मंगलवार, मई 10, 2011

महुआ पर नया धारावाहिक ‘‘जिस आंगन ना होय बिटीया’’


भोजपुरिया दर्शकों के एकमात्र मनोरंजक चैनल महुआ टीवी ने हमेशा से ही दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन किया है। महुआ ने हमेशा मनोरंजन के साथ सामाजिक बुराईयों पर पाबंदी की मुहिम भी चलाई है। महुआ टीवी अपने नये धारावाहिक ‘‘जिस आंगन ना होय बिटिया’’ के माध्यम से समाज में महिलाओं की स्थिति पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है। इस नये धारावाहिक के माध्यम से ये बताने की कोशिश की गयी है कि महिलाएँ किसी से कम नहीं है। ‘‘जिस आंगन ना होय बिटिया’’ का प्रसारण सोमवार 2 मई से रात 7.30 बजे प्रसारित किया जा रहा है। ‘‘जिस आंगन ना होय बिटिया’’ कहानी है एक ठाकुर परिवार की। ठाकुर के मरने के बाद ठाकुराईन अपने घर में अपना आधिपत्य व हुकूमत के द्वारा अपने तीन बेटों की संतानों में अपने छोटी बहू यशोदा (एडवोकेट) की बेटी का वर्णन किया है। यशोदा की तीन संताने हैं जिसमें तीनों बालिकायें है। इसलिए यशोदा को घर से निकाला जाता है। यशोदा घर छोड़कर अपने बचपन की सहेली के पास शहर चली जाती है। जहाँ अपने तीनों लड़कियों को पढ़ा लिखाकर उनको अच्छे प्रभावशाली पदों पर नियुक्ति करवाती है और वही लड़कियाँ ठाकुर के बेटों की बाद में रक्षा करती है। इस धारावाहिक में यशोदा की चुनौतिपूर्ण भूमिका में है काजल सिंह। वहीं अन्य प्रमुख भूमिका में हैं एहसान खान, करण आनंद, गिरीश शर्मा, सुनीता शर्मा, करण मिश्रा, चन्द्रमोहन, पुनीता अवस्थी, शिल्पा शुक्ला व रेशमी घोष। धारावाहिक का निर्माण सगुन सिंघल गर्ग ने ऐसेंट इंटरटेनमेंट के बैनर तले किया है। वहीं निर्देशक है तारीक खान।

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