रविवार, मई 30, 2010

एक नारी की संघर्ष गाथा है ‘‘दामिनी’’


भोजपुरी में हमेशा से मिनिंगफुल फिल्में बनाने के लिए मशहुर रही विजय लक्ष्मी इंटरनेशनल अब दर्शकों के बीच एक नारी की संघर्ष गाथा ‘‘दामिनी’’ को लेकर उपस्थित होने वाली है। फिल्म के प्रस्तुतकत्र्ता अनिल कुमार की माने तो वो कहते है कि एक औरत अगर माँ, बहन, बेटी और पत्नी बनकर अपना ममता बरसा सकती है तो चंडी बनक वह रावण रूपी इंसान को तबाह व बर्बाद भी कर सकती है। कुछ कमोवेश यही कहानी है ‘‘दामिनी’’ की। उनका कहना है कि भारतीय सभ्यता संस्कृति में पति को ही परमेश्वर का दर्जा दिया गया है। नारी जब शादी के वक्त अपने पति के साथ सात फेरे लेती है तो सात वचन निभाने का वादा करती है। इन्हीं सात वचनों पर आधारित है यह फिल्म। फिल्म कुली और चाचा भतीजा के अपार सफलता के बाद निर्माता डॉक्टर सुनील कुमार कि इस फिल्म की कहानी एक ऐसी नारी पर आधारित है जो अपनी पति के मृत्यु के बाद सामाजिक बुराईयों तथा ढकोसलावादी नीतियों से लड़ते हुए न सिर्फ अपने पति के हत्यारों से बदला लेती है बल्कि समाज की गन्दगी कहे जाने वाले रावणरूपी इन्सानों का खातमा भी करती है और शादी के वक्त अपने पति को दिये गये सात वचनों को निभाती है। फिल्म प्रदर्शन के लिए तैयार है और यह फिल्म सम्भवतः 11 जुन को प्रदर्शित होगी। इस फिल्म में मुख्य भूमिका विनय आनंद, रानी चटर्जी, विराज भट्ट, रेखा, शहबाज खान, नारायण प्रसाद, रश्मि, उषा पौडेल व स्वाती वर्मा ने निभाया है। जबकि प्रस्तुतकत्र्ता, अनिल कुमार है। विजय लक्ष्मी इंटरनेशनल के बैनर तले बनी इस फिल्म के लेखक निर्देशक मनोज नारायण, गीत संगीत श्याम देहाती, छायाकार राजू, राम प्रधान है। इस फिल्म में कुल तेरह गाने है। जिसे गाया है कुमार शानू, विनोद राठोड़, रजनीश, इन्दू सोनाली, साधना सरगम, कल्पना, गुड्डू रंगीला व अल्का यज्ञनिक है।

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