शनिवार, मई 01, 2010

रवि किशन ने पेश की भोजपुरी प्रेम की मिसाल



स्टारडम से बढ़कर कुछ भी चीज़ किसी भी फिल्म जगत में नहीं होता , एक बार स्टार डम पा लेने के बाद कोई भी कलाकार निर्माता निर्देशकों की परवाह कुछ ख़ास नहीं करता है, भोजपुरी फिल्म जगत भी इस से अछूता नहीं है, लेकिन भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन ने महारास्ट्र दिवस के अवसर पर कुछ ऐसा किया जो इस बात का प्रतीक है की कोई भी सच्चा कलाकार किसी भी निर्माता निर्देशक को नुक्सान नहीं पंहुचा सकता है। हुआ कुछ यूं की महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर प्रसिद्द समाज सेवी व उत्तर भारतीय नेता मुन्ना त्रिपाठी ने एक समारोह का आयोजन किया था जिसमे रवि किशन को महाराष्ट गौरव का सम्मान मिलने वाला था। समारोह शाम ७ बजे से रात १० तक चलना था। उस दौरान रवि किशन निर्माता निर्देशक राज कुमार आर.पाण्डेय की फिल्म लहरिया लूटा राजा जी की शूटिंग कर रहे थे। माहौल कुछ ऐसा था की रवि किशन अगर दो घंटे के लिए भी शूटिंग छोड़ कर वहाँ से जाते तो राजकुमार पांडे को भरी नुक्सान उठाना पड़ता। आखिरकार रविकिशन ने शूटिंग छोड़ना उचित नहीं समझा और अवार्ड लेने वहां नहीं गए । अपने प्रशंषको को निराश न करते हुए फोन पर ही उन्हें संबोधित किया और आयोजको से माफ़ी मांगी। रविकिशन ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की मेरे लिए मेरा समाज काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन मैं किसी भी निर्माता निर्देशक को कभी भी नुक्सान नहीं पहुचाना चाहता ।

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