सोमवार, अक्तूबर 12, 2009

भोजपुरी को आस्कर तक ले जाने की तमन्ना - रवि किशन



बरसो पहले अभिनय की भूख लेकर मुंबई आया जौनपुर का छोरा रवि किशन भोजपुरी फिल्मो का महानायक तो बन गया लेकिन हिन्दी फिल्मो में उन्हें वो मुकाम हासिल नही हो पाया जिसके वो हकदार थे, लेकिन पिछले दो साल से रवि किशन ने बड़े बड़े फ़िल्म मेकर्स की फिल्मो में अच्छी भूमिका अदा कर हिन्दी फ़िल्म इंडस्ट्रीज को यह एहसास करा दिया की इंडस्ट्रीज एक नगीने को बरसो तक उपेक्षा का शिकार बनाती रही । ख़ुद रवि किशन को इस बात का मलाल अवश्य था की अच्छे अभिनय और हीरो की छवि के वावजूद हिन्दी फ़िल्म इंडस्ट्रीज में उन्हें वो मुकाम हासिल क्यों नही हुआ। इसी साल रिलीज़ हुई सोहम शाह निर्देशित अष्टविनायक की लक में रवि किशन के अभिनय को काफ़ी सराहा गया। आज रवि किशन सबसे व्यस्त अभिनेताओ की श्रेणी में अग्रीम पंक्ति में हैं। भोजपुरी की सर्वाधिक फ़िल्म आज भी उनके पास है , इसके अलावा हिन्दी की लगभग एक दर्ज़न फ़िल्म और दो टीवी शो में वो एंकर की भूमिका अदा कर रहे हैं। दीपावली के अवसर पर उनसे विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत बातचीत हुई । प्रस्तुत हैं अंश -

दीपावली का अवसर है....इसीलिए पहला सवाल ये है की इससे जुड़ी कोई यादें बताइए ....

जब भी दीपावली का त्यौहार आता है मैं २० साल पुरानी यादो में खो जाता हूँ। बात उन दिनों की है जब मैं पढ़ाई कर रहा था, अपने पॉकेट खर्च निकलने के लिए मैं पार्ट टाइम काम भी करता था, जिसकी जानकारी मेरी माँ को नही थी। दिवाली के अवसर पर मैंने काम से बचाए पैसो ( ७५ रूपये ) से मैंने अपनी माँ के लिए साड़ी खरीदी और दिवाली के दिन उन्हें दिया । माँ ने साड़ी देखते ही बिना कोई सवाल पूछे मुझे जोरदार थप्पड़ मारा, मेरी माँ को लग रहा था की मैंने कोई ग़लत काम कर पैसे कमाए है। लेकिन जब उन्हें सच्चाई पता चली तो वो ख़ुद रो पड़ी।

आपकी आने वाली फिल्मो के बारे में बताइए ?

सबसे पहले मैं अगर हिन्दी फिल्मो की बात करू तो इनं दिनों मणि सर ( मणिरत्नम ) की रावण की शूटिंग अन्तिम चरण में है। इस फ़िल्म में मेरे साथ अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्य राय , गोविंदा और साउथ के सुपर स्टार विक्रम भी केंद्रीय भूमिका में है। इसके अलावा श्याम बाबु ( श्याम बेनेगल) की फ़िल्म वेल डान अब्बा , टी.पी.अग्रवाल की न घर के न घाट के, लूट, मुक्ति, चाय गरम, और एक बड़े बजट की हिंगलिश फ़िल्म भी कर रहा हूँ। जहाँ तक भोजपुरी की बात है तो उदित नारायण जी की फ़िल्म कानून हमरा मुट्ठी में इसी सप्ताह रिलीज़ हो रही है, इसके बाद रंगबाज दरोगा, चंदू की चमेली, जल्द ही प्रर्दशित होगी। फिलहाल बबलू सोनी की सत्यमेव जयते, राज कुमार पांडे की देवरा बड़ा सतावेला और के.डी.की बलिदान की शूटिंग जोर शोर से चल रही है। इसके बाद सुशील उपाध्याय की ज्वालामुखी, किरण कान्त वर्मा की देवदास , धीरज कुमार की राम वनावले जोड़ी, और असलम शेख की राम अवतार की शूटिंग शुरू होगी।

रावण में आपके किरदार की काफ़ी चर्चा हो रही है , क्या भूमिका है आपकी ?

मैं इस बारे में ज्यादा कुछ तो नही बताऊंगा, लेकिन इतना ज़रूर कहूँगा की इस फ़िल्म में मैं और अभिषेक भाई भाई है। दोनों का अंदाज़ गवई है । मैंने इस फ़िल्म के लिए काफ़ी मेहनत की है। अपने लुक को अपने किरदार के अनुसार ढालने के लिए काफ़ी कुछ करना पड़ा है।
आप टीवी में भी बीजी है, सुना है कोई सेलिब्रिटी शो भी होस्ट कर रहे हैं ?

हाँ फिलहाल तो मैं महुआ चैनल के लोकप्रिय शो सुर संग्राम को होस्ट कर रहा हूँ और जल्द ही एक चैनल के लिए एक शो होस्ट करने वाला हूँ। शो काफ़ी बड़ा है और इसका कांसेप्ट भी बिल्कुल अलग है। इसमे कई बड़े सितारे शामिल हो रहे हैं , जल्द ही इस शो की घोषणा हो जायेगी।

हिन्दी फिल्मो में व्यस्त हैं तो क्या भोजपुरी फिल्में नही करेंगे ?

भोजपुरी फिल्में नही करने का तो सवाल ही नही उठता है। भोजपुरी फिल्मो के कारण ही आज हिन्दी फिल्मो का द्वार मेरे लिए खुला है । वैसे भी भोजपुरी मेरी मातृभाषा है और मुझे भोजपुरी फिल्मो में काम करना पसंद है। जहाँ तक हिन्दी फिल्मो में व्यस्तता की बात है तो मैं भोजपुरी में अपनी फिल्मो की संख्या थोडी कम कर दी है। पहले साल में १२ भोजपुरी फिल्मे करता था ,अब ५-६ फिल्में ही करूँगा।

आप भोजपुरी फिल्मो का भविष्य क्या देखते हैं ?

मेरी इच्छा है की भोजपुरी को मैं ऑस्कर तक ले जाऊ, मैंने भोजपुरी फिल्मो के नेशनल अवार्ड मिलने का सपना देखा था। कब होई गवना हमार ने मेरा ये सपना पूरा कर दिया । आज भोजपुरी में अच्छे अच्छे मेकर और बड़ी बड़ी कंपनिया आ गई है जाहिर है अब वो दिन दूर नही जब भोजपुरी फ़िल्म ऑस्कर में भी धूम मचाएगी।

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