शनिवार, अक्टूबर 30, 2010
गुरुवार, अक्टूबर 28, 2010
रवि किशन की बीस साल बाद वापसी
शीर्षक पढ़कर आप ज़रूर अचरज में पड़ गए होंगे....क्योंकि वापसी शब्द का प्रयोग फिल्म जगत में उनके लिए होता है जो काम छोड़ने के बाद वापस काम पर आते हैं या ऐसे कहें की फिर से फिल्म में दीखते हैं.....सवाल उठता है की रविकिशन आज अगर फिल्म , टीवी पर इतने व्यस्त हैं तो उनकी वापसी कहाँ हो रही है..दरअसल रवि किशन की वापसी का मामला उनके दिल से जुडा है , उनकी उन यादो से जुडा है जिसे उनकी नन्ही आखो ने बचपन में देखा था. रवि किशन को बचपन से ही अभिनय का शौक था . छोटे से घर में आयने के सामने जब डायलोग बोलते थे तो उनके ये अक्सर ये ख्याल आता था की एक ना एक दिन वो अभिनय की दुनिया में ज़रूर कदम रखेंगे और फिर उन गलियों, चौराहे पर ज़रूर शूटिंग करेंगे जहाँ वो पाले बढे हैं.... वक़्त बदला आज रवि किशन भोजपुरी फिल्मो के बेताज बादशाह तो हैं ही साथ ही पूरी ग्लेमर वर्ल्ड में वो जाने माने नाम हैं. ऐसे में आखिरकार बीस साल बाद रवि किशन का वो सपना पूरा हुआ है...इन दिनों रवि किशन उन्ही गली चौराहे पर भोजपुरी फिल्म प्राण जाये पर वचन ना जाये की शूटिंग कर रहे हैं जिसका सपना उन्होंने बचपन में देखा था और बीस साल पहले शूटिंग का फैसला किया था.
कश्मीर की वादियों में करेंट मारे गोरिया
भोजपुरी फिल्मो की शूटिंग की बात आती है तो निर्माता निर्देशक या तो उत्तर प्रदेश - बिहार या फिर मुंबई में लोकेशन तलाशते हैं, लेकिन भोजपुरी फिल्मो के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी भोजपुरी फिल्म की अधिकार शूटिंग जम्मू - कश्मीर में की गयी है. जी हाँ मारुती क्रियेशन के बैनर तले निर्माता रमन पंचौरी व आभा सिंह एवं निर्देशक टी .बौबी सिंह की फिल्म करेंट मारे गोरिया की शूटिंग जम्मू कश्मीर में की जायेगी। निर्माता रमन पंचौरी के अनुसार करेंट मारे गोरिया की आधी शूटिंग मुंबई में कर ली गयी है। फिल्म का शेष भाग कहानी की मांग के अनुसार कश्मीरी परिवेश की है इसीलिए हमने वास्तविक लोकेशन पर ही शूटिंग करने का फैसला किया । उल्लेखनीय है की इस फिल्म से एक कश्मीरी अभिनेत्री रितु मेहरा भी भोजपुरी फिल्म जगत में कदम रख रही है। फिल्म की एक और विशेषता ये है की कई सफल फिल्मो का निर्माण कर चुके निर्देशक बौबी सिंह इस फिल्म से अभिनय के क्षेत्र में कदम रख चुके हैं, फिल्म की एडिटिंग के दौरान जिसने भी बौबी सिंह का काम देखा उन्होंने जम कर सराहना की . फिल्म के मुख्य कलाकारों में बिरहा सम्राट विजय लाल यादव, अजय दीक्षित , मॉडल से अभिनेत्री बनी महक मल्होत्रा, भोजपुरी की मशहूर लोक गायिका वर्षा तिवारी आदि शामिल हैं।
मंगलवार, अक्टूबर 19, 2010
‘‘दुश्मनी’’ में जूनियर निरहुआ व शुभी का रोमांस!
ये शीर्षक पढ़ कर आप चैक गये ना। आखिर ‘‘दुश्मनी’’ में रोमांस का क्या काम। लेकिन ये सौ फिसदी सच है। जी हाँ भोजपुरिया पर्दे पर बीते साल की हिट फिल्म ‘‘चलनी के चालल दुल्हा’’ से धमाल मचाने वाली जूनियर निरहुआ व शुभी शर्मा की यंग एण्ड ड्रैसिंग जोड़ी निर्माता दुर्गा प्रसाद मजूमदार की मल्टीस्टारर फिल्म ‘‘दुश्मनी’’ में रोमांस करती नजर आ रही हैं। पिछलें दिनों ये नजारा देखने को मिला मुम्बई के रसियन विला में जहाँ जूनियर निरहुआ व शुभी शर्मा पूरे तन्मयता के साथ एक रोमांटिक दृष्य का फिल्मांकन कर रहे थे। ‘दुश्मनी’ में इन दोनों का लव एंगल दिखाया गया है और साथ ही साथ कई रोमांटिक दृश्यों के साथ गानें भी पिक्चराईज किए गए हैं। जूनियर निरहुआ फिल्म में अपने रियल लाइफ ब्रदर दिनेश लाल यादव की छोटे भाई की भूमिका में है जो शहर में पढ़ाई करता है और जब गाँव आ रहा होता है तो उसकी अदाकारा शुभी शर्मा के साथ तकरार हो जाती है, जो कि उसके खानदानी दुष्मन की बहन है। वे शुभी को दिल दे बैठता है और चुपके-चुपके इनका प्यार परवान चढ़ जाता है। इस प्यार की भनक दोनों खानदानों को होती है तो ‘‘भुचाल’’ आ जाता है। राजकुमार आर.पाण्डे, जो कि फिल्म के निर्देशक है बताते हैं कि ‘‘दुश्मनी’’ में जूनियर निरहुआ व शुभी की जोड़ी काफी रियल नजर आती है और इनका रोमांस तो काफी ग्रेसफुल है। दोनो काफी मजेदार अंदाज में इस रोल को प्ले कर रहे हैं। वही जूनियर निरहुआ कहते हैं की ‘उन्हें उम्मीद है की दर्षकों ने जिस तरह से उन्हें ‘चलनी के चालल दूल्हा’ में प्यार दिया और सफलता पर पहुँचाया है वे आगे भी ‘‘दुश्मनी’’ से उनको सफलता दिलाते रहेगें। तो चलिए, दर्षकों हो जाइए तैयार ‘‘दुश्मनी’’ में जुनियर निरहुआ व शुभी के रोमांस के दीदार के लिए।
‘‘दरार’’ में अनिल सम्राट-सोनाली जोशी की जोड़ी!
भोजपुरिया पर्दे पर छठ में दस्तक देने को तैयार रोमांटिक एक्शन फिल्म ‘‘दरार’’ में यंग एण्ड डायनेमिक नायक अनिल सम्राट व खूबसूरत अदाकारा सोनाली जोशी की रोमांटिक जोड़ी नजर आयेगी। फिल्म में दोनों का लव एंगल देखने को मिलेगा वही चार गानों पर ये ठुमके भी लगाते नजर आयेंगें। सम्राट फिल्मस् क्रियेशनन्स् के बैनजर तले बनी व ‘‘आप इन्टरटेंनमेंट लि॰’’ प्रस्तुत इस फिल्म को अजीत श्रीवास्तव ने निर्देर्शीत किया है। ‘‘दरार’’ में अनिल जहाँ मस्तमौले नवयुवक की भूमिका में है वही सोनाली मोडर्न गर्ल बनी हुई हैं। फिल्म में दर्शकों को इनकी नोक-झोंक और प्यार भरी मस्ती सुखद एहसास करायेंगी। अनिल-सोनाली की जोड़ी के अलावे ‘‘दरार’’ में पवन सिंह-मोनालीसा की भी एक लीड जोड़ी है। गौरतलब है कि अनिल सम्राट इस फिल्म से बतौर अभिनेता अपनी शुरूआत कर रहे है और ‘‘दरार’’ के साथ-साथ उनकी दो फिल्में ‘‘कोठा’’ व ‘‘पवन राजा’’ ओन फ्लोर है।
शनिवार, अक्टूबर 16, 2010
रवि किशन की सभा में मची अफरा-तफरी
बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज हवाई फिल्ड में शुक्रवार को कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में भाषण देने पहुंचे फिल्म अभिनेता रवि किशन चंकी पांडे तथा राजू श्रीवास्तव की सभा में अनियंत्रित भीड़ के कारण अफरा-तफरी मच गयी। हेलीकाप्टर से पहुंचे तीनों फिल्मी सितारों के सभा मंच पर पहुंचने के साथ ही उन्हें देखने व छूने के लिए भीड़ भी मंच पर चढ़ गयी। अभिनेता द्वारा महज कुछ गाना गाने और छोटे संबोधन के बाद ही भीड़ डी-घेरा तोड़ कर मंच के निकट और ऊपर चढ़ गयी। जिससे वहां अफरा-तफरी मच गयी। कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश चौधरी तथा कार्यकत्र्ता मंच पर चढ़ और आये लोगों को समझाने का भरसक प्रयास किया। लेकिन स्थिति अनियंत्रित होने के बाद चंकी पांडे अपना भाषण पूरा किये दोनों के साथ वापस लौट गये। इस दौरान रवि किशन और राजू श्रीवास्तव अपनी बातों को हंगामा ओर शोरगुल के बीच मामूली ढंग से रख सके। इस दौरान सभा स्थल के समीप कहीं भी पुलिस प्रशासन नाम की चीज नहीं दिखी। रवि किशन ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में एक बार गलत संदेश जा रहा है। इधर कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम की सूचना देने के बावजूद सुरक्षा बलों की तैनात नहीं किया जाना घोर लापरवाही है। अनियंत्रित भीड़ अभिनेताओं के साथ फोटो- खिचवाने, आटोग्राफ लेने और हाथ मिलाने के लिए बेताब थी। इस अफरा-तफरी के बीच ही तीनों अभिनेताओं ने लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश चौधरी के समर्थन में मतदान करने की अपील की। रवि किशन ने अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि कांग्रेस युवाओं को प्रोत्साहन दे रही है।
शुक्रवार, अक्टूबर 15, 2010
भोजपुरिया भैया का मराठी धमाल
एक ओर जहां पूरे महाराष्ट्र में किसी दल विशेष द्वारा उत्तरभारतीयो के खिलाफ नफरत की गन्दी हवा बहाई जा रही है वहीँ उत्तर प्रदेश के सुलतान पुर के एक संगीतकार अंकुर मिश्रा मराठी फिल्मो में अपनी मधुर संगीत से लोगो को दीवाना बना रहा है. जी हाँ अंकुर की बतौर संगीत निर्देशक पहली मराठी फिल्म है सा सासु चा और इस फिल्म का संगीत काफी हिट रहा है. यही नहीं अंकुर अपने जोड़ीदार विराज के साथ मिलकर कई नयी मराठी फिल्मो के संगीत में भी व्यस्त हैं. सा सासु चा में इन दोनों ने न सिर्फ संगीत बल्कि पार्श्व संगीत भी दिया है. अंकुर इसके पहले छोटे परदे के धारावाहिक मायका, मिले जब हम तुम, राखी, लेफ्ट राईट लेफ्ट में भी पार्श्व संगीत दिया था. प्रसिद्द गायिका आशा भोसले के लिए भी एक अल्बम में संगीत दे चुके अंकुर अब भोजपुरी फिल्मो में भी संगीत देने की तैयारी में हैं.
गुरुवार, अक्टूबर 14, 2010
जरा देब दुनिया ...का भव्य प्रीमियर
भोजपुरी को कांस और टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में पहुचाने वाली अमेरिकन फिल्म निर्माण कंपनी पन फिल्म्स की पहली भोजपुरी फिल्म जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में का भव्य प्रीमियर मुंबई के मल्टीप्लेक्स फन रिपब्लिक में किया गया. बिहार में सफलतापूर्वक सौ दिवस का सफ़र तय करने वाली यह फिल्म अमरीकन डिगिटल तकनीक से बनी पहली भोजपुरी फिल्म है. इस अवसर पर पन फिल्म्स ने तीन और फिल्म निर्माण की घोषणा की . इन फिल्मो के नाम हैं प्रचंड , घाव व अघोरी - मेन फ्रॉम बनारस . अघोरी अंग्रेजी और हिंदी में जबकि अन्य दो भोजपुरी फिल्मे होंगी. प्रीमियर के मौके पर सुपर स्टार रवि किशन, अवधेश मिश्रा, ब्रिजेश त्रिपाठी, अभिनेत्री शिखा , कोमल ढिल्लन , निर्माता पवन शर्मा, खुशदीप बंसल , निर्देशक धीरज कुमार के अलावा भोजपुरी फिल्म जगत के दिग्गज दुर्गा प्रसाद मजुमदार, अभय सिन्हा, राजदीप सिंह, अनिल सम्राट , बबलू सोनी, हैरी फर्नांडिस प्रवेश लाल यादव, शुभी शर्मा, राहुल दुल्हनिया फेम प्रियदर्शनी सिंह सहित अनेक लोग मौजूद थे. उल्लेखनीय है की इस फिल्म में र रवि किशन और शिखा के बीच गरमा गरम रोमांस को देख यश राज बैनर की हिंदी फिल्मो की याद आती है. खलनायक की भूमिका में अवधेश मिश्रा का क्रोध और पागलपन से भरा रूप एक भयंकर लड़ाई दर्शको को उत्तेजित कर देती है. कोमल ढिल्लों का रंगीन अभिनय और उसके आकर्षक नृत्य तो दर्शकों चौंका देने वाले हैं. फिल्म के अन्य कलाकारों में ब्रिजेश त्रिपाठी, नीलिमा सिंह, सीमा सिंह, तसलीमा, फूल सिंह, विनोद मिश्र और शमीम खान आदि हैं.
’’सुगना’’ के सेट पर रासरंग
निर्माता -निर्देशक अजय के ओझा की पहली भोजपुरी फिल्म ‘‘सुगना’’ के सेट पर पहले दिन ही रास-रंग का समा बंध गया। मदर नेचर केयर बंगला मढ़ में यह नज़ारा वहाँ उपस्थित कलाकार तकनीशियों के साथ सारे पत्रकारों ने भी देखा और खूब आनंद लिया। मंत्रीजी बने प्रमोद माऊथो का दरबार लगा था। चमचों की सूची में शराब के व्यवसायी प्रदीप गुप्ता और भ्रष्ट पुलिस औफिसर के रूप में गोविन्द खत्री भी अपनी सुधबुध खो रहे थे। महफिल में नृत्यांगन सीमा सिंह जलवानशीं थी। सीमा पर सभी फिदा थे और वह अपनी रौ में गा रही थी। ‘‘ई जवनिया के जाम पी ल ए राजाजी’’। सीमा का रूप लावण्य जहाँ महफिल मे उन्माद पैदाकर रहा था, प्रमोद माऊथो का काईयांपन एक अलग ही भवितव्य का संकेत दे रहा था। ‘‘सनम हम आपके हैं ’’और ‘‘सुबह होने तक’’ जैसी हिन्दी फिल्म बना चुके अजय ओझा इस फिल्म से अपने छोटे बेटे आदित्य ओझा को नायक बनाकर रजतपट पर उतार रहे हैं।राजीव दिनकर भी इस फिल्म के दूसरे प्रमुख कलाकार हैं। यह फिल्म एक प्रेम कहानी होते हुए भी पूरी तरह एक्शन पैक्ड होगी। श्रीओझा का कहना है- ‘‘सुगना’’ भोजपुरी दर्शकों की सोच बदल देगी। यह एक सार्थक और सम्पूर्ण मनोरंजक फिल्म होगी।
मंगलवार, अक्टूबर 12, 2010
पवन -सम्राट की पवन राजा
दे दे पिरितिया उधार , प्रतिज्ञा जैसी सुपर हिट फिल्म दे चुके निर्माता अनिल सम्राट ने पिछले दिनों निर्माण के साथ साथ अभिनय के क्षेत्र में भी कदम रखा और दरार फिल्म का निर्माण किया । इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए अनिल सम्राट ने अब पवन राजा नाम की एक और फिल्म निर्माण की घोषणा की है। सबसे बड़ी बात तो ये रही की फिल्म का मुहूर्त दस दस दस को दस बजकर दस मिनट पर किया गया। सम्राट फिल्म क्रियेशन्स् के बैनर तलें बनने वाली इस फिल्म की संगीतमय शुरुवात हुईं। इस संगीतमय शुरूआत पर मशहुर गायिका कल्पना की आवाज में फिल्म के लिए आईटम साँग की रिकाडिंग की गई जिसे की विनय बिहारी ने लिखा और धन्नजय मिश्रा ने संगीतबद्ध किया। सम्राट फिल्म क्रियेशन्स् इस फिल्म की निर्माता है वही निर्देशन की कमान विष्णुशंकर ‘‘बेलू’’ के कंधों पर सौपी गई है। फिल्म की कहानी संतोष मिश्रा ने लिखी है। ‘‘पवनराजा’’ की सबसे बड़ी विशेषता इसका नाम है। फिल्म में दो हीरो हैं एक पवन सिंह तो दुसरे अनिल सम्राट। फिल्म के नाम में इन्ही दोनों नामो को शामिल किया गया है। अर्थात पवन सिंह के पवन और अनिल सम्राट के सम्राट यानी रजा। इन दोनों के अलावा फिलहाल इस फिल्म में हॉट गर्ल सुप्रेरणा सिंह नजर आयेगी। फिल्म की संगीतमय शुरूआत पर पूरी टीम को बधाईया देने वाले में निर्माता रामाकान्त प्रसाद, विकास सिंह, निर्देशक अजीत श्रीवास्तव, राहुल दुल्हनिया फेम प्रिर्यदर्शनी सिंह, अभिनेत्री संगीता तिवारी, निर्माता विकास आर्य सहित अनेक जाने माने लोग थे।
शो मैन सुभाष घई की भोजपुरी फिल्म में रवि किशन
शनिवार, अक्टूबर 09, 2010
गुरुवार, अक्टूबर 07, 2010
राहुल राज एनकाउंटर अब परदे पर
राज ठाकरे की हत्या करने आया था राहुल राज
एम.एन.एस. चीफ राज राज ठाकरे को जान से मारने आये बिहार के युवक राहुल राज की मुंबई पुलिस द्वारा बस नंबर 332 में हत्या की गयी थी या यह एनकाउंटर था? इस विषय पर बनी निर्माता संगीत सिवन और के. सेरा सेरा प्रस्तुत लेखक व निर्देशक महेष पांडे की हिंदी फिल्म ‘332 मुंबई टू इंडिया’ अब जल्द ही सिनेमाघरों में दिखाई देगी. इस फिल्म का संगीत उत्तर भारतीय रिक्शा चालक राजकुमार यादव और मराठी मानुस तथा डिब्बा एसोसिएशन के श्री मेढेकर के हाथों किया गया। हादसों का शहर मुम्बई फिर किसी प्रांतवाद की आग में ना जले और प्रांतवाद के भस्मासुर को पैदा करनेवाले लोगों को जवाब मिले इसके लिए रिक्शा और डिब्बा वालों ने मिलकर यह पहल किया है। अंधेरी पश्चिम के डी. अल्टीमेट क्लब में इस हिंदी फिल्म ‘332 मुंबई टू इडिया’ का म्यूजिक लांच किया गया। 21 अक्टूबर 2008 को कुर्ला के बैल बाजार में बेस्ट की बस नंबर 332 में राज ठाकरे को मारने आये बिहारी युवक ‘राहुल राज’ की पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म ‘‘332 मुम्बई टू इंडिया’’ में यह सवाल भी उठाया गया है कि मुंबई किसकी है और इसके नाम हमेशा क्यों बदले जाते हैं। इस अवसर पर महेश पाण्डे ने साफ कहा कि उनकी फिल्म की बेस्ट बस नं. 332 कुर्ला से अंधेरी नहीं ले जाती है बल्कि मुम्बई से इण्डिया ले जाती है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए सिर्फ यह एक फिल्म नहीं है क्योंकि फिल्म किसी के लिए मनोरंजन होती है तो किसी के लिए टाइम पास। लेकिन मैंने इस फिल्म को बनाते हुए अपनी असली पहचान हासिल की है। फरवरी 2008 में उस वक्त मुम्बई में बिहारी-मराठी मुद्दा उठ चुका था। सच पूछिए तो सड़क पर चलनेवालों में डर था कि पता नहीं कब क्या हो जाए। और तभी इस फिल्म ‘‘332 मुम्बई टू इंडिया’’ की परिकल्पना मेरे दिमाग में आई। और मैंने बिहारी-मराठी विवाद को लेकर खुद की पहचान पर सवाल खड़ा करते हुए हर भारतीय की कहानी लिख दी है और बहुचर्चित निर्माता संगीत सिवन से मिला। उन्हें भी लगा इस फिल्म को आम जनता तक पहुंचना चाहिए। जिन्हें अपनी पहचान सिर्फ 26 जनवरी और 15 अगस्त को ही याद आती है। संगीत सिवन जी ने इस फिल्म के निर्माण की जिम्मेवारी के.सेरा सेरा बाक्स आफिस प्रा. लि. के साथ मिलकर संभाली। इस अवसर पर गायक विनोद राठौर ने फिल्म के टाइटिल सांग ‘सबकी मुम्बई’ पर लाइव परफारमेंस भी किया।
फिर इतिहास दोहराएगा सुर संग्राम
शुक्रवार, अक्टूबर 01, 2010
निरहुआ ने उठाई दलितों की आवाज़
भोजपुरी फिल्मो के सुपर स्टार निरहुआ ने दलितों पर होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज़ उठाई है अपनी नयी फिल्म रणभूमि के माध्यम से । यशी फिल्मस् व कैपिटल फिल्मस् प्रा। लि के बैनर तले बनी ‘‘रणभूमि’’ सिल्वर स्क्रीन पर दलितों की जिन्दगी से जुड़ी समस्याओं व उनके ऊपर हो रहे अत्याचारों को चित्रित करेंगीं। इस फिल्म में भोजपुरिया किंग निरहुआ ने एक हरिजन युवक बुटन माँझी की भुमिका को जीवंत करने की कोशिश है जो कि पढ़ा-लिखा ग्रेजुएट मास्टर है और खुशहाल भरी जिन्दगी व्यतीत करता है, लेकिन उसके साथ कुछ ऐसी घटनायें होती हैं कि वह उसके खिलाफ आवाज उठाता है तो उसे सामंतियों के अत्याचार के साथ-साथ पुलिस प्रशासन की भी जालिम पंथि से रू-ब-रू होना पड़ता है। उसे हरवक्त अपने हरिजन होने का खामियाजा भुगतना पड़ता है लेकिन वे इसे हार नहीं मानता और एक सम्मान की जिन्दगी जीने के लिए लड़ाई छोड़ देता है जो राह ‘‘नक्सलियों’’ के नेता के रूप में उसे स्थापित करती है। फिल्म में हरिजन के साथ-साथ नक्सलियों की जिन्दगी को भी उकेरने की कोशिश की गयी है। निरहुआ ने फिल्म में बड़ी बखूबी के साथ इस किरदार को जीवंत किया है और उसका एक संवाद ‘‘हरिजन है, कोई कुत्ता नहीं, आदमी के योनी से पैदा हुए हैं’’ इस तबके के लोगों का दर्द जगजाहिर करती है और झकझोर कर के भी रख देती है। अभय सिन्हा व टी. पी.अग्रवाल द्वारा निर्मित इस फिल्म का निर्देशन अनिल अजिताभ ने किया है जो इससे पहले ‘‘हम बाहुबली’’ जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुके हैं। फिल्म में निरहुआ कई हैरतअंगेंज एक्शन दृश्य भी करते दिखेंगें। फिल्म में निरहुआ की पत्नी की भुमिका में अदाकारा स्वीटी छाबड़ा है। भोजपुरी मेगास्टार मनोज तिवारी ‘‘मृदुल’’ फिल्म में पुलिस अधिकारी की भुमिका में हैं और निरहुआ के साथ उनकी जबरदस्त टक्कर को भी फिल्माया गया है। इन सबों के अलावे फिल्म में मनोरंजन के भी मसालों को डाला गया है। दशहरा पर पूरे भारतवर्ष में इस फिल्म को रिलीज किया जा रहा है।
रवि किशन बने रामपुर के लक्ष्मण
भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रविकिशन व निर्माता चंदन सिंह की जोडी एक बार फिर से धमाल मचाने को तैयार है। अभिनेता निर्माता की जोड़ी एन. सी. इंटरप्राइजेज के बैनर तले बन रही भोजपुरी फिल्म ‘‘रामपुर के लक्ष्मण’’ लेकर आ रही है। इससे पहले इन दोनों की जोडी ‘‘राम बलराम’’ जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुकी है। ‘‘रामपुर के लक्ष्मण’’ के निर्देशन की कमान संभाली है हैरी फर्नाडिस ने जो इससे पहले भोजपुरिया भईया, विधाता, भूमिपुत्र, आज के करण अर्जुन जैसी सुपरहिट फिल्में दे चुके हैं। फिल्म में सुपरस्टार रविकिशन के साथ छः हॉट नायिकाएँ अक्षरा, गुजन पंत, संगीता तिवारी, अनारा गुप्ता, कोमल ढिल्लन, दिव्या द्विवेदी जलवें बिखरती नजर आयेंगी वही ब्रिजेश त्रिपाठी, गोपाल राय, आर. एस. सिह, माया यादव, अनुप अरोड़ा, मुश्ताक खान, समीर खान व अवधेश मिश्रा जैसे कलाकार भी हैं। फिल्म में सिकंदर खरबंदा पुलिस इंस्पेक्टर के दमदार भूमिका में हैं। फिल्म में संभावना सेठ पर एक दिलकश आईटम सांग भी है। इस फिल्म में रविकिशन का नया अवतार देखने को मिलेगा व इनके कई रूप नजर आयेंगें। फिल्म के गीत हैं प्यारेलाल यादव, सच्चिदानंद कवच, श्याम देहाती व राकेश सिंह के वही मधुर संगीत दिया है गुणवंत सेन ने। फिल्म के छायांकन प्रमोद पाण्डेय, मारधाड़ आर. पी. यादव, नृत्य पप्पु खन्ना, रिक्की गुप्ता, रामदेवन, कला विजय दास, निर्माण व्यवस्थापक आर. एस. सिंह, जान चेरियन है। इन दिनों फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन मुंबई में जोर-शोर से जारी हैं। फिल्म का प्रदर्शन नंवम्बर में किया जायेगा।
दर्शको के प्यार ने दी है मुझे शोहरत - रवि किशन
भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन की ख्याति आज चारो ओर फ़ैल रही है। भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से अपना जलवा बिखेर रहे रवि किशन ने हिंदी फिल्म जगत और छोटे परदे पर भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करवाई है। आज हालात ऐसे हैं की चाहे फिल्म हो टी वी हो , विज्ञापन हो या फिर स्टेज शो , हर जगह रवि किशन के नाम की ही चर्चा है। जहां तक भोजपुरी फिल्मो की बात है तो इस साल रिलीज़ हुई उनकी फिल्म देवरा बड़ा सतावेला इस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म मानी जा रही है। इसके अलावा बलिदान , सत्यमेव जयते जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में, लहरिया लूटा ए राजा जी ने भी रिकार्ड तोड़ व्यवसाय किया है. रवि किशन से उनके फ़िल्मी सफ़र , उनको मिल रही अपार सफलता और आगामी योजना पर उनसे विस्तृत बातचीत हुई. प्रस्तुत है कुछ अंश :
भोजपुरी फिल्मो के अलावा आपने हिंदी फिल्मो में भी अपनी छाप छोड़ी है....और क्या कर रहे हैं आप ?
यह सच है की आज भोजपुरी फिल्म जगत में भारी व्यस्तता के वावजूद मैं हिंदी फिल्मे और टीवी शो भी कर रहा हूँ, अगर आपमें काम के प्रति लगन और जूनून है तो हर क्षेत्र में आपकी भागीदारी बढ़ जाती है. मुझे ख़ुशी है की मैं हिंदी फिल्म जगत के दिग्गज मणिरत्नम, श्याम बेनेगल की फिल्मो का हिस्सा होने के साथ साथ भोजपुरी के अनजाने निर्माताओ के साथ भी काम कर रहा हूँ. हकीकत तो यह है की मेरे लिए मेरा मेहनत ही मेरी पूजा है , ये मेरी मेहनत और इमानदारी से किया गया काम ही है की आज मैं इतना व्यस्त हूँ. एक ओर जहां मैं सैफ अली खान की होम प्रोडक्शन की फिल्म एजेंट विनोद कर रहा हूँ. जहां तक टीवी शो की बात है तो भोजपुरी चैंनल महुआ के शो सुर संग्राम में तो दर्शक देख ही रहे हैं, जल्द ही इमेजिन टीवी पर मेरी वापसी हो रही है चर्चित शो राज पिछले जन्म का से. पिछले साल यह शो काफी हिट रहा था. इसके अलावा बिग बॉस सीजन चार के पहले एपीसोड में भी मैं परफोर्मेंस कर रहा हूँ,
विज्ञापन फिल्म भी कर रहे हैं ?
हाँ मैं कई विज्ञापनों में भी काम कर रहा हूँ. शिखर पान मसाला , जिसको सरिया , पार्ले जी , डाबर सहित कई बड़ी कंपनियों का मैं बिहार उत्तरप्रदेश के लिए ब्रांड अम्बेसडर हूँ.
आज आप सफलता के उत्कर्ष पर हैं ...कैसा महसूस करते हैं जब आप आज और बीते पलों में फर्क महसूस करते हैं ?
सफलता किसे अच्छी नहीं लगती , लेकिन मुझे ये कहने में कोई हर्ज़ नहीं है की इस सफलता को पाने के लिए किस तरह मेहनत की है मैंने। मुझे वो दिन भी याद है जब कई बड़े प्रोडक्शन हाउस के बाहर घंटो खड़ा रहना पड़ता था लेकिन आज उसी कंपनी में लोग मेरा इंतज़ार करते हैं. कहने का मतलब ये है की एक बार अगर दर्शको ने आपको प्यार करना शुरू कर दिया तब आपके सारे बंद दरवाजे खुल जाते हैं. लोगो का नज़रिया आपके प्रति बदल जाता है.
सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे ?
बेशक अपने माता - पिता के आशीर्वाद और दर्शको को जिनकी बदौलत आज हर क्षेत्र के लोग मुझे सम्मान दे रहे हैं। सफलता के हकदार मेरा परिवार भी है जिन्होंने मेरे बुरे दौर में मुझे हौसला दिया जिससे मुझे नई शक्ति मिली ।
लगातार पांच सुपर हिट फिल्म आपने दी है , सुना है आपने अपनी कीमत बढ़ा ली है ?
मैंने अपनी कीमत कभी भी नहीं बढाई. मुझे ये कहने में कोई संकोच नहीं है की मैंने हमेशा वक़्त के साथ चलने की कोशिश की है, यही वजह है की भोजपुरी में आज भी टिका हूँ, नहीं तो कितने दिग्गजों को यहाँ ढेर होते देर नहीं लगती. हाँ कोई निर्माता अगर मुझे ऊँची कीमत देता है तो ये उनका मेरे प्रति प्यार , विश्वास और फिल्म चलने का उनका भरोसा है. जरा देब दुनिया तोहरा प्यार के निर्माता पवन शर्मा ने काफी ऊँची कीमत पर मुझे साइन किया है। और भी कई लोग खुद फोन कर ऊँची कीमत देने की बात कर रहे हैं.
क्या है इन फिल्मो में जो लोग दीवाने बने हैं ?
इस साल की सबसे बड़ी हिट देबरा बड़ा सतावेला है जिसमे मैंने अपनी पत्नी के प्यार में पागल पति की भूमिका में हूँ। उसके बाद मेरी फिल्म बलिदान रिलीज़ हुई है , जिसमे मैंने तीन अलग अलग किरदारों को जिया है, उनमे से मेरा पसंदीदा किरदार साठ साल के बूढ़े वाला किरदार है. अन्याय के खिलाफ उस बुजुर्ग द्वारा उठाया गया कदम आम लोगो के लिए प्रेरणा श्रोत बन गया है, जहां तक सत्यमेव जयते की बात है तो मैं इसे एक परिपूर्ण फिल्म मानता हूँ. फिल्म में जहां जबरदस्त एक्शन है वहीँ भरपूर मसाला भी जो दर्शको को काफी पसंद आ रहा है. जहां तक जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में की बात है तो ये एक लव स्टोरी है . सत्यमेव जयते से भोजपुरी जगत को एक नई अदाकारा मिल गया है. पटना की अक्षरा इस फिल्म से भोजपुरी फिल्म जगत में छा गयी है. जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में के बारे में तो सबको पता है. अमेरिकन कंपनी की यह फिल्म दुनिया के दो प्रतिष्ठित फिल्म समारोह कांस फिल्म फेस्टिवल और टोरंटो फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित हो चुकी है. आखिरी रिलीज़ लहरिया लूटा ये राजा जी में मेरी भूमिका एक एक्शन हीरो की है.
आप नई नई अभिनेत्रियो के साथ फिल्म करने के लिए जाने जाते हैं । इस साल तीन नई नई एक्ट्रेस को लांच कर चुके हैं क्या वजह है ?
( हँसते हुए ) हाँ ये सच है बलिदान में मेरे अपोजिट दुबई से आई अम्बिका थी वहीँ सत्यमेव जयते में अक्षरा और जरा देब....से शिखा ने भोजपुरी फिल्म जगत में कदम रखा है। वैसे मैं तो इसे इत्तिफाक मानता हूँ, भोजपुरी फिल्मो के मेरे दस साल के सफ़र में लगभग दो दर्ज़न अभिनेत्रियो ने अपने अभिनय की शुरुवात मेरे साथ की है।
भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से आपकी बादशाहत कायम है क्या कहेंगे ?
मैं इसे बादशाहत नहीं समझता , इसे अपने दर्शको फिल्म निर्माताओ और निर्देशकों का अपने प्रति प्यार समझता हूँ। आज अगर मैं ग्लेमर के हर क्षेत्र में अच्छी इज्जत पाता हूँ तो ये मेरे दर्शको का प्यार है जिसके कारण एक भोजपुरिया को इतनी इज्जत मिल रही है. इतना ही नहीं आज बड़ी बड़ी कंपनिया भोजपुरी में आ रही है और मैं ही सबकी पहली पसंद हूँ. मैं अपने निर्माताओं का उदाहरण देना चाहता हूँ बलिदान के निर्माता शाम परवानी एन आर आई हैं तो सत्यमेव जयते के निर्माता अनिल सिंह पेशे से भवन निर्माता और जरा देब के निर्माता पवन शर्मा बड़े उद्योगपति । उन लोगो का मेरे प्रति उनका प्यार ही है की उन लोगो ने जब फिल्म निर्माण की बात सोची तो मुझे पसंद किया।