मंगलवार, फ़रवरी 07, 2012

एक बंजारा - बालगोविन्द


भोजपुरी सिने जगत के खल अभिनेताओ में कम्पीटिशन जैसा माहौल पैदा हो गया है। उसी कड़ी में एक और नाम जुड़ता है बालगोविंद बंजारा का। तो आप लोग सोच रहे होंगें कि बंजारा क्या होता है। तो इसका मतलब भी मैं समझा देता हूँ। जब बालगोविंद से इस विषय में पूछा कि आप बालगोविंद मद्धेशिया से बंजारा से क्यों लिखते हैं ? तो उन्होंने सरल सीधा जबाव देते हुए कहा कि हम कलाकार लोग बंजारा हैं। कहीं भी तंबू बंबू गाड़कर अपने कला को कैमरे में कैद करके दर्शकों को परोसते हैं। तो हम लोग बंजारा ही हुए। इस समय बालगोविन्द ‘‘एक बिहारी सौ पर भारी’’ जिसके निर्देशक हैं जगदीश शर्मा, वहीं फहीम खान के निर्देशन में बन रही फिल्म ‘‘दिल तऽ पागल होला’’, रामदेवन निर्देशित ‘‘काली’’ की शूटिंग में काफी व्यस्त हैं। इनकी आने वालीफिल्म ‘यादव पान भण्डार’, ‘धुरंधर’, ‘मितवा जनम जनम के’, धुरंधर में इनके उपर एक शानदार होली गीत फिल्माया गया है।

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