गुरुवार, दिसंबर 30, 2010

अजय दीक्षित बने बागी


एक रात की कहानी - बागी
आम तौर पर भोजपुरी फिल्मो के निर्माता निर्देशक लीक से हटकर फिल्म बनाने पर भरोसा नहीं करते हैं . लटके झटके को ही फिल्म मानने वाले उन फिल्मकारों को जवाब दे रहे हैं लेखक निर्देशक ए.आर.सरकार जिन्होंने मात्र एक रात की एक अनूठी कहानी को भोजपुरिया परदे पर पेश करने का फैसला किया है. बागी नाम की इस फिल्म में बागी के किरदार में हैं अजय दीक्षित जिन्हें उनकी पहली फिल्म बेटवा बाहुबली में ही सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. जबकि उनका साथ दे रही है गुंजन कपूर. डी आर जे एन फिफ्टी सिस प्रोडक्शन एंड ए जे एम फिल्म्स एंड स्कूल डिविजन व अशोक जैन द्वारा प्रस्तुत बागी के निर्माता ए.आर.सरकार, शकील खान और मंसूर आज़मी हैं. सरकार के अनुसार बागी आम भोजपुरिया फिल्मो से कई मायनों में अलग है क्योंकि एक रात की कहानी वाली इस फिल्म में सभी घटनाक्रम को मोती की माला की तरह पिरोया गया है और कहानी के मांग पर गानों का चयन किया गया है. पिछले दिनों इस फिल्म की संगीतमय शुरुवात संगीतकार राज इन्दर राज के द्वारा संगीतबद्ध किये गए गाने के साथ किया गया . सरकार के अनुसार अगले माह फिल्म की शूटिंग शुरू होगी.

अजय दीक्षित बने बागी


एक रात की कहानी - बागी
आम तौर पर भोजपुरी फिल्मो के निर्माता निर्देशक लीक से हटकर फिल्म बनाने पर भरोसा नहीं करते हैं . लटके झटके को ही फिल्म मानने वाले उन फिल्मकारों को जवाब दे र हैं लेखक निर्देशक ए.आर.सरकार जिन्होंने मात्र एक रात की एक अनूठी कहानी को भोजपुरिया परदे पर पेश करने का फैसला किया है. बागी नाम की इस फिल्म में बागी के किरदार में हैं अजय दीक्षित जिन्हें उनकी पहली फिल्म बेटवा बाहुबली में ही सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. जबकि उनका साथ दे रही है गुंजन कपूर. डी आर जे एन फिफ्टी सिस प्रोडक्शन एंड ए जे एम फिल्म्स एंड स्कूल डिविजन व अशोक जैन द्वारा प्रस्तुत बागी के निर्माता ए.आर.सरकार, शकील खान और मंसूर आज़मी हैं. सरकार के अनुसार बागी आम भोजपुरिया फिल्मो से कई मायनों में अलग है क्योंकि एक रात की कहानी वाली इस फिल्म में सभी घटनाक्रम को मोती की माला की तरह पिरोया गया है और कहानी के मांग पर गानों का चयन किया गया है. पिछले दिनों इस फिल्म की संगीतमय शुरुवात संगीतकार राज इन्दर राज के द्वारा संगीतबद्ध किये गए गाने के साथ किया गया . सरकार के अनुसार अगले माह फिल्म की शूटिंग शुरू होगी.

मंगलवार, दिसंबर 28, 2010

भोजपुरी को छत्तीसगढ़ का सलाम



मुख्यमंत्री डॉक्टर रमण सिंह ने किया रवि किशन का सम्मान
भोजपुरी फिल्म जगत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी अन्य प्रदेश की सरकार ने भोजपुरी के किसी अभिनेता को कला सम्राट सामान से नवाजा है. छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर गवाह बनी इस अनूठे समारोह की जहां मुख्यमंत्री डॉक्टर रमण सिंह ने भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन का सम्मान भोजपुरी बोल कर किया . रायपुर के होटल गोल्डेन टूलिप में आयोजित इस भव्य समारोह में रवि किशन को छत्तीसगढ़ी फिल्म में काम करने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के हाथो सम्मानित किया गया .
सोमवार की शाम छत्तीसगढ़ सरकार के कई मंत्री और रायपुर की महापौर किरणमयी नायक की मौजूदगी में रवि किशन को यह सम्मान दिया गया . सम्मान स्वरुप उन्हें सम्मान चिह्न के अलावा एक लाख रूपए की राशि भी प्रदान की गयी. इस मौके पर डॉ. रमण सिंह ने रवि किशन की तारीफ़ करते हुए उन्हें कला का जादूगर बताया और कहा की रवि किशन ने ही भोजपुरी फिल्मो को बिहार उत्तर परदेश की सीमा से निकाल पूरी दुनिया तक पहुचाया और अब छत्तीसगढ़ी फिल्म जगत को भी वो भोजपुरी की तरह देश और दुनिया में सम्मान दिलाएंगे. उन्होंने कहा की रवि किशन के आने से छत्तीसगढ़ फिल्म उद्योग की दिशा और दशा दोनों बदल जाएगी. अपने सम्मान से भाव विह्वल रवि किशन ने अपने भाषण में भोजपुरी माटी को सलाम करते हुए कहा की इसी माटी ने उसे इस लायक बनाया की आज दुसरे प्रदेश के लोग भी भोजपुरी को सम्मान की नज़र से देख रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की की अगर छत्तीसगढ़ी फिल्मो को भी मराठी और गुजरती फिल्मो की तरह सबसीडी मिले और सरकारी संगरक्षण मिले तो नि संदेह यहाँ भी स्तरीय फिल्मे बनेगी. मुख्यमंत्री ने रवि किशन की इस मांग को गंभीरता से लेते हुए कहा की जल्द ही इस पर कोई ना कोई ठोस निर्णय लिया जायेगा.
उल्लेखनीय है की रवि किशन इन दिनों देश की लगभग सभी भाषा की फिल्मो में काम कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ और भोजपुरी में एक साथ बन रही फिल्म धुरंधर में वो मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. इस फिल्म की पूरी शूटिंग छत्तीसगढ़ के खुबसूरत लोकेशनो पर चल रही है. सम्मान समारोह में अभिनेत्री संगीता तिवारी , ब्रिजेश त्रिपाठी सहित पूरी यूनिट को सम्मानित किया गया.

बुधवार, दिसंबर 15, 2010

मिथिलेश सिंह को मिला एक वरदान


पिछले पचीस साल से बिहार रंगमंच से जुड़े रहे निर्देशक मिथिलेश सिंह को एक वरदान मिल गया है. जी हाँ लगभग दस हजार नाटक का निर्देशन कर रहे मिथिलेश सिंह अब एक वरदान नामक फिल्म का निर्देशन करने जा रहे हैं. मधुसुदन क्रियेशन के बैनर तले बन रही इस फिल्म के निर्माता दिवाकर दवेदी और आनंद मिश्रा हैं . इस फिल्म की शुरुवात राजेश रजनीश के संगीत निर्देशन में इंदु सोनाली द्वारा गाये गाने के साथ हुई. इस मौके पर भोजपुरी फिल्मो के महानायक कुनाल सिंह , फिल्म के अभिनेता अनिल सम्राट , प्रकाश जैस, विष्णु शंकर वेलु, सहित फिल्म जगत से जुड़े अनेक लोग मौजूद थे. फिल्म में अनिल सम्राट के साथ रिंकू घोष मुख्य भूमिका में हैं. अनिल सम्राट इसके पहले कई सफल फिल्मो के निर्माण के साथ साथ बतौर हीरो दरार में भी काम कर चुके हैं जबकि उनकी अगली फिल्म पवन राजा जल्द ही फ्लोर पर जाने वाली है. निर्देशक मिथिलेश सिंह के अनुसार एक वरदान की कहानी पूर्व जन्म की कहानी पर आधारित है. फिल्म की नायिका का भाई इस जन्म में सांप बनता है और नायिका को एक वरदान के साथ साथ एक सच्चाई से भी अवगत करता है . वो ही सच्चाई एक शाप बनकर नायिका को परेशान करती है. मिथिलेश सिंह के अनुसार फिल्म की शूटिंग अगले माह शुरू की जायेगी.

मंगलवार, दिसंबर 07, 2010

रवि किशन - पाखी हेगड़े की संतान

स्वरुप फिल्म्स परिवार के बैनर तले बन रही फिल्म संतान की शुरुवात मुंबई में पहले चरण की शूटिंग के साथ हुई . संतान के निर्देशन की कमान संभाली है हैरी फर्नांडिस ने जिन्होंने विधाता , आज के करण अर्जुन, भोजपुरिया भैया जैसी फिल्मो का निर्देशन कर चुके हैं. अपनी अन्य फिल्मो की तरह इस फिल्म में भी हैरी फर्नांडिस ने लेखन का कार्य भी किया है. फिल्म में भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन , पाखी हेगड़े , शुभी शर्मा, अवधेश मिश्रा, अयाज़ खान आदि मुख्य भूमिका में हैं. रवि किशन और पाखी हेगड़े की जोड़ी ने इसी साल लहरिया लूटः ए राजा जी जैसी सुपर हिट फिल्मे दी है . फिल्म के मुहूर्त के अवसर पर निर्माता पुनीत केला, विनीत केला, अनूप कुमार, भोजपुरी फिल्म अवार्ड के संस्थापक विनोद गुप्ता, निर्माता अलोक कुमार, अजय श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे. फिल्म का मुहूर्त क्लेप हिंदी फिल्मो के जाने माने प्रचारक राजू कारिया ने जबकि केमरा का स्विच फिल्म के क्रियेटिव डायरेक्टर अर्नेस्ट फ्रांसिसकन ने ओन किया जबकि नारियल तोड़ फिल्म की शुरुवात पुनीत केला ने की. फिल्म के निर्देशक हैरी फर्नांडिस के अनुसार संतान एक मनोरंजक पारिवारिक फिल्म है . फिल्म में जहाँ रविकिशन, पाखी हेगड़े और शुभी शर्मा का प्रेम त्रिकोण है वहीँ भोजपुरी फिल्म जगत के दो बड़े खलनायक अवधेश मिश्रा और अयाज़ खान का अनोखा रूप भी इस फिल्म में देखने को मिलेगा . फिल्म के गीतों को संगीत से सजाया है गुनवंत सेन ने जबकि गीत लिखे हैं प्यारे लाल यादव, सचिदानंद कवच और श्याम देहाती ने. फिल्म के अन्य कलाकारों में गोपाल राय , के.के.गोस्वामी, प्रतीची मिश्रा, माया यादव, सी.पी.भट्ट, ऋतू पांडे, अनूप अरोरा और बी.के.शर्मा आदि शामिल हैं.

प्रियदर्शनी ने राजा चौधरी को मारा थप्पड़

शराब पीकर अक्सर मारपीट करने वाले अभिनेत्री श्वेता तिवारी के पूर्व पति राजा चौधरी को मंगलवार की सुबह राहुल दुल्हनिया ले जायेंगे से चर्चा में आई प्रियदर्शनी सिंह पर फिरके कसना महंगा पड गया . एक टीवी शो के सिलसिले में अर्जेंटीना जाने के क्रम में मंगलवार की सुबह अंतर राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर राजा के कमेन्ट से तिलमिला प्रियदर्शनी सिंह ने राजा को एक थप्पड़ रसीद कर दिया.
सूत्रों के अनुसार इमेजिन टीवी के शो वाइप आउट की शूटिंग के लिए २२ प्रतियोगियों का एक दल मंगल वार की सुबह अर्जेंटीना जा रहा था . सुबह लगभग तीन बजे राजा चौधरी नशे में धुत्त हवाई अड्डे पर आया . जहाँ उसकी मुलाकात प्रियदर्शनी से हुई , बातचीत के दौरान राजा ने कुछ ऐसी बात कह दी जिससे प्रियदर्शनी सिंह भड़क उठी और उसने राजा चौधरी को भला बुरा कहना शुरू कर दिया. नशे में धुत्त राजा को बर्दास्त नहीं हुआ की कोई लड़की सारे आम उसे भला बुरा कहे , इसीलिए उसने गाली बकना शुरू कर दिया . बात इतनी बढ़ गयी की प्रियदर्शनी ने राजा को एक थप्पड़ रसीद कर दी.. हालांकि शो से जुड़े लोगो ने इस बात का खंडन किया है की प्रियदर्शनी ने उस पर हाथ उठाया , लेकिन उन्होंने दबी जुबान में स्वीकार किया की हवाई अड्डे पर गाली गलोज हुई थी.

शुक्रवार, दिसंबर 03, 2010

मार देब गोली ........को मिली अच्छी शुरुवात


काफी दिनों से एक हिट फिल्म की तलाश में भटक रही भोजपुरी फिल्म जगत के लिए शुक्रवार का दिन खुशखबरी लेकर आया, क्योंकि इस दिन रिलीज़ हुई भोजपुरी फिल्म मार देब गोली केहू ना बोली को अच्छी शुरुवात मिली है . भोजपुरी के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन , भोजपुरिया काजोल गुंजन पन्त , नया सितारा दीपक दुबे, कल्पना शाह , किरण कुमार व ब्रिजेश त्रिपाठी अभिनीत इस फिल्म की निर्मात्री पायल दुबे व निर्देशक जगदीश शर्मा है. जीतेश दुबे प्रस्तुत मार देब गोली केहू ना बोली बिहार के लगभग पचीस व मुंबई के पंद्रह सिनेमा घरो में एक साथ रिलीज़ हुई. बिहार में तो इस फिल्म की शुरुवात काफी आश्चर्य जनक रही. सीतामढ़ी के शंकर सिनेमा घर में पहले शो में फिल्म ने ९६०० रूपये का व्यवसाय किया है जबकि सिनेमाघर की क्षमता ४६०० रुपये की है. बिहार के अन्य सिनेमाघरों में भी कमोबेश यही स्तिथी है. मुंबई में भी इस फिल्म को अपार दर्शक मिल रहा है. उल्लेखनीय है की सीतामढ़ी का शंकर सिनेमाघर रवि किशन के लिए काफी लकी रहा है. उनकी पिछली फिल्म देवरा बड़ा सतावेला इस सिनेमाघर में लगातार २०० दिन चलने का रिकोर्ड बना चुकी है. भगवान् शंकर के भक्त रविकिशन ने फिल्म के बारे में बताया की फिल्म में वो पुलिस अधिकारी की भूमिका में हैं जो बिहार के एक इलाके में चल रहे जंगल राज के खात्मे के लिए जाते हैं...दीपक दुबे भी फिल्म में एक पुलिस इन्स्पेक्टर की भूमिका में हैं . मार देब ...में रवि किशन - गुंजन पन्त का रोमांस भी काफी दर्शनीय है. काल्पन शाह इस फिल्म में टीवी रिपोर्टर की भूमिका में हैं.

शनिवार, नवंबर 20, 2010

मराठी सिनेमा में भोजपुरिया धमक


कला और कलाकार किसी भाषा वाद या प्रांत वाद से परे होते हैं . इस सत्य को पुख्ता किया है भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन ने , जो जल्द ही नज़र आने वाले है निर्माता शंकर निकालजे की मराठी फिल्म अशी ही हेराफेरी में. फिल्म में रवि किशन के अपोजिट होंगे कविता कौशिक . रवि किशन ने हाल ही में एक साक्षात्कार में इच्छा जताई थी की अवसर मिला तो वो मराठी फिल्म भी करना चाहेंगे. शंकर निकालजे ने अपनी इस फिल्म से रवि किशन की इच्छा पूरी कर दी. प्राप्ति फिल्म्स के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म में मराठी के जाने माने कलकार संजय नार्वेकर और विजय चौव्हान मुख्य भूमिका में हैं..फिल्म की शूटिंग जल्द ही खंडाला और लोनावाला में की जायेगी. फिल्म के निर्देशक राजेंद्र बढे हैं. शंकर निकाल्जे के अनुसार फिल्म में रवि किशन हीरो बनने, कविता कौशिक हिरोइन बनने और संजय नार्वेकर निर्देशक बनने का सपना लेकर मुंबई आते हैं. इन तीनो की मण्डली में हास्य का रंग कैसे पैदा होता है इसी विषय का ताना बाना बुना गया है इस फिल्म में . निकाल्जे बताते हैं कुछ नया प्रयोग करने के उद्देश्य से ही फिल्म में मुख्य भूमिका के लिए रवि किशन को लिया गया है. रवि किशन अच्छी मराठी बोलते हैं इसीलिए कोई समस्या उत्पन्न नहीं होने वाली है. उल्लेखनीय है की भोजपुरी फिल्मो में वर्षा उर्षगोंकर, मोहन जोशी, अशोक शराफ , सदाशिव अमरापूरकर आदि मंझे हुए कलाकारों ने काम किया है लेकिन यह पहला मौका होगा जब भोजपुरी का कोई सितारा मराठी फिल्म में मुख्य भूमिका में होंगे


सोमवार, नवंबर 15, 2010

सरकारी उदासीनता की शिकार है भोजपुरी



भारतीय सिनेमा के क्षितिज पर भोजपुरी सिनेमा का उदय हुए 50 साल गुजर गये. पर आज भी भोजपुरी सिनेमा कई प्रकार के संघर्षों के दौर से गुजर रहा है. भोजपुरी में दर्शक हैं, यानी बाजार है. एक बड़ा बाजार. कई राज्यों में फैला हुआ. कई देशों में पसरा हुआ. बिहार-यूपी को छोड़िये, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और गुवाहाटी से लेकर पंजाब तक भोजपुरी फिल्मों के दर्शक हैं. भारत के अलावा नेपाल, मॉरीशस, नीदरलैंड्स, फिजी, सूरीनाम, गुयाना आदि देशों में भी पर्याप्त दर्शक हैं. इतना बड़ा बाजार भोजपुरी के अलावा केवल हिंदी का है. भोजपुरी फिल्मों में बाजार के साथ गीत-संगीत की मिठास है, बेहतरीन कलाकार हैं और निर्माता-निर्देशक भी. और अब तो प्रचार प्रसार के लिए मीडिया भी है, जो पहले नहीं था. पर सबसे बड़ी कमी है सरकारी उपेक्षा की. आज अगर इस भाषा को सरकारी स्तर पर हिंदी या अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को मिलने वाला संरक्षण मिलने लगे तो इस भाषा में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की फिल्में बनने लगेंगी. बन भी रही हैं.
भोजपुरी फिल्मों को न तो उनके गृह क्षेत्र बिहार –यूपी की सरकारों का कोई समर्थन संरक्षण है और न केन्द्र सरकार का. मणिपुरी भाषा में फिल्म इमागी निंगथेम नहीं बनती और फ्रांस में उसका प्रसारण नहीं होता तो वहां की सरकार और संस्थाएं मणिपुरी लोक संस्कृति के संरक्षण संवर्धन को आगे नहीं आती. ऑस्कर में धूम मचाने वाली फिल्म स्लमडॉग मिलेनियर को यूरोपियन यूनियन से धन प्राप्त था. 1955 में बनी सत्यजीत रे की सुप्रसिद्ध बांग्ला फिल्म पाथेर पांचाली को प. बंगाल सरकार से अनुदान नहीं मिलता तो शायद वह फिल्म पूरी नहीं हो पाती. कहने का अर्थ ये है कि लोकतंत्र में सरकार जनता के द्वारा जनता के लिए बनायी जाती है और जनता के पैसों से चलती भी है. तो जनता को हक है कि उसे उसका वाजिब हक मिले. भोजपुरी को नहीं मिल रहा है. भाषा को ही मान्यता नहीं है. राजनीतिक रूप से कभी शीला दीक्षित तो कभी नीतीश कुमार भोजपुरी अकादमी के जरिये इस विशाल भोजपुरी समाज को संतुष्ट करने की कोशिश करते हैं. लेकिन सच ये है कि आजादी की लड़ाई में अगुवा रहे भोजपुरिया लोग हर मोर्चे पर संघर्ष कर रहे हैं. अपने मान सम्मान के लिए वे खुद ही आगे आकर अपनी भाषा, साहित्य, कला, संगीत, फिल्म और समग्र संस्कृति के संरक्षण संवर्धन का पुरजोर प्रयास भी कर रहे हैं. पर लानत है सरकारों को जो जानबूझकर भोजपुरी से आंख मूंदे हुए हैं. 14 भाषाओं में प्रकाशित द संडे इंडियन क्षेत्रीय भाषाओं का राष्ट्रीय मंच बना हुआ है. इसके तहत पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर भोजपुरी सिनेमा का सबसे बड़ा सर्वेक्षण प्रसिद्ध एजेंसी इंडियन काउंसिल फॉर मार्कट रिसर्च यानी आईसीएमआर के साथ मिल कर किया गया है. भोजपुरी सिनेमा को एक नया फलक प्रदान करने में इसकी भी एक तुच्छ किंतु अहम भूमिका होगी. साथ ही देश को भोजपुरी सिनेमा के बारे में थोड़ी जानकारी भी मिल पाएगी. यह सर्वे बिहार, झारखंड, यूपी, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के अलावा दिल्ली- एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, बंगलोर और गुवाहाटी तक के अनेक शहरों के दर्शकों के बीच कराया गया. करीब तीन हजार लोगों के बीच एक प्रश्नावली के जरिये ये सैंपल सर्वे कराया गये इसमें आम भोजपुरी भाषियों के अलावा भोजपुरी सिनेमा उद्योग से जुड़े लोग, बुद्धिजीवी, लेखक, समीक्षक, पत्रकार, साहित्यकार आदि शामिल थे. इस दौरान अनेक रोचक बातें सामने आयी. किंतु स्थानाभाव के कारण हम उसे पूरा आपको नहीं दे पा रहे हैं.
मसलन भोजपुरी दर्शक नहीं मानते कि भोजपुरी में हिंदी से ज्यादा अश्लीलता है. उनकी मानें तो हिंदी और कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में अश्लीलता कहीं ज्यादा है. हालांकि वे मानते हैं कि भोजपुरी फिल्मों का निर्माण जिस तरीके से होता है, उसमें कई बार फूहड़ता जरूर नजर आती है. पर भोजपुरी भाषा के प्रति प्रेम और भोजपुरी गीतों का मिठास उन्हें खींचता है. पर सच ये भी है कि भोजपुरी फिल्में वास्तविक लोक संस्कृति अथवा माटी की सुगंध से दूर हो रही है. और विडंबना ये है कि हिंदी सिनेमा भोजपुरी की सुगंध लेकर अपनी धाक जमाता जा रहा है. ताजा उदाहरण पीपली लाइव है. भोजपुरी गाना भी और पृष्ठभूमि भी. पर भोजपुरी को इसका श्रेय कहां मिलता है. भोजपुरी की लोकप्रियता ही छोटे परदे पर बिग बॉस में मनोज तिवारी और दस का दम में भोजपुरी नायिका राजपूत को बुलाने को मजबूर करती है.कहने का अर्थ ये है कि थोड़ा भी सहयोग समर्थन सरकार का मिले तो राजनीति वाले मूलत: भोजपुरिया प्रकाश झा में भी ऑस्कर के स्तर की बेहतरीन फिल्में देने का माद्दा है.
बहरहाल इस अंक में है मार्च 2009 से मार्च 2010 तक की भोजपुरी फिल्मों पर किया गया महा सर्वे और भोजपुरी सिनेमा पर विशेष सामग्री. आपके विचारों, सुझावों का स्वागत रहेगा.
(लेखक - ओंकारेश्वर पांडेय)
सौजन्य द संडे इंडियन भोजपुरी-हिंदी

शुक्रवार, नवंबर 12, 2010

शुरू हुई धुरंधर



धुरंधर अर्थात जो हर काम में माहिर हो...इसी नाम से बन रही भोजपुरी फिल्म की शुरुवात पिछले दिनों गोरेगांव के कृष्णा स्टूडियो में हुई . सत्यनारायण फिल्म्स के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म के निर्देशक दीपक तिवारी हैं, जिन्होंने कई मराठी फिल्मो का निर्देशन किया है. फिल्म में रवि किशन और संगीता तिवारी मुख्य भूमिका में हैं. बाकी कलाकारों का चयन अभी बाकी है. रवि किशन और संगीता तिवारी की जोड़ी इस फिल्म से तीसरी बार साथ साथ परदे पर नज़र आने वाली है. इसके पहले दोनों मोहन जी प्रसाद की ए बलम परदेशी में नज़र आ चुके हैं और जल्द ही हैरी फ़र्नान्डिस की रामपुर के लक्ष्मण में नज़र आने वाली है. फिल्म में रवि किशन एक छात्र की भूमिका में हैं. फिल्म की लोंचिंग के मौके पर निर्देशक आनद गहतराज, बबलू सोनी, राजू चौहान, रामेश्वर मिश्रा, रवि सिन्हा, बादशाह खान, अभिनेता ब्रिजेश त्रिपाठी, सुमित बाबा सहित अनेक गण्यमान लोग मौजूद थे. फिल्म की शूटिंग अगले महीने शुरू हो रही है

भोजपुरी फिल्मो का सबसे बड़ा सर्वे


रवि किशन बने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता
भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन ने एक बार फिर साबित कर दिया है की लोकप्रियता और अभिनय के मामले में उनका कोई जोड़ नहीं है. देश की बड़ी मिडिया समूह में से एक संडे इन्डियन व रिसर्च कंपनी आई.सी.एम.आर. ने दो महीने तक चले एक सर्वे के बाद रवि किशन को समीक्षकों व बुद्धिजीवियों की नज़र में अव्वल नंबर पर रखा है... इंडिया न्यूज़ ने इस पूरे सर्वे पर रवि किशन के साथ दो घंटे का लाइव टेलेकास्ट किया जहां भोजपुरी फिल्मो के वर्तमान, भविष्य के साथ साथ अश्वालीलता पर भी चर्चा हुई....रवि किशन ने स्पस्ट तौर पर कहा की उनकी फिल्मो में अश्वालीलता औरो के मुकावले हमेशा से कम रहते आई है.और जब कभी रहती भी है तो वो कहानी की मांग और दर्शको के नज़रिए को ध्यान में रखकर रखा जाता है..गुरुवार की रात इंडिया न्यूज़ ने एक संडे इन्डियन व रिसर्च कंपनी आई.सी.एम.आर. के सर्वे के आधार पर रिंकू घोष को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब दिया..रवि किशन अभिनीत व हैरी फ़र्नान्डिस निर्देशित फिल्म भूमिपुत्र को साल २००९ का सर्वश्रेष्ठ फिल्म आँका गया..
उल्लेखनीय है की देश के कोने कोने से हजारो भोजपुरिया दर्शको की राय के आधार पर इस सर्वे को पूरा किया गया था. भोजपुरी फिल्म अवार्ड में लगातार पांच बार बेस्ट अभिनेता का पुरस्कार पा चुके रवि किशन को अभी तक सौ से भी अधिक सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हो चूका है. लाइव टेलीकास्ट के दौरान रवि किशन ने वादा भी किया की वो अपने प्रोडक्शन हॉउस से पा और ब्लेक जैसी फिल्मो के निर्माण के बारे में भी सोच रहे हैं, उन्होंने आशा जताई की महानायक अमिताभ बच्चन को वो एक बार फिर से भोजपुरी फिल्मो में लायेंगे. द संडे इन्डियन के सम्पादक ओम्कारेश्वर पाण्डेय ने सर्वे की सफलता के लिए भोजपुरिया दर्शको और अपने टीम को बधाई दी और कहा की सर्वे का विस्तृत रूप उनकी पत्रिका के अगले अंक में प्रकाशित किया जायेगा.... दो घंटे के मेगा लाइव में रवि किशन ने इस बात से भी इनकार किया की वो भोजपुरी की तुलना में हिंदी फिल्मो की और अधिक ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने कहा की दस साल में सौ से भी अधिक भोजपुरी फिल्म में अभिनय खुद दर्शाता है की वो भोजपुरी फिल्मो के प्रति कितना समर्पित हैं , भोजपुरी से वो कभी गद्दारी नहीं करेंगे क्योंकि भोजपुरी उनकी माँ की पिता की भाषा है ...

मंगलवार, नवंबर 09, 2010

वायस ब्लोगिंग में रवि किशन ने प्रियंका चोपड़ा को पछाड़ा


भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन का जादू अब भोजपुरी क्षेत्र से उठकर पूरे देश में फ़ैल गया है, तभी तो वायस ब्लोगिंग की ताजा रंकिंग में उन्होंने प्रियंका चोपड़ा, हरभजन सिंह, इमरान हासमी को पीछे छोड़ दिया है. मजे की बात तो ये है की रविकिशन इस ब्लोगिंग में बिल्कुल नए हैं और इसी माह इस क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दर्शायी है . बबल्स मोशन की नवम्बर माह की रेंकिंग में प्रवेश करते हुए रवि किशन ने भरत वर्ष में नौवा स्थान हासिल किया है. पूर्व मिस वर्ल्ड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा इस ब्लोगिंग में तेरहवे, हरभजन सिंह दसवे , बिग बॉस फॉर ग्यारहवे और इमरान हासमी तेरहवे नंबर पर हैं... सदी के महानायक अमिताभ बच्चन ने इस माह भी अपनी बादशाहत बरकरार राखी है...
उल्लेखनीय है की व्यास ब्लोगिंग रिलायंस और भारती टेलकॉम की मोबाईल सेवा में ही उपलब्ध है . इस सेवा के तहत मोबाईल कंपनिया उपभोक्ताओ को लोकप्रिय लोगो की बातो को उनके मोबाईल तक पहुचाती है और इसके एवज में उपभोक्ताओ को प्रतिमाह भुगतान करना पड़ता है.

सोमवार, नवंबर 08, 2010

सत्यमेव जयते को अदालत की हरी झंडी


भोजपुरी की बहुचर्चित फिल्म सत्यमेव जयते के प्रदर्शन की बाधाये अब दूर हो गयी है.... मुंबई की एक अदालत ने तीन महीने तक चली लम्बी न्यायिक प्रक्रिया के बाद फिल्म के टायटल के खिलाफ दायर एक याचिका को खारिज करते हुए फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति दे दी है.... ..
उल्लेखनीय है की श्रीमती रमा देवी प्रोडक्शन के बैनर तले निर्माता अनिल सिंह व निर्देशक बबलू सोनी की फिल्म गत नौ जुलाई को बिहार में रिलीज़ हुई थी...फिल्म को सभी ज़रूरी प्रमाण पत्र हासिल थे ...अगले दिन एक फिल्म निर्माता ने सत्यमेव जयते के टायटल को अपना बताते हुए अदालत में याचिका दायर कर दी..अदालत ने याचिका पर सुनवाई पूरी होने तक फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी, जिसके कारण सत्यमेव जयते को सिनेमाघरों से हटाना पड़ा था. इस अदालती कार्यवाही से फिल्म के निर्माता को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. आखिरकार न्यायालय ने सत्यमेव जयते को राहत देते हुए फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति दे दी है... अदालत के इस निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए निर्देशक बबलू सोनी ने कहा..सत्य परेशान होता है पराजित नहीं ...

शनिवार, नवंबर 06, 2010

भोजपुरिया आकाश का आदित्य



भोजपुरिया आकाश पर इन दिनों एक नया आदित्य यानी सूरज चमकने की तैयारी में हैं ... जी हाँ इस सूरज का नाम ही है आदित्य ओझा .... फ़िल्मी परिवेश में पले बढे आदित्य वैसे तो भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी में जुटे हैं लेकिन अभिनय के शौख की वजह से वो भोजपुरी फिल्म सुगना में बतौर हीरो अभिनय कर रहे हैं. ब्राउन आईज के बैनर के तले निर्माता निर्देशक अजय ओझा की फिल्म सुगना में वो दोहरी भूमिका में हैं... उनके पिता ने अब तक दो हिंदी फिल्मो का निर्माण किया है...हिंदी के वजाय भोजपुरी फिल्मो से अपने कैरियर की शुरुवात करने के सम्बन्ध में आदित्य का कहना है की वो मूल रूप से बिहार के छपरा के रहने वाले हैं जो विशुद्ध भोजपुरी क्षेत्र है, उनकी दादी माँ भोजपुरी ही बोलती हैं इसीलिए भले ही वो मुंबई में पले बढे हों लेकिन अपने कैरियर की शुरुवात भोजपुरी फिल्म से ही करने का फैसला किया. इस फिल्म में आदित्य का एक्शन और इमोशन दोनों ही दर्शको को देखने को मिलेगा.. सुगना में आदित्य के अलावा राजीव दिनकर भी मुख्य भूमिका में हैं...फिल्म की शुरुवात मुंबई में हो चुकी है, बाकी की शूटिंग अगले माह छपरा में होगी .

मंगलवार, नवंबर 02, 2010

मेहनत - लगन से मिलती है शोहरत - रवि किशन


भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन की ख्याति आज चारो ओर फ़ैल रही है। भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से अपना जलवा बिखेर रहे रवि किशन ने हिंदी फिल्म जगत और छोटे परदे पर भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करवाई है। आज हालात ऐसे हैं की चाहे फिल्म हो टी वी हो , विज्ञापन हो या फिर स्टेज शो , हर जगह रवि किशन के नाम की ही चर्चा है। लगातार पांच साल से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के साथ साथ रवि किशन को दो दर्ज़न से भी अधिक पुरस्कारों से नवाजा जा चूका है। अगर ये कहा जाये की रविकिशन भोजपुरी के इकलौते ऐसे अभिनेता हैं जिनकी चर्चा ग्लेमर के हर क्षेत्र में होती है तो इसे अतिश्योक्ति नहीं कहा जा सकता . रवि किशन से उनके फ़िल्मी सफ़र , उनको मिल रही अपार सफलता और आगामी योजना पर उनसे विस्तृत बातचीत हुई. प्रस्तुत है कुछ अंश :

भोजपुरी फिल्मो के अलावा आपने हिंदी फिल्मो में भी अपनी छाप छोड़ी है....और क्या कर रहे हैं आप ? यह सच है की आज भोजपुरी फिल्म जगत में भारी व्यस्तता के वावजूद मैं हिंदी फिल्मे और टीवी शो भी कर रहा हूँ, अगर आपमें काम के प्रति लगन और जूनून है तो हर क्षेत्र में आपकी भागीदारी बढ़ जाती है। मुझे ख़ुशी है की मैं हिंदी फिल्म जगत के दिग्गज मणिरत्नम, श्याम बेनेगल की फिल्मो का हिस्सा होने के साथ साथ भोजपुरी के अनजाने निर्माताओ के साथ भी काम कर रहा हूँ। हकीकत तो यह है की मेरे लिए मेरा मेहनत ही मेरी पूजा है , ये मेरी मेहनत और इमानदारी से किया गया काम ही है की आज मैं इतना व्यस्त हूँ। आज हिंदी और भोजपुरी फिल्मो के अलावा कई विज्ञापन भी कर रहा हूँ॥डाबर ने मुझे महानायक अमिताभ, धोनी के समकक्ष का दर्ज़ा दिया है जो हम भोजपुरियो के लिए गर्व की बात है। इसके अलावा शिखर पान मसाला , जिसको सरिया , पार्ले जी , मारिको सहित कई बड़ी कंपनियों का मैं बिहार उत्तरप्रदेश के लिए ब्रांड अम्बेसडर हूँ....

आज आप सफलता के उत्कर्ष पर हैं ...कैसा महसूस करते हैं जब आप आज और बीते पलों में फर्क महसूस करते हैं ? सफलता किसे अच्छी नहीं लगती , लेकिन मुझे ये कहने में कोई हर्ज़ नहीं है की इस सफलता को पाने के लिए किस तरह मेहनत की है मैंने। मुझे वो दिन भी याद है जब कई बड़े प्रोडक्शन हाउस के बाहर घंटो खड़ा रहना पड़ता था लेकिन आज उसी कंपनी में लोग मेरा इंतज़ार करते हैं। कहने का मतलब ये है की एक बार अगर दर्शको ने आपको प्यार करना शुरू कर दिया तब आपके सारे बंद दरवाजे खुल जाते हैं। लोगो का नज़रिया आपके प्रति बदल जाता है। सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे ? बेशक अपने माता - पिता के आशीर्वाद और दर्शको को जिनकी बदौलत आज हर क्षेत्र के लोग मुझे सम्मान दे रहे हैं। सफलता के हकदार मेरा परिवार भी है जिन्होंने मेरे बुरे दौर में मुझे हौसला दिया जिससे मुझे नई शक्ति मिली ।
अपनी आने वाली फिल्मो के बारे में बताइए ?
भोजपुरी में अभी लगभग पन्दरह फिल्मे मेरे पास है, इसी महीने जितेश दुबे की मार देब गोली केहू ना बोली इसी माह रिलीज़ हो रही है, देवदास का भोजपुरी रीमेक प्रदर्शन के लिए तैयार है, डोन की शूटिंग के लिए जल्द ही मलेशिया जाने वाला हूँ, केडी के साथ प्राण जाये पर वचन ना जाये, हैरी फ़र्नान्डिस के साथ राम पुर के लक्ष्मण आदि महत्वपूर्ण फिल्मे है. जहां तक हिंदी की बात है तो सैफ अली खान की होम प्रोडक्शन के साथ साथ राज कुमार संतोषी की फिल्म के अलावा अमेरिकन कंपनी पन फिल्म्स की अघोरी - मेन फ्रॉम बनारस भी कर रहा हूँ.
अघोरी - मेन फ्रॉम बनारस काफी चर्चा में है क्या है इस फिल्म में ?
अघोरी एक अंग्रेजी -हिंदी फिल्म है जो एक अघोरी की जिंदगी के इर्द गिर्द घूमता है , इटली की एक पत्रकार अघोरियो पर रिसर्च के लिए बनारस आती है . इन दोनों की केमेस्ट्री को इस फिल्म में दर्शाया जाएगा
कहा जा रहा है की आप इस फिल्म में नग्न दृश्य करने वाले हैं ?
चुकी फिल्म अघोरियो की जिंदगी बयान कर रही है तो उनका सजीव चित्रण करना ज़रूरी है, नग्न दृश्य पूरी तरह से नहीं रखा जाएगा क्योंकि सेंसर बोर्ड ऐसा करने की अनुमति नहीं देगा.... फिर भी हमारी कोशिश रहेगी की हम वास्तविकता दिखाए.
भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से आपकी बादशाहत कायम है क्या कहेंगे ? मैं इसे बादशाहत नहीं समझता , इसे अपने दर्शको फिल्म निर्माताओ और निर्देशकों का अपने प्रति प्यार समझता हूँ। आज अगर मैं ग्लेमर के हर क्षेत्र में अच्छी इज्जत पाता हूँ तो ये मेरे दर्शको का प्यार है जिसके कारण एक भोजपुरिया को इतनी इज्जत मिल रही है. इतना ही नहीं आज बड़ी बड़ी कंपनिया भोजपुरी में आ रही है और मैं ही सबकी पहली पसंद हूँ. मैं अपने निर्माताओं का उदाहरण देना चाहता हूँ बलिदान के निर्माता शाम परवानी एन आर आई हैं तो सत्यमेव जयते के निर्माता अनिल सिंह पेशे से भवन निर्माता और जरा देब के निर्माता पवन शर्मा बड़े उद्योगपति । उन लोगो का मेरे प्रति उनका प्यार ही है की उन लोगो ने जब फिल्म निर्माण की बात सोची तो मुझे पसंद किया--

गुरुवार, अक्टूबर 28, 2010

रवि किशन की बीस साल बाद वापसी


शीर्षक पढ़कर आप ज़रूर अचरज में पड़ गए होंगे....क्योंकि वापसी शब्द का प्रयोग फिल्म जगत में उनके लिए होता है जो काम छोड़ने के बाद वापस काम पर आते हैं या ऐसे कहें की फिर से फिल्म में दीखते हैं.....सवाल उठता है की रविकिशन आज अगर फिल्म , टीवी पर इतने व्यस्त हैं तो उनकी वापसी कहाँ हो रही है..दरअसल रवि किशन की वापसी का मामला उनके दिल से जुडा है , उनकी उन यादो से जुडा है जिसे उनकी नन्ही आखो ने बचपन में देखा था. रवि किशन को बचपन से ही अभिनय का शौक था . छोटे से घर में आयने के सामने जब डायलोग बोलते थे तो उनके ये अक्सर ये ख्याल आता था की एक ना एक दिन वो अभिनय की दुनिया में ज़रूर कदम रखेंगे और फिर उन गलियों, चौराहे पर ज़रूर शूटिंग करेंगे जहाँ वो पाले बढे हैं.... वक़्त बदला आज रवि किशन भोजपुरी फिल्मो के बेताज बादशाह तो हैं ही साथ ही पूरी ग्लेमर वर्ल्ड में वो जाने माने नाम हैं. ऐसे में आखिरकार बीस साल बाद रवि किशन का वो सपना पूरा हुआ है...इन दिनों रवि किशन उन्ही गली चौराहे पर भोजपुरी फिल्म प्राण जाये पर वचन ना जाये की शूटिंग कर रहे हैं जिसका सपना उन्होंने बचपन में देखा था और बीस साल पहले शूटिंग का फैसला किया था.

कश्मीर की वादियों में करेंट मारे गोरिया



भोजपुरी फिल्मो की शूटिंग की बात आती है तो निर्माता निर्देशक या तो उत्तर प्रदेश - बिहार या फिर मुंबई में लोकेशन तलाशते हैं, लेकिन भोजपुरी फिल्मो के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी भोजपुरी फिल्म की अधिकार शूटिंग जम्मू - कश्मीर में की गयी है. जी हाँ मारुती क्रियेशन के बैनर तले निर्माता रमन पंचौरी व आभा सिंह एवं निर्देशक टी .बौबी सिंह की फिल्म करेंट मारे गोरिया की शूटिंग जम्मू कश्मीर में की जायेगी। निर्माता रमन पंचौरी के अनुसार करेंट मारे गोरिया की आधी शूटिंग मुंबई में कर ली गयी है। फिल्म का शेष भाग कहानी की मांग के अनुसार कश्मीरी परिवेश की है इसीलिए हमने वास्तविक लोकेशन पर ही शूटिंग करने का फैसला किया । उल्लेखनीय है की इस फिल्म से एक कश्मीरी अभिनेत्री रितु मेहरा भी भोजपुरी फिल्म जगत में कदम रख रही है। फिल्म की एक और विशेषता ये है की कई सफल फिल्मो का निर्माण कर चुके निर्देशक बौबी सिंह इस फिल्म से अभिनय के क्षेत्र में कदम रख चुके हैं, फिल्म की एडिटिंग के दौरान जिसने भी बौबी सिंह का काम देखा उन्होंने जम कर सराहना की . फिल्म के मुख्य कलाकारों में बिरहा सम्राट विजय लाल यादव, अजय दीक्षित , मॉडल से अभिनेत्री बनी महक मल्होत्रा, भोजपुरी की मशहूर लोक गायिका वर्षा तिवारी आदि शामिल हैं।

मंगलवार, अक्टूबर 19, 2010

‘‘दुश्मनी’’ में जूनियर निरहुआ व शुभी का रोमांस!


ये शीर्षक पढ़ कर आप चैक गये ना। आखिर ‘‘दुश्मनी’’ में रोमांस का क्या काम। लेकिन ये सौ फिसदी सच है। जी हाँ भोजपुरिया पर्दे पर बीते साल की हिट फिल्म ‘‘चलनी के चालल दुल्हा’’ से धमाल मचाने वाली जूनियर निरहुआ व शुभी शर्मा की यंग एण्ड ड्रैसिंग जोड़ी निर्माता दुर्गा प्रसाद मजूमदार की मल्टीस्टारर फिल्म ‘‘दुश्मनी’’ में रोमांस करती नजर आ रही हैं। पिछलें दिनों ये नजारा देखने को मिला मुम्बई के रसियन विला में जहाँ जूनियर निरहुआ व शुभी शर्मा पूरे तन्मयता के साथ एक रोमांटिक दृष्य का फिल्मांकन कर रहे थे। ‘दुश्मनी’ में इन दोनों का लव एंगल दिखाया गया है और साथ ही साथ कई रोमांटिक दृश्यों के साथ गानें भी पिक्चराईज किए गए हैं। जूनियर निरहुआ फिल्म में अपने रियल लाइफ ब्रदर दिनेश लाल यादव की छोटे भाई की भूमिका में है जो शहर में पढ़ाई करता है और जब गाँव आ रहा होता है तो उसकी अदाकारा शुभी शर्मा के साथ तकरार हो जाती है, जो कि उसके खानदानी दुष्मन की बहन है। वे शुभी को दिल दे बैठता है और चुपके-चुपके इनका प्यार परवान चढ़ जाता है। इस प्यार की भनक दोनों खानदानों को होती है तो ‘‘भुचाल’’ आ जाता है। राजकुमार आर.पाण्डे, जो कि फिल्म के निर्देशक है बताते हैं कि ‘‘दुश्मनी’’ में जूनियर निरहुआ व शुभी की जोड़ी काफी रियल नजर आती है और इनका रोमांस तो काफी ग्रेसफुल है। दोनो काफी मजेदार अंदाज में इस रोल को प्ले कर रहे हैं। वही जूनियर निरहुआ कहते हैं की ‘उन्हें उम्मीद है की दर्षकों ने जिस तरह से उन्हें ‘चलनी के चालल दूल्हा’ में प्यार दिया और सफलता पर पहुँचाया है वे आगे भी ‘‘दुश्मनी’’ से उनको सफलता दिलाते रहेगें। तो चलिए, दर्षकों हो जाइए तैयार ‘‘दुश्मनी’’ में जुनियर निरहुआ व शुभी के रोमांस के दीदार के लिए।

‘‘दरार’’ में अनिल सम्राट-सोनाली जोशी की जोड़ी!


भोजपुरिया पर्दे पर छठ में दस्तक देने को तैयार रोमांटिक एक्शन फिल्म ‘‘दरार’’ में यंग एण्ड डायनेमिक नायक अनिल सम्राट व खूबसूरत अदाकारा सोनाली जोशी की रोमांटिक जोड़ी नजर आयेगी। फिल्म में दोनों का लव एंगल देखने को मिलेगा वही चार गानों पर ये ठुमके भी लगाते नजर आयेंगें। सम्राट फिल्मस् क्रियेशनन्स् के बैनजर तले बनी व ‘‘आप इन्टरटेंनमेंट लि॰’’ प्रस्तुत इस फिल्म को अजीत श्रीवास्तव ने निर्देर्शीत किया है। ‘‘दरार’’ में अनिल जहाँ मस्तमौले नवयुवक की भूमिका में है वही सोनाली मोडर्न गर्ल बनी हुई हैं। फिल्म में दर्शकों को इनकी नोक-झोंक और प्यार भरी मस्ती सुखद एहसास करायेंगी। अनिल-सोनाली की जोड़ी के अलावे ‘‘दरार’’ में पवन सिंह-मोनालीसा की भी एक लीड जोड़ी है। गौरतलब है कि अनिल सम्राट इस फिल्म से बतौर अभिनेता अपनी शुरूआत कर रहे है और ‘‘दरार’’ के साथ-साथ उनकी दो फिल्में ‘‘कोठा’’ व ‘‘पवन राजा’’ ओन फ्लोर है।

शनिवार, अक्टूबर 16, 2010

रवि किशन की सभा में मची अफरा-तफरी

बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज हवाई फिल्ड में शुक्रवार को कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में भाषण देने पहुंचे फिल्म अभिनेता रवि किशन चंकी पांडे तथा राजू श्रीवास्तव की सभा में अनियंत्रित भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गयी। हेलीकाप्टर से पहुंचे तीनों फिल्मी सितारों के सभा मंच पर पहुंचने के साथ ही उन्हें देखने व छूने के लिए भीड़ भी मंच पर चढ़ गयी। अभिनेता द्वारा महज कुछ गाना गाने और छोटे संबोधन के बाद ही भीड़ डी-घेरा तोड़ कर मंच के निकट और ऊपर चढ़ गयी। जिससे वहां अफरा-तफरी मच गयी। कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश चौधरी तथा कार्यकत्र्ता मंच पर चढ़ और आये लोगों को समझाने का भरसक प्रयास किया। लेकिन स्थिति अनियंत्रित होने के बाद चंकी पांडे अपना भाषण पूरा किये दोनों के साथ वापस लौट गये। इस दौरान रवि किशन और राजू श्रीवास्तव अपनी बातों को हंगामा ओर शोरगुल के बीच मामूली ढंग से रख सके। इस दौरान सभा स्थल के समीप कहीं भी पुलिस प्रशासन नाम की चीज नहीं दिखी। रवि किशन ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में एक बार गलत संदेश जा रहा है। इधर कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम की सूचना देने के बावजूद सुरक्षा बलों की तैनात नहीं किया जाना घोर लापरवाही है। अनियंत्रित भीड़ अभिनेताओं के साथ फोटो- खिचवाने, आटोग्राफ लेने और हाथ मिलाने के लिए बेताब थी। इस अफरा-तफरी के बीच ही तीनों अभिनेताओं ने लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश चौधरी के समर्थन में मतदान करने की अपील की। रवि किशन ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि कांग्रेस युवाओं को प्रोत्साहन दे रही है।

शुक्रवार, अक्टूबर 15, 2010

भोजपुरिया भैया का मराठी धमाल


एक ओर जहां पूरे महाराष्ट्र में किसी दल विशेष द्वारा उत्तरभारतीयो के खिलाफ नफरत की गन्दी हवा बहाई जा रही है वहीँ उत्तर प्रदेश के सुलतान पुर के एक संगीतकार अंकुर मिश्रा मराठी फिल्मो में अपनी मधुर संगीत से लोगो को दीवाना बना रहा है. जी हाँ अंकुर की बतौर संगीत निर्देशक पहली मराठी फिल्म है सा सासु चा और इस फिल्म का संगीत काफी हिट रहा है. यही नहीं अंकुर अपने जोड़ीदार विराज के साथ मिलकर कई नयी मराठी फिल्मो के संगीत में भी व्यस्त हैं. सा सासु चा में इन दोनों ने न सिर्फ संगीत बल्कि पार्श्व संगीत भी दिया है. अंकुर इसके पहले छोटे परदे के धारावाहिक मायका, मिले जब हम तुम, राखी, लेफ्ट राईट लेफ्ट में भी पार्श्व संगीत दिया था. प्रसिद्द गायिका आशा भोसले के लिए भी एक अल्बम में संगीत दे चुके अंकुर अब भोजपुरी फिल्मो में भी संगीत देने की तैयारी में हैं.

गुरुवार, अक्टूबर 14, 2010

जरा देब दुनिया ...का भव्य प्रीमियर



भोजपुरी को कांस और टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में पहुचाने वाली अमेरिकन फिल्म निर्माण कंपनी पन फिल्म्स की पहली भोजपुरी फिल्म जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में का भव्य प्रीमियर मुंबई के मल्टीप्लेक्स फन रिपब्लिक में किया गया. बिहार में सफलतापूर्वक सौ दिवस का सफ़र तय करने वाली यह फिल्म अमरीकन डिगिटल तकनीक से बनी पहली भोजपुरी फिल्म है. इस अवसर पर पन फिल्म्स ने तीन और फिल्म निर्माण की घोषणा की . इन फिल्मो के नाम हैं प्रचंड , घाव व अघोरी - मेन फ्रॉम बनारस . अघोरी अंग्रेजी और हिंदी में जबकि अन्य दो भोजपुरी फिल्मे होंगी. प्रीमियर के मौके पर सुपर स्टार रवि किशन, अवधेश मिश्रा, ब्रिजेश त्रिपाठी, अभिनेत्री शिखा , कोमल ढिल्लन , निर्माता पवन शर्मा, खुशदीप बंसल , निर्देशक धीरज कुमार के अलावा भोजपुरी फिल्म जगत के दिग्गज दुर्गा प्रसाद मजुमदार, अभय सिन्हा, राजदीप सिंह, अनिल सम्राट , बबलू सोनी, हैरी फर्नांडिस प्रवेश लाल यादव, शुभी शर्मा, राहुल दुल्हनिया फेम प्रियदर्शनी सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे. उल्लेखनीय है की इस फिल्म में र रवि किशन और शिखा के बीच गरमा गरम रोमांस को देख यश राज बैनर की हिंदी फिल्मो की याद आती है. खलनायक की भूमिका में अवधेश मिश्रा का क्रोध और पागलपन से भरा रूप एक भयंकर लड़ाई दर्शको को उत्तेजित कर देती है. कोमल ढिल्लों का रंगीन अभिनय और उसके आकर्षक नृत्य तो दर्शकों चौंका देने वाले हैं. फिल्म के अन्य कलाकारों में ब्रिजेश त्रिपाठी, नीलिमा सिंह, सीमा सिंह, तसलीमा, फूल सिंह, विनोद मिश्र और शमीम खान आदि हैं.

’’सुगना’’ के सेट पर रासरंग


निर्माता -निर्देशक अजय के ओझा की पहली भोजपुरी फिल्म ‘‘सुगना’’ के सेट पर पहले दिन ही रास-रंग का समा बंध गया। मदर नेचर केयर बंगला मढ़ में यह नज़ारा वहाँ उपस्थित कलाकार तकनीशियों के साथ सारे पत्रकारों ने भी देखा और खूब आनंद लिया। मंत्रीजी बने प्रमोद माऊथो का दरबार लगा था। चमचों की सूची में शराब के व्यवसायी प्रदीप गुप्ता और भ्रष्ट पुलिस औफिसर के रूप में गोविन्द खत्री भी अपनी सुधबुध खो रहे थे। महफिल में नृत्यांगन सीमा सिंह जलवानशीं थी। सीमा पर सभी फिदा थे और वह अपनी रौ में गा रही थी। ‘‘ई जवनिया के जाम पी ल ए राजाजी’’। सीमा का रूप लावण्य जहाँ महफिल मे उन्माद पैदाकर रहा था, प्रमोद माऊथो का काईयांपन एक अलग ही भवितव्य का संकेत दे रहा था। ‘‘सनम हम आपके हैं ’’और ‘‘सुबह होने तक’’ जैसी हिन्दी फिल्म बना चुके अजय ओझा इस फिल्म से अपने छोटे बेटे आदित्य ओझा को नायक बनाकर रजतपट पर उतार रहे हैं।राजीव दिनकर भी इस फिल्म के दूसरे प्रमुख कलाकार हैं। यह फिल्म एक प्रेम कहानी होते हुए भी पूरी तरह एक्शन पैक्ड होगी। श्रीओझा का कहना है- ‘‘सुगना’’ भोजपुरी दर्शकों की सोच बदल देगी। यह एक सार्थक और सम्पूर्ण मनोरंजक फिल्म होगी।

मंगलवार, अक्टूबर 12, 2010

पवन -सम्राट की पवन राजा


दे दे पिरितिया उधार , प्रतिज्ञा जैसी सुपर हिट फिल्म दे चुके निर्माता अनिल सम्राट ने पिछले दिनों निर्माण के साथ साथ अभिनय के क्षेत्र में भी कदम रखा और दरार फिल्म का निर्माण किया । इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अनिल सम्राट ने अब पवन राजा नाम की एक और फिल्म निर्माण की घोषणा की है। सबसे बड़ी बात तो ये रही की फिल्म का मुहूर्त दस दस दस को दस बजकर दस मिनट पर किया गया। सम्राट फिल्म क्रियेशन्स् के बैनर तलें बनने वाली इस फिल्म की संगीतमय शुरुवात हुईं। इस संगीतमय शुरूआत पर मशहुर गायिका कल्पना की आवाज में फिल्म के लिए आईटम साँग की रिकाडिंग की गई जिसे की विनय बिहारी ने लिखा और धन्नजय मिश्रा ने संगीतबद्ध किया। सम्राट फिल्म क्रियेशन्स् इस फिल्म की निर्माता है वही निर्देशन की कमान विष्णुशंकर ‘‘बेलू’’ के कंधों पर सौपी गई है। फिल्म की कहानी संतोष मिश्रा ने लिखी है। ‘‘पवनराजा’’ की सबसे बड़ी विशेषता इसका नाम है। फिल्म में दो हीरो हैं एक पवन सिंह तो दुसरे अनिल सम्राट। फिल्म के नाम में इन्ही दोनों नामो को शामिल किया गया है। अर्थात पवन सिंह के पवन और अनिल सम्राट के सम्राट यानी रजा। इन दोनों के अलावा फिलहाल इस फिल्म में हॉट गर्ल सुप्रेरणा सिंह नजर आयेगी। फिल्म की संगीतमय शुरूआत पर पूरी टीम को बधाईया देने वाले में निर्माता रामाकान्त प्रसाद, विकास सिंह, निर्देशक अजीत श्रीवास्तव, राहुल दुल्हनिया फेम प्रिर्यदर्शनी सिंह, अभिनेत्री संगीता तिवारी, निर्माता विकास आर्य सहित अनेक जाने माने लोग थे।

शो मैन सुभाष घई की भोजपुरी फिल्म में रवि किशन

भोजपुरी फिल्मों के निर्माण में कई बड़े फिल्मकारों ने कदम रखा है जिनमे दिलीप कुमार, सायरा बानो, एन॰ आर॰ पचीसीया, एकता कपूर, इन्द्र कुमार, दिपक सावंत, भाग्यश्री, महिंद्रा एण्ड महिंद्रा के बाद हिन्दी सिनेमा जगत के शो मैन कहे जाने वाले सुभाष घई ने भी भोजपुरी सिनेमा के निर्माण में कदम रख दिया है। घई ने अपनी निर्माण कंपनी ‘‘मुक्ता आटर्स् लि॰’’ के बैनर तले ‘‘धर्मात्मा’’ नामक भोजपुरी फिल्म का निर्माण किया है जो बनकर तैयार है और इस दशहरा 15 अक्टूबर को रिलीज हो रही है। मुक्ता आर्टस लि॰-सुभाष घई ने ‘‘धर्मात्मा’’ को प्रस्तुत किया हैं। इस फिल्म में भोजपुरिया परदे के मेगा स्टार रवि किशन ने मुख्य भूमिका निभाई है। ‘‘धर्मात्मा’’ द्वारा ये दिखने की कोशिश की गई है कि एक नौजवान युवक जो महात्मा गाँधी के ‘‘अहिंसा’’ आदर्श का पूजारी था, वे कैसे इस भष्ट सिस्टम के हाथों में पड़ ‘‘हिंसा’’ का पथ पकड़कर ‘‘हिंसा’’ का धर्मात्मा बन पड़ता है। फिल्म को प्रकाश जयसवाल ने निर्देर्शीत किया है जो इससे पहले भोजपुरीया पर्दे पर ‘‘तू हमार हऊ’’ व ‘‘पूरब पश्चिम’’ जैसी सफल फिल्में दे चुके है वही हिन्दी परदे पर उन्होंने ‘‘सौदा’’, मार्केट, साजन की बाँहो में जैसी चर्चित फिल्में दी हैं। समाज को मनोरंजन के साथ एक सीख देने की कोशिश कर रही ‘‘धर्मात्मा’’ में रवि किशन की अदाकारा साहिदा रंधावा है वही गौरव घई, मोनालीसा, राजा मुराद, ब्रजेश त्रिपाठी, वल्लभ व्यास, मुस्ताक खान, शबनम कपूर जैसे नामचीन कलाकार अहम् किरदारों में हैं। इस फिल्म की कथा-पटकथा नईम इजाज ने लिखी है वही धासू संवाद सुरेन्द्र मिश्रा के हैं। फिल्म की सबसे बड़ी खासियत इसके क्लाइमेक्स को बताया जा रहा है जहाँ हिंसा का ‘‘धर्मात्मा’’ बन चुका नायक रवि किशन विधान सभा में घुसकर भष्टाचारी-अपराधिक मंत्री को मौत के घाट उतारता है और हिंसा का राह त्यागता हैं। इस फिल्म को शोलो इंटरटेनमेंट प्रा॰ लि॰ के बैनर तले बनाया गया है वही राजेश कनोज इस फिल्म के सह-निर्माता हैं। फिल्म में रवि किशन काफी आकर्षक लुक में है और गीतकार विनय बिहारी के लिखे गीत जिसे राजेश गुप्ता ने संगीतबद्ध किया है पर अदाकार सादिक रंधावा के साथ ठुमके लगाते नजर आयेगें।

शनिवार, अक्टूबर 09, 2010

Priyadarshni Singh


Priyadarshni Singh


Priyadarshni Singh


Priyadarshni Singh


Priyadarshani Singh


New look of Rahul Dulhaniya fame Priyadarshni Singh


गुरुवार, अक्टूबर 07, 2010

राहुल राज एनकाउंटर अब परदे पर

टैक्सी और डिब्बा वालों के हाथों हुआ फिल्म का म्यूजिक लौंच

राज ठाकरे की हत्या करने आया था राहुल राज

एम.एन.एस. चीफ राज राज ठाकरे को जान से मारने आये बिहार के युवक राहुल राज की मुंबई पुलिस द्वारा बस नंबर 332 में हत्या की गयी थी या यह एनकाउंटर था? इस विषय पर बनी निर्माता संगीत सिवन और के. सेरा सेरा प्रस्तुत लेखक व निर्देशक महेष पांडे की हिंदी फिल्म ‘332 मुंबई टू इंडिया’ अब जल्द ही सिनेमाघरों में दिखाई देगी. इस फिल्म का संगीत उत्तर भारतीय रिक्शा चालक राजकुमार यादव और मराठी मानुस तथा डिब्बा एसोसिएशन के श्री मेढेकर के हाथों किया गया। हादसों का शहर मुम्बई फिर किसी प्रांतवाद की आग में ना जले और प्रांतवाद के भस्मासुर को पैदा करनेवाले लोगों को जवाब मिले इसके लिए रिक्शा और डिब्बा वालों ने मिलकर यह पहल किया है। अंधेरी पश्चिम के डी. अल्टीमेट क्लब में इस हिंदी फिल्म ‘332 मुंबई टू इडिया’ का म्यूजिक लांच किया गया। 21 अक्टूबर 2008 को कुर्ला के बैल बाजार में बेस्ट की बस नंबर 332 में राज ठाकरे को मारने आये बिहारी युवक ‘राहुल राज’ की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म ‘‘332 मुम्बई टू इंडिया’’ में यह सवाल भी उठाया गया है कि मुंबई किसकी है और इसके नाम हमेशा क्यों बदले जाते हैं। इस अवसर पर महेश पाण्डे ने साफ कहा कि उनकी फिल्म की बेस्ट बस नं. 332 कुर्ला से अंधेरी नहीं ले जाती है बल्कि मुम्बई से इण्डिया ले जाती है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए सिर्फ यह एक फिल्म नहीं है क्योंकि फिल्म किसी के लिए मनोरंजन होती है तो किसी के लिए टाइम पास। लेकिन मैंने इस फिल्म को बनाते हुए अपनी असली पहचान हासिल की है। फरवरी 2008 में उस वक्त मुम्बई में बिहारी-मराठी मुद्दा उठ चुका था। सच पूछिए तो सड़क पर चलनेवालों में डर था कि पता नहीं कब क्या हो जाए। और तभी इस फिल्म ‘‘332 मुम्बई टू इंडिया’’ की परिकल्पना मेरे दिमाग में आई। और मैंने बिहारी-मराठी विवाद को लेकर खुद की पहचान पर सवाल खड़ा करते हुए हर भारतीय की कहानी लिख दी है और बहुचर्चित निर्माता संगीत सिवन से मिला। उन्हें भी लगा इस फिल्म को आम जनता तक पहुंचना चाहिए। जिन्हें अपनी पहचान सिर्फ 26 जनवरी और 15 अगस्त को ही याद आती है। संगीत सिवन जी ने इस फिल्म के निर्माण की जिम्मेवारी के.सेरा सेरा बाक्स आफिस प्रा. लि. के साथ मिलकर संभाली। इस अवसर पर गायक विनोद राठौर ने फिल्म के टाइटिल सांग ‘सबकी मुम्बई’ पर लाइव परफारमेंस भी किया।

फिर इतिहास दोहराएगा सुर संग्राम


ग्रांड फिनाले होस्ट करेंगे रविकिशन

भोजपुरी के लोकप्रिय मनोरंजन चैनल महुआ ने पिछले साल अपने शो सुर संग्राम से एक इतिहास रचा था, पहली बार लाखो दर्शको की मौजूदगी में भोजपुरी के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन के संचालन में संपन्न हुए इस शो की टीआरपी की वजह से क्षेत्रीय चैनल महुआ अन्य चैनलों के समक्ष खड़ा हो गया था. सुर संग्राम की उस लोकप्रियता की एक बड़ी वजह थी शो के होस्ट रवि किशन का कुशल संचालन . सुर संग्राम सीजन एक में अंतिम के दस एपिसोड में बतौर एंकर शामिल हुए रवि किशन के कारण ही टीआरपी में बढ़ोतरी शुरू हो गयी थी. इसका सबसे बड़ा उदाहरण तो यही था की तीन नोवेम्बर २००९ को प्रसारित हुए बतौर एंकर रविकिशन के पहले एपिसोड की टीआरपी एक दिन पहले के एपिसोड से तीन गुना अधिक थी. इस बार भी सुर संग्राम अपने शबाब पर है और एक बार फिर से रविकिशन ने सुर संग्राम की कमान थाम ली है . महुआ ने इस बार भी अंतिम कुछ एपिसोड और अट्ठारह दिसंबर को पटना के गांधी मैदान में होने वाले ग्रांड फिनाले के लिए रवि किशन को बतौर एंकर शामिल होने का न्योता दिया है. रवि किशन ने भी इसे स्वीकारते हुए हामी भर दी है. फिलहाल रवि किशन जज की भूमिका में हैं और उनका उदघोष अद्भूत अद्भूतं अद्भूतास उत्तर प्रदेश और बिहार में ख़ासा लोकप्रिय हो गया है. अब देखना ये है की सु संग्राम सीजन एक की टीआरपी को सीजन दो मात दे पाता है या नहीं .

शुक्रवार, अक्टूबर 01, 2010

निरहुआ ने उठाई दलितों की आवाज़


भोजपुरी फिल्मो के सुपर स्टार निरहुआ ने दलितों पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज़ उठाई है अपनी नयी फिल्म रणभूमि के माध्यम से । यशी फिल्मस् व कैपिटल फिल्मस् प्रा। लि के बैनर तले बनी ‘‘रणभूमि’’ सिल्वर स्क्रीन पर दलितों की जिन्दगी से जुड़ी समस्याओं व उनके ऊपर हो रहे अत्याचारों को चित्रित करेंगीं। इस फिल्म में भोजपुरिया किंग निरहुआ ने एक हरिजन युवक बुटन माँझी की भुमिका को जीवंत करने की कोशिश है जो कि पढ़ा-लिखा ग्रेजुएट मास्टर है और खुशहाल भरी जिन्दगी व्यतीत करता है, लेकिन उसके साथ कुछ ऐसी घटनायें होती हैं कि वह उसके खिलाफ आवाज उठाता है तो उसे सामंतियों के अत्याचार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन की भी जालिम पंथि से रू-ब-रू होना पड़ता है। उसे हरवक्त अपने हरिजन होने का खामियाजा भुगतना पड़ता है लेकिन वे इसे हार नहीं मानता और एक सम्मान की जिन्दगी जीने के लिए लड़ाई छोड़ देता है जो राह ‘‘नक्सलियों’’ के नेता के रूप में उसे स्थापित करती है। फिल्म में हरिजन के साथ-साथ नक्सलियों की जिन्दगी को भी उकेरने की कोशिश की गयी है। निरहुआ ने फिल्म में बड़ी बखूबी के साथ इस किरदार को जीवंत किया है और उसका एक संवाद ‘‘हरिजन है, कोई कुत्ता नहीं, आदमी के योनी से पैदा हुए हैं’’ इस तबके के लोगों का दर्द जगजाहिर करती है और झकझोर कर के भी रख देती है। अभय सिन्हा व टी. पी.अग्रवाल द्वारा निर्मित इस फिल्म का निर्देशन अनिल अजिताभ ने किया है जो इससे पहले ‘‘हम बाहुबली’’ जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुके हैं। फिल्म में निरहुआ कई हैरतअंगेंज एक्शन दृश्य भी करते दिखेंगें। फिल्म में निरहुआ की पत्नी की भुमिका में अदाकारा स्वीटी छाबड़ा है। भोजपुरी मेगास्टार मनोज तिवारी ‘‘मृदुल’’ फिल्म में पुलिस अधिकारी की भुमिका में हैं और निरहुआ के साथ उनकी जबरदस्त टक्कर को भी फिल्माया गया है। इन सबों के अलावे फिल्म में मनोरंजन के भी मसालों को डाला गया है। दशहरा पर पूरे भारतवर्ष में इस फिल्म को रिलीज किया जा रहा है।

रवि किशन बने रामपुर के लक्ष्मण


भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रविकिशन व निर्माता चंदन सिंह की जोडी एक बार फिर से धमाल मचाने को तैयार है। अभिनेता निर्माता की जोड़ी एन. सी. इंटरप्राइजेज के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्म ‘‘रामपुर के लक्ष्मण’’ लेकर आ रही है। इससे पहले इन दोनों की जोडी ‘‘राम बलराम’’ जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुकी है। ‘‘रामपुर के लक्ष्मण’’ के निर्देशन की कमान संभाली है हैरी फर्नाडिस ने जो इससे पहले भोजपुरिया भईया, विधाता, भूमिपुत्र, आज के करण अर्जुन जैसी सुपरहिट फिल्में दे चुके हैं। फिल्म में सुपरस्टार रविकिशन के साथ छः हॉट नायिकाएँ अक्षरा, गुजन पंत, संगीता तिवारी, अनारा गुप्ता, कोमल ढिल्लन, दिव्या द्विवेदी जलवें बिखरती नजर आयेंगी वही ब्रिजेश त्रिपाठी, गोपाल राय, आर. एस. सिह, माया यादव, अनुप अरोड़ा, मुश्ताक खान, समीर खान व अवधेश मिश्रा जैसे कलाकार भी हैं। फिल्म में सिकंदर खरबंदा पुलिस इंस्पेक्टर के दमदार भूमिका में हैं। फिल्म में संभावना सेठ पर एक दिलकश आईटम सांग भी है। इस फिल्म में रविकिशन का नया अवतार देखने को मिलेगा व इनके कई रूप नजर आयेंगें। फिल्म के गीत हैं प्यारेलाल यादव, सच्चिदानंद कवच, श्याम देहाती व राकेश सिंह के वही मधुर संगीत दिया है गुणवंत सेन ने। फिल्म के छायांकन प्रमोद पाण्डेय, मारधाड़ आर. पी. यादव, नृत्य पप्पु खन्ना, रिक्की गुप्ता, रामदेवन, कला विजय दास, निर्माण व्यवस्थापक आर. एस. सिंह, जान चेरियन है। इन दिनों फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन मुंबई में जोर-शोर से जारी हैं। फिल्म का प्रदर्शन नंवम्बर में किया जायेगा।

दर्शको के प्यार ने दी है मुझे शोहरत - रवि किशन



भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन की ख्याति आज चारो ओर फ़ैल रही है। भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से अपना जलवा बिखेर रहे रवि किशन ने हिंदी फिल्म जगत और छोटे परदे पर भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करवाई है। आज हालात ऐसे हैं की चाहे फिल्म हो टी वी हो , विज्ञापन हो या फिर स्टेज शो , हर जगह रवि किशन के नाम की ही चर्चा है। जहां तक भोजपुरी फिल्मो की बात है तो इस साल रिलीज़ हुई उनकी फिल्म देवरा बड़ा सतावेला इस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म मानी जा रही है। इसके अलावा बलिदान , सत्यमेव जयते जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में, लहरिया लूटा ए राजा जी ने भी रिकार्ड तोड़ व्यवसाय किया है. रवि किशन से उनके फ़िल्मी सफ़र , उनको मिल रही अपार सफलता और आगामी योजना पर उनसे विस्तृत बातचीत हुई. प्रस्तुत है कुछ अंश :
भोजपुरी फिल्मो के अलावा आपने हिंदी फिल्मो में भी अपनी छाप छोड़ी है....और क्या कर रहे हैं आप ?
यह सच है की आज भोजपुरी फिल्म जगत में भारी व्यस्तता के वावजूद मैं हिंदी फिल्मे और टीवी शो भी कर रहा हूँ, अगर आपमें काम के प्रति लगन और जूनून है तो हर क्षेत्र में आपकी भागीदारी बढ़ जाती है. मुझे ख़ुशी है की मैं हिंदी फिल्म जगत के दिग्गज मणिरत्नम, श्याम बेनेगल की फिल्मो का हिस्सा होने के साथ साथ भोजपुरी के अनजाने निर्माताओ के साथ भी काम कर रहा हूँ. हकीकत तो यह है की मेरे लिए मेरा मेहनत ही मेरी पूजा है , ये मेरी मेहनत और इमानदारी से किया गया काम ही है की आज मैं इतना व्यस्त हूँ. एक ओर जहां मैं सैफ अली खान की होम प्रोडक्शन की फिल्म एजेंट विनोद कर रहा हूँ. जहां तक टीवी शो की बात है तो भोजपुरी चैंनल महुआ के शो सुर संग्राम में तो दर्शक देख ही रहे हैं, जल्द ही इमेजिन टीवी पर मेरी वापसी हो रही है चर्चित शो राज पिछले जन्म का से. पिछले साल यह शो काफी हिट रहा था. इसके अलावा बिग बॉस सीजन चार के पहले एपीसोड में भी मैं परफोर्मेंस कर रहा हूँ,
विज्ञापन फिल्म भी कर रहे हैं ?
हाँ मैं कई विज्ञापनों में भी काम कर रहा हूँ. शिखर पान मसाला , जिसको सरिया , पार्ले जी , डाबर सहित कई बड़ी कंपनियों का मैं बिहार उत्तरप्रदेश के लिए ब्रांड अम्बेसडर हूँ.
आज आप सफलता के उत्कर्ष पर हैं ...कैसा महसूस करते हैं जब आप आज और बीते पलों में फर्क महसूस करते हैं ?
सफलता किसे अच्छी नहीं लगती , लेकिन मुझे ये कहने में कोई हर्ज़ नहीं है की इस सफलता को पाने के लिए किस तरह मेहनत की है मैंने। मुझे वो दिन भी याद है जब कई बड़े प्रोडक्शन हाउस के बाहर घंटो खड़ा रहना पड़ता था लेकिन आज उसी कंपनी में लोग मेरा इंतज़ार करते हैं. कहने का मतलब ये है की एक बार अगर दर्शको ने आपको प्यार करना शुरू कर दिया तब आपके सारे बंद दरवाजे खुल जाते हैं. लोगो का नज़रिया आपके प्रति बदल जाता है.
सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे ?
बेशक अपने माता - पिता के आशीर्वाद और दर्शको को जिनकी बदौलत आज हर क्षेत्र के लोग मुझे सम्मान दे रहे हैं। सफलता के हकदार मेरा परिवार भी है जिन्होंने मेरे बुरे दौर में मुझे हौसला दिया जिससे मुझे नई शक्ति मिली ।

लगातार पांच सुपर हिट फिल्म आपने दी है , सुना है आपने अपनी कीमत बढ़ा ली है ?
मैंने अपनी कीमत कभी भी नहीं बढाई. मुझे ये कहने में कोई संकोच नहीं है की मैंने हमेशा वक़्त के साथ चलने की कोशिश की है, यही वजह है की भोजपुरी में आज भी टिका हूँ, नहीं तो कितने दिग्गजों को यहाँ ढेर होते देर नहीं लगती. हाँ कोई निर्माता अगर मुझे ऊँची कीमत देता है तो ये उनका मेरे प्रति प्यार , विश्वास और फिल्म चलने का उनका भरोसा है. जरा देब दुनिया तोहरा प्यार के निर्माता पवन शर्मा ने काफी ऊँची कीमत पर मुझे साइन किया है। और भी कई लोग खुद फोन कर ऊँची कीमत देने की बात कर रहे हैं.
क्या है इन फिल्मो में जो लोग दीवाने बने हैं ?
इस साल की सबसे बड़ी हिट देबरा बड़ा सतावेला है जिसमे मैंने अपनी पत्नी के प्यार में पागल पति की भूमिका में हूँ। उसके बाद मेरी फिल्म बलिदान रिलीज़ हुई है , जिसमे मैंने तीन अलग अलग किरदारों को जिया है, उनमे से मेरा पसंदीदा किरदार साठ साल के बूढ़े वाला किरदार है. अन्याय के खिलाफ उस बुजुर्ग द्वारा उठाया गया कदम आम लोगो के लिए प्रेरणा श्रोत बन गया है, जहां तक सत्यमेव जयते की बात है तो मैं इसे एक परिपूर्ण फिल्म मानता हूँ. फिल्म में जहां जबरदस्त एक्शन है वहीँ भरपूर मसाला भी जो दर्शको को काफी पसंद आ रहा है. जहां तक जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में की बात है तो ये एक लव स्टोरी है . सत्यमेव जयते से भोजपुरी जगत को एक नई अदाकारा मिल गया है. पटना की अक्षरा इस फिल्म से भोजपुरी फिल्म जगत में छा गयी है. जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में के बारे में तो सबको पता है. अमेरिकन कंपनी की यह फिल्म दुनिया के दो प्रतिष्ठित फिल्म समारोह कांस फिल्म फेस्टिवल और टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित हो चुकी है. आखिरी रिलीज़ लहरिया लूटा ये राजा जी में मेरी भूमिका एक एक्शन हीरो की है.
आप नई नई अभिनेत्रियो के साथ फिल्म करने के लिए जाने जाते हैं । इस साल तीन नई नई एक्ट्रेस को लांच कर चुके हैं क्या वजह है ?
( हँसते हुए ) हाँ ये सच है बलिदान में मेरे अपोजिट दुबई से आई अम्बिका थी वहीँ सत्यमेव जयते में अक्षरा और जरा देब....से शिखा ने भोजपुरी फिल्म जगत में कदम रखा है। वैसे मैं तो इसे इत्तिफाक मानता हूँ, भोजपुरी फिल्मो के मेरे दस साल के सफ़र में लगभग दो दर्ज़न अभिनेत्रियो ने अपने अभिनय की शुरुवात मेरे साथ की है।
भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से आपकी बादशाहत कायम है क्या कहेंगे ?
मैं इसे बादशाहत नहीं समझता , इसे अपने दर्शको फिल्म निर्माताओ और निर्देशकों का अपने प्रति प्यार समझता हूँ। आज अगर मैं ग्लेमर के हर क्षेत्र में अच्छी इज्जत पाता हूँ तो ये मेरे दर्शको का प्यार है जिसके कारण एक भोजपुरिया को इतनी इज्जत मिल रही है. इतना ही नहीं आज बड़ी बड़ी कंपनिया भोजपुरी में आ रही है और मैं ही सबकी पहली पसंद हूँ. मैं अपने निर्माताओं का उदाहरण देना चाहता हूँ बलिदान के निर्माता शाम परवानी एन आर आई हैं तो सत्यमेव जयते के निर्माता अनिल सिंह पेशे से भवन निर्माता और जरा देब के निर्माता पवन शर्मा बड़े उद्योगपति । उन लोगो का मेरे प्रति उनका प्यार ही है की उन लोगो ने जब फिल्म निर्माण की बात सोची तो मुझे पसंद किया।

गुरुवार, सितंबर 30, 2010

गोविंदा ने देखी भोजपुरी फिल्म ननिहाल


गोविंदा ने देखी भोजपुरी फिल्म ननिहाल आम तौर पर अभिनेता इतने व्यस्त होते हैं की उन्हें थियेटर में तीन घंटे बैठ कर फिल्म देखने का वक़्त निकालना मुश्किल हो जाता है लेकिन पिछले सप्ताह चर्चित अभिनेता गोविंदा ने एक भोजपुरी फिल्म ननिहाल देखी. पहली बार कोई भोजपुरी फिल्म देख रहे गोविंदा ने पूरी तन्मयता के साथ फिल्म का आनंद उठाया . गोविंदा के साथ फिल्म का आनंद उठाने वालो में विनय आनंद, भूषण गुप्ता, राकेश पाण्डेय आदि प्रमुझ थे. ट्वेंटी फॉर क्रियेशन के बैनर तले बनी ननिहाल की निर्मात्री मृदुल सिंह व रिनू सिंह हैं. दरअसल ननिहाल गोविंदा परिवार की ही भोजपुरी फिल्म है. फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं राकेश सिंह व अरुण भोसले। राकेश सिंह की पहचान एक लेखक की है लेकिन वो गोविंदा के मौसेरे भाई है। फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं विनय आनंद जो गोविंदा और राकेश सिंह दोनों के भांजे हैं। फिल्म के अन्य महत्वपूर्ण किरदारों में गोविंदा के सगे बड़े भाई कीर्ति कुमार और प्रमोद सिंह भी इस फिल्म में हैं. फिल्म देखने के बाद गोविंदा ने फिल्म की तारीफ़ की और कहा की इस तरह की पारिवारिक फिल्मो से ही रिश्ते मजबूत होंगे.

बुधवार, सितंबर 29, 2010

इम्प्पा चुनाव में भोजपुरियो का वर्चस्व

टी.पी. अग्रवाल ग्रुप को क्लीन स्वीप

फिल्म निर्माताओ के सबसे बड़े संगठन इंडियन मोशन पिक्चर प्रोडूसर एसोसियेशन अर्थात इम्प्पा के चुनाव में टी.पी.अग्रवाल ग्रुप को न सिर्फ भारी बहुमत प्राप्त हुआ है बल्कि प्राइम क्लास मेंबर के १६ स्थानों के लिए हुए चुनाव में इस ग्रुप को सभी सोलह स्थान प्राप्त हुआ है। सुषमा शिरोमणि के नेतृत्व वाले ग्रुप को असोसिएट क्लास वाले केटोगरी में ही सफलता प्राप्त हुई है। दिलचस्प बात तो ये है की इम्प्पा के इस चुनाव में भोजपुरी फिल्म जगत से जुड़े लोगो का वर्चस्व असोसिएशन में हो गया है। इम्प्पा चुनाव में महेश मान्झ्रेकर, मेहुल कुमार, कुक्कू कोहली, फरहा सुलतान को पराजय का सामना करना पड़ा है। चुनाव जीतने के बाद नवनिर्मित कार्यकारिणी ने टी.पी.अग्रवाल को प्रेसिडेंट और अभय सिन्हा को वाइस प्रेसिडेंट चुन लिया । मंगल वार को मुंबई के अँधेरी स्थित किशन चंद वलेचा सभागार में सुबह से देर शाम तक इम्प्पा के सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया । शाम आठ बजे मतों की गिनती शुरू हुई। पहले असोसिएट क्लास के मतों की गिनती हुई। इस श्रेणी सुषमा शिरोमणि गुट हावी रही। इस गुट की खुद सुषमा शिरोमणि, अरुणा इरानी, केतन देसाई, और शबनम कपूर को सफलता हासिल हुई जबकि टी.पी.ग्रुप की ओर से एकमात्र विजेता के.सी.बोकाडिया रहे। टीवी श्रेणी में दोनों गुट को एक एक स्थान प्राप्त हुआ। अग्रवाल ग्रुप से राहुल अग्रवाल और सुषमा गुट से बाबुभाई थीबा विजयी रहे। देर रात प्राइम क्लास के सदस्यों के लिए मतगणना का काम शुरू हुआ जो सुबह पांच बजे तक चला । इस श्रेणी में सर्वाधिक २३८ मत टी.पी.अग्रवाल को प्राप्त हुए। इस गुट के अन्य सभी पंद्रह लोगो में अभय सिन्हा को 199, अशोक पंडित को १९९, आनंद गिरिधर को १७८, दर्शन बग्गा को १६५, भोजपुरी फिल्मो के जाने माने अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ को १८४, जे.नीलम को १९७, नरेश मनोत को २०८, नितिन मवानी को १९६, राजदीप सिंह को १९६, कुमार मोहन को २१३, सुरेन्द्र वोहरा को १८२, विक्की रानावत को १९६, विकास पाटिल को १६९, विनय सिन्हा को १९८ और कमाल खान को सबसे कम १५९ मत प्राप्त हुए। मतगणना के बाद बुधवार को नवनिर्मित कार्यकारिणी ने टी.पी.अग्रवाल को प्रेसिडेंट और अभय सिन्हा को वाइस प्रेसिडेंट चुन लिया । उल्लेखनीय है की इस बार का चुनाव काफी रोचक था क्योंकि सुषमा शिरोमणि गुट ने टी.पी.अग्रवाल गुट पर गेंगस्टर रवि पुजारी गुट से हाथ मिलाने का आरोप लगाया था। बाद में टी.पी.अग्रवाल ने सुषमा शिरोमणि के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था।

मंगलवार, सितंबर 28, 2010

बुलंदी का संगीतमय मुहूर्त सम्पन्न



सौस सिनेविजन के बैनर तले बन रही निर्माता युगल निखिल नंदा और रमण कुमार भोजपुरी फिल्म ‘‘बुलंदी’’ का शानदार संगीतमय मुहूर्त उदित नारायण-दीपा नारायण द्वारा गाये युगल गीत के साथ एक्सल रिकार्डिंग स्टूडियो में सम्पन्न हुआ है। इस फिल्म के संगीतकार के. रत्नेश हैं और गीत लिखे है राजेश मिश्र और मुन्ना दुबे ने तथा फिल्म के सहनिर्माता हैं जय विजय सिंह। भोजपुरी के इस एक्शन ड्रामा फिल्म के लेखक-निर्देशक अशोक त्रिपाठी अत्रि हैं। ‘‘बुलंदी’’ मूलतः एक फैमिली ड्रामा है, जिसमें समाज के भले-बुरे प्रसंग और परिस्थितियों को भी जोड़ा गया है। शराफत की जिन्दगी में क्या - क्या अवरोध आते हैं यह भी एक हिस्सा है जिन्दगी का। तीन भाईयों के आपसी रिश्तों को उकेरती है यह एक्शन से भरी रोमांचक फिल्म, जिसकी शूटिंग उत्तरप्रदेश के मऊ तथा कुशीनगर क्षेत्र में की जायेगी। अखाड़ा कुसुर के बाद अशोक त्रिपाठी अत्रि की तीसरी भोजपुरी फिल्म होगी बुलंदी भोजपुरी फिल्मोद्योग अपनी बुलंदी को छुये इसी दुआ के साथ अशोक त्रिपाठी 28 अक्टूबर से शुरू कर रहे हैं इसकी शूटिंग भारी भरकम तैयारी के साथ।

शुक्रवार, सितंबर 24, 2010

बिग बॉस 4 में रवि किशन का परफोर्मेंस


बिग बॉस से चर्चा में आये भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार, हिंदी फिल्मो व छोटे परदे के जाने माने अभिनेता रवि किशन बिग बॉस सीजन 4 में भी अपना जलवा बिखेरेंगे . बिग बॉस के शुरुवाती दौर में फ़ाइनल तक पहुचने वाले रवि किशन इसके पूर्व बिग बॉस सीजन २ में भी बतौर अतिथि बिग बॉस के घर में प्रवेश कर चुके हैं. बिग बॉस सीजन 4 में कलर्स चैनल ने अब तक हुए तीनो बिग बॉस से एक एक चर्चित चेहरे को शो के पहले एपीसोड में परफोर्मेंस के लिए आमंत्रित किया है. पहले एपिसोड में रवि किशन सलमान खान के साथ बिग बॉस के अपने अनुभव तो शेयर करेंगे ही साथ ही साथ रंगारंग कार्यक्रम भी पेश करेंगे. हाल ही में जर्मनी व पोलेंड से सैफ अली खान की होम प्रोडक्शन एजेंट विनोद की शूटिंग पूरी कर लौटे रवि किशन ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की बिग बॉस का उनके जीवन में अहम् स्थान है क्योंकि यहाँ उन्हें दुनिया को अपने बारे में बताने का मौका मिला और बिग बॉस के कारण ही हिंदी फिल्म जगत ने उन्हें अच्छे अच्छे प्रोजेक्ट में काम करने का मौका दिया .

भोजपुरी फिल्मो में काम करना चाहती है जया प्रदा



सिनेस्टार और सांसद जया प्रदा ने कहा है की उनकी हार्दिक इच्छा है की वो एक भोजपुरी फिल्म में भी काम करे. मुंबई के रहेजा क्लासिक क्लब में आयोजित निर्माता अभय सिन्हा व टी. पी. अग्रवाल निर्मित व निर्देशक अनिल अजिताभ की बहुचर्चित भोजपुरी फिल्म ‘‘रणभूमि’’ का म्यूजिक रिलीज जाया प्रदा के हाथो किया गया. इस अवसर पर बोलते हुए जया प्रदा ने कहा कि भोजपुरी काफी मिठी भाषा है और मैं भी भोजपुरी फिल्मों में काम करना चाहती हूँ। जया प्रदा ने फिल्म के प्रोमोज और ट्रेलर देख फिल्म की काफी तारीफ की व फिल्म में मुख्य-भूमिका निभा रहे मनोज तिवारी ‘मृदुल’ व दिनेश लाल निरहुआ की काफी प्रशंसा की। जया प्रदा ने इस भारी भरकम बजट से बनी नक्सलवाद जैसी समस्या उठाने वाली फिल्म के सफलता की कामना की और आशा प्रकट किया कि भोजपुरी में भी सामाजिक समस्याओं को उठाने वाली फिल्मों का आगे भी निर्माण किया जायेगा। जया प्रदा ने निर्माताद्वय अभय सिन्हा, टी. पी. अग्रवाल, निर्देशक अनिल अजिताभ, मुख्य कलाकार मनोज तिवारी, दिनेश लाल, स्वीटी छावड़ा, उर्वशी चैधरी, संभावना सेठ सहित पूरी टीम को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया। अभिनेता मनोज तिवारी ‘मृदुल’ व दिनेश लाल यादव निरहुआ ने संपूर्ण भोजपुरी जगत की ओर से जया प्रदा का स्वागत किया व अपने व्यस्त कार्यक्रम में से इस कार्यक्रम के लिए समय निकालने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर मनोज तिवारी व दिनेश लाल यादव ने फिल्म के कई गाने व संवाद सुनाये। निर्माता अभय सिन्हा व टी. पी. अग्रवाल ने आगे भी ऐसे फिल्म निर्माण करने की बात कही। निर्देशक अनिल अजिताभ ने आशा प्रकट किया कि यह फिल्म दर्शकों के पसंद पर खरी उतरेगी।

गुरुवार, सितंबर 16, 2010

अद्भुत अद्भुतम अद्भुतास


जिंदगी झंड बा फिर भी घमंड बा जैसे प्रचलित शब्दों को सुनते ही लोगो के जेहन में एक मात्र नाम आता है वो हैं भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन का. अब इसके अलावा भी एक शब्द बिहार उत्तर प्रदेश में काफी लोकप्रिय हो गया है वो है अद्भूत अद्भूतम अद्भूतास . जी हाँ इस शब्द के जन्म दाता हैं रवि किशन . भोजपुरी मनोरंजन चैनेल महुआ के लोकप्रिय शो सुर संग्राम में बतौर जज भाग ले रहे रवि किशन का किसी प्रतियोगी के लिए प्रयुक्त किया गया शब्द प्रतियोगियों के लिए संजीवनी का काम करता है. इस शब्द की लोक्रियता का फायदा शो की टीआरपी पर भी पद रहा है. छोटे परदे पर टीआरपी लाने के लिए मशहूर रवि किशन सुर संग्राम सीजन वन में अंतिम के दस एपिसोड में शामिल हुए थे और आश्चर्यजनक रूप से शो की टीआरपी तीन गुना बढ़ गयी थी. यही वजह है की चैनल ने काफी प्रयास के बाद रवि किशन को शुरू से ही जज बनाने के लिए मना लिया. चैनल का यह प्रयोग सफल रहा है क्योंकि सुर संग्राम की शुरुवाती टीआरपी काफी अच्छी रही है. महुआ के सी इ ओ पंकज तिवारी भी मानते हैं की रवि किशन के अंदाज़ से शो और चैनल दोनों को ही फायदा हो रहा है. पंकज तिवारी के अनुसार चैनल का प्रयास रहता है की रवि किशन उनके हर रियलिटी शो का हिस्सा बने. बहरहाल रवि किशन ने सुर संग्राम के माध्यम से बिहार उत्तरप्रदेश के युवाओ को नया तकिया कलाम अद्भुत अद्भुतम अद्भुतास के रूप में दे दिया है.

मंगलवार, सितंबर 14, 2010

धर्मा की भव्य लांचिंग



फिल्म जगत में नयी फिल्मो की लांचिंग की परंपरा भले ही लगभग समाप्त हो गयी है लेकिन भोजपुरी फिल्म जगत में यह परम्परा जारी है खासकर रवि किशन की फिल्मो की लांचिंग हमेशा भव्य तरीके से होती है। इसी परंपरा को कायम रखते हुए सौम्या फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले कृष्णा जी प्रस्तुत फिल्म धर्मा का मुहूर्त मुंबई के रेनसेंस क्लब में संपन्न हुआ । निर्मात्री सुनीता भारती -निर्देशक सुशील उपाध्याय व लेखक मनोज हंसराज की इस फिल्म में रवि किशन व रानी चटर्जी की रोमांटिक जोड़ी है। इसके पहले ये जोड़ी इस साल की सबसे हिट फिल्म देवरा बड़ा सतावेला में नज़र आ चुकी है । फिल्म के संगीतकार मधुकर आनंद है। धर्मा की लांचिंग के मौके पर भोजपुरी फिल्म जगत से जुड़े लोगो में प्रसिद्द गायक भरत शर्मा व्यास , फिल्म फाइनेंसर राजदीप सिंह , निर्माता आलोक कुमार, उदय शंकर, निर्देशक आनंद गहतराज, हैरी फर्नांडिस, बबलू सोनी, अनिल उपाध्याय इकबाल बक्श , अभिनेता सुशील सिंह, विक्रांत सिंह, राजीव दिनकर, ब्रिजेश त्रिपाठी, अवधेश मिश्रा, प्रकाश जैस, गोपाल राय, आलोक यादव, सोम यादव , अभिनेत्री अनारा गुप्ता, कल्पना शाह , आरती पुरी कृष्णा यादव सहित अनेक चर्चित लोग मौजूद थे। इस मौके पर अभिनेता रवि किशन ने कहा की सुशील उपाध्याय के साथ बरसो बाद काम कर रहे हैं और उन्हें पूरा भरोसा है की ये फिल्म भी उनकी फिल्म कन्या दान की तरह सुपर हिट होगी। रानी चटर्जी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की आज मेरी और रवि किशन की जोड़ी भोजपुरी में हॉट केक बनी है इसका फायदा इस फिल्म को ज़रूर होगा।

रविवार, सितंबर 12, 2010

राहुल दुल्हनिया की प्रियदर्शनी अब नए रूप में


इमेजिन टीवी के चर्चित शो राहुल दुलहनिया ले जायेंगे की फ़ाइनल में जगह बनाने में सफल रही बनारस की प्रियदर्शनी सिंह अपने इमेज के विपरीत नज़र आएँगी इमेजिन के शो मीठी छुरी नंबर वन में। इसी शनिवार (१८ सितम्बर) को प्रसारित हो रहे एपिसोड में प्रियदर्शनी के अलावा राहुल दुल्हनिया.....की अन्य प्रतिभागी भी शामिल हो रही है। इनमे प्रियदर्शनी को तीखी छुरी नंबर वन का खिताब भी मिला है। छोटे परदे पर भले ही प्रियदर्शनी बिंदास और बेबाक लड़की वाली इमेज रखती हो लेकिन निजी जिंदगी में वो काफी मृदुल व सरल स्वाभाव वाली लड़की है। खुद प्रियदर्शनी भी इसे सच मानती है और कहती है मेरा आजतक किसी से झगडा नहीं हुआ, बाहर की बात तो छोड़ दें तो घर में भी मेरे भाई और बहन से भी मेरा मधुर रिश्ता है। आज भले ही दिल्ली छोड़ मैं मुंबई आ गयी हूँ लेकिन रोजाना खाली वक़्त में मेरे माता पिता से मेरी घंटो बात होती है। मीठी छुरी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा की इमेजिन और सोल से उनका रिश्ता काफी अच्छा है और यही वजह है की वो उनके साथ काम करना पसंद करते हैं । बड़े परदे पर काम करने के सम्बन्ध में प्रियदर्शनी का कहना है की जल्द ही वो कुछ फिल्मो में भी नज़र आएँगी, लेकिन फिलहाल इस पर वो चर्चा करना नहीं चाहती।

शुक्रवार, सितंबर 03, 2010

रूबी सिंह का वास्तविक स्टंट


आम तौर पर फिल्मो में खतरनाक दृश्य फिल्माने में काफी सावधानी बरती जाती है और उसके लिए प्रोफेशनल लोगो का सहयोग लिया जाता है. भोजपुरी फिल्म जगत भी इससे अछुता नहीं है, लेकिन भोजपुरी फिल्म जगत में लकी अदाकारा के नाम से जानी जाने वाली बिहारी बाला रूबी सिंह ने हाल ही में अपनी फिल्म त्रिनेत्र की शूटिंग के दौरान कुछ ऐसा किया जिससे पूरा यूनिट भौचक्का रह गया. बात कुछ यूँ हुई. निर्देशक शाद कुमार की फिल्म त्रिनेत्र की शूटिंग मड आइलैंड के मनीषा बंगलो में चल रही थी. दृश्य के मुताविक रूबी सिंह को अपने पिता देव मल्होत्रा से बचने के लिए भागना था . इस दौरान उसे छत की मुंडेर से नीचे उतरना था. शूटिंग शुरू होते ही रूबी ने वास्तविकता लाने के लिए खुद ही कूदने का फैसला किया. निर्देशक और फाईट मास्टर के मना करने के वावजूद रूबी ने पतली रस्सी के सहारे छत से छलांग लगा दी. शोट समाप्ति के बाद पूरी यूनिट ने रूबी को शावासी दी. रूबी का इस सम्बन्ध में कहना था मैं बिहार में पली बढ़ी हूँ, गाँव के खेत खलिहान औए बगीचे से भली भाँती परिचित हूँ. पेड़ पर चढ़ना और कूदना आम बात है. इसीलिए मुझे इस तरह के दृश्य करने में कोई परेशानी नहीं हुई. बहरहाल रूबी ने खतरनाक स्टंट करके इस कहावत को सही साबित कर दिया है अगर हिम्मत हो तो कुछ भी मुश्किल नहीं होता .

हिंदी फिल्मो में भी रवि किशन का जादू


भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन भोजपुरी फिल्मो में नित नए कीर्तिमान तो स्थापित कर ही रहे हैं हिंदी फिल्मो में भी उनका जादू फिल्म जगत से जुड़े लोगो एवं दर्शको के सर पर चढ़ कर बोल रहा है. इसी शुक्रवार रिलीज़ हुई उनकी फिल्म द फिल्म इमोशनल अत्याचार में उनके अभिनय की तारीफ़ हर ओर गूंज रही है. इसके पहले रावण, लक, ना घर के ना घाट के, वेल डन अब्बा आदि फिल्मो में भी रवि किशन ने अपने अभिनय से फिल्म समीक्षकों की वाह वाही लूटी थी. द फिल्म इमोशनल अत्याचार में रवि किशन के साथ रणवीर शौरी, विनय पाठक , अभिमन्यु सिंह जैसे मंझे हुए कलाकार हैं लेकिन रविकिशन ने रावण और लक की तरह एक बार फिर साबित कर दिया है की वो अभिनय के लिए ही बने हैं . बरसो पहले उधार की जिंदगी से हिंदी फिल्मो में अपने कैरियर की शुरुवात करने वाले रविकिशन ने पिछले कई बरसो से चुनिन्दा फिल्मे करने का ही फैसला किया है यही वजह है की उनकी हिंदी फिल्मो की संख्या कम तो है लेकिन उनके निर्माताओ में मणिरत्नम , श्याम बेनेगल, श्री अष्टविनायक जैसे बड़े लोग और प्रोडक्शन हाउस शामिल है. रविकिशन जल्द ही नज़र आने वाले हैं सैफ अली खान की होम प्रोडक्शन फिल्म एजेंट विनोद में. इस फिल्म की शूटिंग अगले सप्ताह शुरू होने वाली है. इस फिल्म में रवि किशन भारतीय जासूस की भूमिका में है. रविकिशन के अनुसार हिंदी की और भी कई बड़ी फिल्मे उनके पास है जिसका खुलासा जल्द ही करेंगे. बहरहाल रविकिशन को अब हिंदी फिल्म जगत ने भी वो मुकाम दे दिया है जिसके वो वास्तविक हकदार हैं.

गुरुवार, अगस्त 26, 2010

‘‘कोठा’’ पर पहुचे अनिल सम्राट



फिल्म निर्माता से अभिनेता बने अनिल सम्राट अगर आपको किसी कोठे पर दिख जाये तो चौंकिएगा नहीं। दरअसल फ़िल्मी परदे पर अवतरित होने के बाद अब वो परदे पर ही कोठे की ख़ाक छानेंगे। जी हाँ बतौर अभिनेता उनकी दूसरी फिल्म कोठा पिछले दिनों लांच की गयी। कोठा के निर्माता विकास आर्य व निर्देशक मनोज श्रीपति हैं। फिल्म में अनिल सम्राट के साथ मोनालिसा, पंकज त्रिपाठी, संजीव झा की प्रमुख भूमिकाएं हैं। फिल्म के लिए गाने लिख रहे हैं राजेश मिश्रा वही संगीत तैयार करने का कार्य धनंजय मिश्रा कर रहे हैं। सुरेन्द्र मिश्रा द्वारा लिखित इस फिल्म को बिहार में घटित एक सच्ची घटना पर आधारित बताया जा रहा है। नवम्बर महिने में इस फिल्म की शुटिंग मुजफ्फरपुर की बदनाम गली चतुर्भूज में की जायेगी। गौरतलब है कि इस फिल्म के नायक अनिल सम्राट की अभी भोजपुरी फिल्म ‘‘दरार’’ प्रदर्शन को तैयार है।

बुधवार, अगस्त 25, 2010

‘‘चेचक’’ से ग्रसित हुए दिनेश लाल यादव ‘‘निरहुआ’’!



दिनेश लाल यादव ‘‘निरहुआ’’ पिछले कुछ दिनों से ‘‘चेचक’’ से ग्रसित हो गये हैं। धार्मिक मान्यताओं में ‘‘बड़ी माई’’ के रूप में कही जाने वाली इस बीमारी से निरहुआ हैदराबाद में अपनी भोजपुरी फिल्म ‘‘आखिरी रास्ता’’ की शुटिंग के दौरान चपेट में आ गयें। ‘‘चेचक’’ के प्रभाव से इस फिल्म की शुटिंग बीच में छोड़ निरहुआ मुम्बई वापस आ गये और अपनी माँ की देखरेख में धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप इलाज करा रहे हैं। ‘‘चेचक’’ से ग्रसित निरहुआ के पूरे शरीर में जलन हो रही है और वे बुखार से भी ग्रसित है। निरहुआ अपने मुम्बई आवास पर पूरे परिवार के साथ स्वास्थ लाभ ले रहे है और किसी से भी मिल जुल नही रहे हैं। निरहुआ के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना हम करते हैं।

“Pakrauah Shaddi” is so flourising in UP & Bihar….Kalpana.


Singer Kalpana…..classy, sophisticated and attractive… she is the Queen of Bhojpuri music world and truly rules the hearts. She has become the favorites of music lovers with her tuneful song like “Aila re Aila” (film Khatta Meetha), ‘Ek Ooncha Lamba Kad’ (film Welcome), ‘Billu Bhayankar’(film Billu) and ‘Hotty Naughty’ (film De Dana Dan).
After gaining prestigious position as the versatile singer of Bhojpuri films, singer Kalpana has become the favorites of music directors and is the most sought after singer in Bollywood.
This Assamese girl is the darling of the North Indian belt and has been christened the uncrowned BHOJPURI QUEEN.
As Kalpana says, ANTARDWAND is finally releasing. This film got the distinction of bagging the Award for Best Social Issues in the 55th National Filmfare Awards. My mujra song - kaate na jawani hai o more raja, in this film got great applause. This song is the soul of the film.
I am so happy for the moments and proud for such recognition. It is a National Award winning film based on Groom Kidnapping.
As पीपली LIVE has brought the focus of Urban India to the issues faced in rural India, in an entertaining way, ANTARDWAND, too brings to light the social evil that plagues Rural India, in the mainstream media debate. Such forced marriages wreak huge emotional damage on both the girl and the boy. Kalpana says, I am more for the voiceless girl who is deeply entrenched in a male dominated feudalistic society where she has nothing else to fall back on.
Whether deserted or divorced -the life of a hapless girl in such a claustrophobic society becomes a hellish and endless journey. She bears the stigma of 'being married but not married'.
It is a story where everyone involved, pay a heavy price for the ugly patriarchal power play…it’s a society rotting while the country surges ahead to be a global power.
Antardwand is a film that strokes the sensitive, thinking viewer’s ire.I am so happy for the moments and proud to be part of a film with a social issue which peeps into the reality that is mofussil India, a feudal India refusing to die.
Groom abduction or “Pakrauah Shaddi” is so rampant in Bihar & Eastern UP and is touched upon in Antardwand. The film is very realistic, well made film, and more ever it’s a true story, which makes it more interesting….It brings to light that these unfortunate incidents still happen in India…True stories truly inspires me more than anything else. The true story in the film should be highlighted”…This film is getting big thumbs up from the A plus film fraternity in Bollywood.
When her other film ‘Saanncha’ was selected for The Cannes Film Festival, it added one more feather to her cap and proved a sort of milestone in her artistic career.
In one of her recent interviews Kalpana has confessed herself in these words, "In the beginning of my career as a playback singer, I had been lending my voice to all type of songs for films and albums, but I had an appetite for art films. This is a must listen song.With time, my maturity also went on increasing, along with my ambition for singing for movies which has a message of social cause.
Says Kalpana, these films has burning social problems of the society.
In yet to be released film ‘AAKROSH (Ajay Devgan) on honor killings in UP & Bihar, AAJ BHI’ & PAROKSH singer Kalpana’s voice touches the hearts and is bound to enhance her gifted flair to the peak of popularity. After her successful World Tour for the promotion of her International music album- Massical released by Bird Jam Label,Germany with Trilok Gurtu, singer Kalpana had lend her voice in the new version of the song on national integration- MILE SUR MERA TUMHARA.
She is busy now days judging SUR SANGRAM-2 in Mahua Tv with Bhojpuri super star Ravi Kishan.