रामपुर का वासी हूँ मैं, लक्ष्मण मेरा नाम, सीधी-सादी बोली मेरी, सीधा-साधा काम। ‘ये गीत आज भी जब बजता है, तो संगीत प्रेमी झूमने लगते है और सामने झूमते हुए मटकने लगते हैं अपने डब्बू भाई अर्थात रणधीर कपूर। रणधीर की नायिका रेखा थी और कबाब में हडडी थे शत्रुघ्न सिन्हा। भोजपुरी में एन. सी. इंटरप्राइजेज के बैनर तले बन रही निर्माता चन्दन सिंह की यह फिल्म उसी शत्रु भईया की दिलकश अदाकारी को समर्पित है। इस फिल्म के निर्देशक हैरी फर्नाडीस हैं और ‘‘रामपुर के लक्ष्मण’’ डब्बू अपने रविकिशन हैं। लेकिन सब कुछ साम्य दिखने के बावजूद इस फिल्म की कथा-पटकथा का उस फिल्म से कोई लेना-देना नहीं है। इसी फिल्म के पहले दिन की शूटिंग शुरू हुई साकीनाका (मुंबई) के एस. जे. स्टूडियों में...जहाँ पधारे विशिष्ट वेषभूषा में भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन और तीन हसीनाएं एक-एक कर उनके पहलू में आ गयी। ‘तेरे नाम’ के गेट अप में रवि बिल्कुल पुजारी दिख रहे थे। और इनकी हसीनाओं में पहले आयी संगीता तिवारी जो पहले ‘‘ए बलम परदेसी’’ में इनकी नायिका रह चुकी थी। दूसरी थीं दिव्या द्विवेदी जो ‘‘गंगा जईसन पावन पिरितिया हमार’’ में रवि के साथ थी। तीसरी अक्षरा के अभिनय जीवन का शुभारंभ ही रविकिशन के साथ हुआ। लक्ष्मण की भूमिका कर रहे, रविकिशन इन सुन्दरियों के साथ किशन कन्हैया के रूप में आनंद ले रहे थे। अरे हाँ, एक चैथी नायिका भी है, उस सुन्दरी की तो चर्चा ही नहीं हुई। वह है- गुंजन पंत। रवि किशन जुल्म-ओ सितम के शिकार व्यक्ति हैं और उन्हें इंतजार है, सही मौके का ताकि बदले की आग की धधकती ज्वाला शांत हो सके। इसमें दूसरे नायक सिकन्दर खरबंदा हैं जो पुलिस इंस्पेक्टर की भूमिका में है। फिल्म के निर्देशक हैरी फर्नाडीस जो इससे पहले भूमिपूत्र, विधाता, आज के करण-अर्जुन जैसी फिल्में दे चुके हैं बताते हैं कि इस बिग-बजट फिल्म में वह सब कुछ होगा जो एक मसाला फिल्म में होता है। पहले दिन की शुटिंग में हॉस्पिटल का दृश्य है। रवि की माँ गंभीर रूप से बीमार है। वह इसी सिलसिले में अस्पताल पहुँचे है। जहाँ उनकी माँ (माया यादव) का इलाज डा. बने अनुप अरोड़ा और लेड़ी डॉक्टर बनी दिव्या द्विवेदी कर रही है। एक दो टेक के बाद शोट ओ. के होता है। फिल्म के निर्माता चंदन सिंह जो इससे पहले रविकिशन के साथ ही राम-बलराम जैसी फिल्म बना चुके हैं, के अनुसार यह एक मर्डर मिस्ट्री थ्रिलर है। जो दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करेगी। फिल्म में दस गाने हैं जिन्हें लिखा है, प्यारे लाल यादव कवि, सचिदानंद कवच, राकेश सिंह, संतोषपुरी और श्याम देहाती ने वहीं मधुर संगीत दिया है गुणवंत सेन ने। फिल्म में सुपरस्टार रवि किशन के साथ सिकन्दर खरबंदा, अक्षरा, गुंजन पंत, संगीता तिवारी, दिव्या द्विवेदी, अनुप अरोड़ा, माया यादव, ब्रिजेश त्रिपाठी, मुश्ताक खान, समीर खान, अवधेश मिश्रा व अनारा गुप्ता हैं । फिल्म के कथा-पटकथा लेखक हैरी फर्नाडीस, संवाद के. मनोज सिंह, एक्शन आर. पी. यादव, कला विजय दास, छायाकार प्रमोद पाण्डे, नृत्य-निर्देशक रिकी गुप्ता, पप्पू खन्ना, दिलीप मिस्त्री, रामदेवन, कार्यकारी निर्माता जान चेरियन हैं।
शुक्रवार, जुलाई 02, 2010
शूटिंग रिपोर्ट- एस. जे. स्टूडियो में पधारे ‘‘रामपुर के लक्ष्मण’’
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