार का कारण है। इसके अलावा मेरे द्वारा अच्छी टीम का चुनाव है जो लग्न, मेहनत व ईमानदारी के साथ काम करती है। अच्छी कहानी, उनकी अच्छी टीम, उम्दा निर्देशक- निर्माता का चुनाव ही सफलता की राह है। एक कारण और है कि मेरी सभी फिल्मों में हर वर्ग के लिए मनोरंजन भरपूर होता है। इस वर्ष भी सभी पाँचों फिल्मों की सफलता सही चुनाव व मनोरंजन योग्य फिल्मों का निर्माण का कारण है।
प्रश्न ः आपने अपने होम प्रोडक्शन निरहुआ इंटरटेनमेंट प्रा. लि. के बैनर तले एक संपूर्ण पारिवारिक फिल्म ‘औलाद’ का निर्माण किया। आमतौर पर पारिवारिक फिल्में बाॅक्स आॅफिस पर नहीं चलती लेकिन औलाद ने सफलता पायी? आप इसके सफलता के प्रति कितने आशवस्त थे?
उत्तर ः देखिए मेरा मानना है कि अच्छी फिल्में दर्शकों की पसंद पर हमेशा खरी उतरती है। ‘‘औलाद’’ एक पारिवारिक फिल्म के साथ-साथ मनोरंजक फिल्म भी थी, इस फिल्म में हर वर्ग के दर्शक के लिए मनोरंजन था और संदेश भी। सो दर्शकों ने फिल्म को सफल कराया। फिल्म ने बिहार, यु.पी. के कई सिनामों घरों में पचास दिवस मनायी। पारिवारिक फिल्में भी मनोरंजन के साथ परोसी जाएगी तो सफलता 100 प्रतिशत मिलेगी। ऐसा ‘औलाद’ ने साबित कर दिया।

प्रश्न ः आपकी फिल्म ‘‘बिदेसिया’’ की काफी चर्चा है? क्या कहेंगे?
उत्तर ः ‘‘बिदेसिया’’ भिखारी ठाकुर की कृति ‘‘बिदेसिया’’ पर बनी फिल्म है। इस फिल्म का निर्माण अभय सिन्हा व महुआ मल्टीमिडिया ने मिलकर किया है। फिल्म में मधुर गीत-संगीत व कई भावपूर्ण दृश्य देखने को मिलेंगे। फिल्म का निर्देशन छोटे पर्दे के चर्चित निर्देशक रंजन सिंह ने किया है। फिल्म में पाखी हेगड़े व छवि पांडेय मेरी नायिकाँए हैं।
प्रश्न ः ‘‘प्रतिज्ञा’ के बाद आपकी व पवन सिंह की जोड़ी एक बार फिर से ‘‘खून पसीना’’ में दिखेंगी? क्या कहेंगे?
उतर ः पवन के साथ काम करना काफी अच्छा लगता है। मैं व पवन गायिकी के समय से एक दूसरे को जानते हैं। ‘‘प्रतिज्ञा’’ के बाद हमारी जोड़ी रामाकान्त प्रसाद की ‘‘खून पसीना’’ में नजर आएगी। इस फिल्म में एक्शन का जबरदस्त तड़का देखने को मिलेगा। फिल्म का निर्माण हिन्दी फिल्मों के निर्माता बालाभाई ने किया है। पवन व मेरी जोड़ी निमाता अभय सिन्हा की अनिल अजिताभ निर्देशित ‘‘एक दूजे के लिए’’ में भी देखने को मिलेगी। इस फिल्म की शुटिंग चालू है। मुझे उम्मीद है कि ये दोनों फिल्में भी ‘‘प्रतिज्ञा’’ जैसी हिट होंगी।
प्रश्न ः भोजपुरी फिल्मों के ंिकंग कहने पर कैसा लगता है?
उत्तर ः दर्शकों ने ये उपाधि दी है। सुनकर बहुत ही अच्छा लगता है। साथ ही ये तगमा जिम्मेवार भी बना डालता है। हर वक्त दर्शकों के उम्मीद पर खड़ा रहने के लिए लगातार मेहनत के लिए प्रेरित भी करता है।

प्रश्न ः इन दिनो क्या कर रहे हैं?

उत्तर ः इन दिनों मैं अमिताभ बच्चन जी के मेकअप मैन दीपक सांवत की फिल्म ‘‘गंगा देवी’’ की शुटिंग में व्यस्त हूँ। इस फिल्म का निर्देशन अभिषेक चड्डा कर रहे हैं। फिल्म में हिन्दी के कई नामचीन अभिनेता भी दिखेंगे।
प्रश्न ः आपकी आने वाली फिल्में?
उतर ः सबसे पहले ‘‘बिदेसिया’’ आएगी फिर ‘‘खून पसीना’’। इसके अलावा मैं जगदीश वर्मा की ‘‘एक बिहारी सौ पर भारी’’ भी कर रहा हूँ। वितरक राजेश-पप्पू, निर्देशक असलम शेख की फिल्म भी कर रहा हूँ।
प्रश्न ः भोजपुरी सिनेमा का भविष्य कैसा देखते हैं?
उतर ः काफी अच्छा भविष्य है। दर्शक भोजपुरी फिल्मों को देख रहे हैं और अपना पूरा प्यार दे रहे हैं। हमें जरूरत है गुणवतापूर्ण व अच्छी फिल्में बनाने की। दर्शकों की अच्छी मनोरंजक फिल्में देने की।

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