मंगलवार, नवंबर 02, 2010

मेहनत - लगन से मिलती है शोहरत - रवि किशन


भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन की ख्याति आज चारो ओर फ़ैल रही है। भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से अपना जलवा बिखेर रहे रवि किशन ने हिंदी फिल्म जगत और छोटे परदे पर भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करवाई है। आज हालात ऐसे हैं की चाहे फिल्म हो टी वी हो , विज्ञापन हो या फिर स्टेज शो , हर जगह रवि किशन के नाम की ही चर्चा है। लगातार पांच साल से सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार के साथ साथ रवि किशन को दो दर्ज़न से भी अधिक पुरस्कारों से नवाजा जा चूका है। अगर ये कहा जाये की रविकिशन भोजपुरी के इकलौते ऐसे अभिनेता हैं जिनकी चर्चा ग्लेमर के हर क्षेत्र में होती है तो इसे अतिश्योक्ति नहीं कहा जा सकता . रवि किशन से उनके फ़िल्मी सफ़र , उनको मिल रही अपार सफलता और आगामी योजना पर उनसे विस्तृत बातचीत हुई. प्रस्तुत है कुछ अंश :

भोजपुरी फिल्मो के अलावा आपने हिंदी फिल्मो में भी अपनी छाप छोड़ी है....और क्या कर रहे हैं आप ? यह सच है की आज भोजपुरी फिल्म जगत में भारी व्यस्तता के वावजूद मैं हिंदी फिल्मे और टीवी शो भी कर रहा हूँ, अगर आपमें काम के प्रति लगन और जूनून है तो हर क्षेत्र में आपकी भागीदारी बढ़ जाती है। मुझे ख़ुशी है की मैं हिंदी फिल्म जगत के दिग्गज मणिरत्नम, श्याम बेनेगल की फिल्मो का हिस्सा होने के साथ साथ भोजपुरी के अनजाने निर्माताओ के साथ भी काम कर रहा हूँ। हकीकत तो यह है की मेरे लिए मेरा मेहनत ही मेरी पूजा है , ये मेरी मेहनत और इमानदारी से किया गया काम ही है की आज मैं इतना व्यस्त हूँ। आज हिंदी और भोजपुरी फिल्मो के अलावा कई विज्ञापन भी कर रहा हूँ॥डाबर ने मुझे महानायक अमिताभ, धोनी के समकक्ष का दर्ज़ा दिया है जो हम भोजपुरियो के लिए गर्व की बात है। इसके अलावा शिखर पान मसाला , जिसको सरिया , पार्ले जी , मारिको सहित कई बड़ी कंपनियों का मैं बिहार उत्तरप्रदेश के लिए ब्रांड अम्बेसडर हूँ....

आज आप सफलता के उत्कर्ष पर हैं ...कैसा महसूस करते हैं जब आप आज और बीते पलों में फर्क महसूस करते हैं ? सफलता किसे अच्छी नहीं लगती , लेकिन मुझे ये कहने में कोई हर्ज़ नहीं है की इस सफलता को पाने के लिए किस तरह मेहनत की है मैंने। मुझे वो दिन भी याद है जब कई बड़े प्रोडक्शन हाउस के बाहर घंटो खड़ा रहना पड़ता था लेकिन आज उसी कंपनी में लोग मेरा इंतज़ार करते हैं। कहने का मतलब ये है की एक बार अगर दर्शको ने आपको प्यार करना शुरू कर दिया तब आपके सारे बंद दरवाजे खुल जाते हैं। लोगो का नज़रिया आपके प्रति बदल जाता है। सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे ? बेशक अपने माता - पिता के आशीर्वाद और दर्शको को जिनकी बदौलत आज हर क्षेत्र के लोग मुझे सम्मान दे रहे हैं। सफलता के हकदार मेरा परिवार भी है जिन्होंने मेरे बुरे दौर में मुझे हौसला दिया जिससे मुझे नई शक्ति मिली ।
अपनी आने वाली फिल्मो के बारे में बताइए ?
भोजपुरी में अभी लगभग पन्दरह फिल्मे मेरे पास है, इसी महीने जितेश दुबे की मार देब गोली केहू ना बोली इसी माह रिलीज़ हो रही है, देवदास का भोजपुरी रीमेक प्रदर्शन के लिए तैयार है, डोन की शूटिंग के लिए जल्द ही मलेशिया जाने वाला हूँ, केडी के साथ प्राण जाये पर वचन ना जाये, हैरी फ़र्नान्डिस के साथ राम पुर के लक्ष्मण आदि महत्वपूर्ण फिल्मे है. जहां तक हिंदी की बात है तो सैफ अली खान की होम प्रोडक्शन के साथ साथ राज कुमार संतोषी की फिल्म के अलावा अमेरिकन कंपनी पन फिल्म्स की अघोरी - मेन फ्रॉम बनारस भी कर रहा हूँ.
अघोरी - मेन फ्रॉम बनारस काफी चर्चा में है क्या है इस फिल्म में ?
अघोरी एक अंग्रेजी -हिंदी फिल्म है जो एक अघोरी की जिंदगी के इर्द गिर्द घूमता है , इटली की एक पत्रकार अघोरियो पर रिसर्च के लिए बनारस आती है . इन दोनों की केमेस्ट्री को इस फिल्म में दर्शाया जाएगा
कहा जा रहा है की आप इस फिल्म में नग्न दृश्य करने वाले हैं ?
चुकी फिल्म अघोरियो की जिंदगी बयान कर रही है तो उनका सजीव चित्रण करना ज़रूरी है, नग्न दृश्य पूरी तरह से नहीं रखा जाएगा क्योंकि सेंसर बोर्ड ऐसा करने की अनुमति नहीं देगा.... फिर भी हमारी कोशिश रहेगी की हम वास्तविकता दिखाए.
भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से आपकी बादशाहत कायम है क्या कहेंगे ? मैं इसे बादशाहत नहीं समझता , इसे अपने दर्शको फिल्म निर्माताओ और निर्देशकों का अपने प्रति प्यार समझता हूँ। आज अगर मैं ग्लेमर के हर क्षेत्र में अच्छी इज्जत पाता हूँ तो ये मेरे दर्शको का प्यार है जिसके कारण एक भोजपुरिया को इतनी इज्जत मिल रही है. इतना ही नहीं आज बड़ी बड़ी कंपनिया भोजपुरी में आ रही है और मैं ही सबकी पहली पसंद हूँ. मैं अपने निर्माताओं का उदाहरण देना चाहता हूँ बलिदान के निर्माता शाम परवानी एन आर आई हैं तो सत्यमेव जयते के निर्माता अनिल सिंह पेशे से भवन निर्माता और जरा देब के निर्माता पवन शर्मा बड़े उद्योगपति । उन लोगो का मेरे प्रति उनका प्यार ही है की उन लोगो ने जब फिल्म निर्माण की बात सोची तो मुझे पसंद किया--

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