फिल्म निर्माताओ के सबसे बड़े संगठन इंडियन मोशन पिक्चर प्रोडूसर एसोसियेशन अर्थात इम्प्पा के चुनाव में टी.पी.अग्रवाल ग्रुप को न सिर्फ भारी बहुमत प्राप्त हुआ है बल्कि प्राइम क्लास मेंबर के १६ स्थानों के लिए हुए चुनाव में इस ग्रुप को सभी सोलह स्थान प्राप्त हुआ है। सुषमा शिरोमणि के नेतृत्व वाले ग्रुप को असोसिएट क्लास वाले केटोगरी में ही सफलता प्राप्त हुई है। दिलचस्प बात तो ये है की इम्प्पा के इस चुनाव में भोजपुरी फिल्म जगत से जुड़े लोगो का वर्चस्व असोसिएशन में हो गया है। इम्प्पा चुनाव में महेश मान्झ्रेकर, मेहुल कुमार, कुक्कू कोहली, फरहा सुलतान को पराजय का सामना करना पड़ा है। चुनाव जीतने के बाद नवनिर्मित कार्यकारिणी ने टी.पी.अग्रवाल को प्रेसिडेंट और अभय सिन्हा को वाइस प्रेसिडेंट चुन लिया । मंगल वार को मुंबई के अँधेरी स्थित किशन चंद वलेचा सभागार में सुबह से देर शाम तक इम्प्पा के सदस्यों ने मतदान में हिस्सा लिया । शाम आठ बजे मतों की गिनती शुरू हुई। पहले असोसिएट क्लास के मतों की गिनती हुई। इस श्रेणी सुषमा शिरोमणि गुट हावी रही। इस गुट की खुद सुषमा शिरोमणि, अरुणा इरानी, केतन देसाई, और शबनम कपूर को सफलता हासिल हुई जबकि टी.पी.ग्रुप की ओर से एकमात्र विजेता के.सी.बोकाडिया रहे। टीवी श्रेणी में दोनों गुट को एक एक स्थान प्राप्त हुआ। अग्रवाल ग्रुप से राहुल अग्रवाल और सुषमा गुट से बाबुभाई थीबा विजयी रहे। देर रात प्राइम क्लास के सदस्यों के लिए मतगणना का काम शुरू हुआ जो सुबह पांच बजे तक चला । इस श्रेणी में सर्वाधिक २३८ मत टी.पी.अग्रवाल को प्राप्त हुए। इस गुट के अन्य सभी पंद्रह लोगो में अभय सिन्हा को 199, अशोक पंडित को १९९, आनंद गिरिधर को १७८, दर्शन बग्गा को १६५, भोजपुरी फिल्मो के जाने माने अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ को १८४, जे.नीलम को १९७, नरेश मनोत को २०८, नितिन मवानी को १९६, राजदीप सिंह को १९६, कुमार मोहन को २१३, सुरेन्द्र वोहरा को १८२, विक्की रानावत को १९६, विकास पाटिल को १६९, विनय सिन्हा को १९८ और कमाल खान को सबसे कम १५९ मत प्राप्त हुए। मतगणना के बाद बुधवार को नवनिर्मित कार्यकारिणी ने टी.पी.अग्रवाल को प्रेसिडेंट और अभय सिन्हा को वाइस प्रेसिडेंट चुन लिया । उल्लेखनीय है की इस बार का चुनाव काफी रोचक था क्योंकि सुषमा शिरोमणि गुट ने टी.पी.अग्रवाल गुट पर गेंगस्टर रवि पुजारी गुट से हाथ मिलाने का आरोप लगाया था। बाद में टी.पी.अग्रवाल ने सुषमा शिरोमणि के खिलाफ मानहानि का मुकदमा भी दायर किया था।
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