भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन की ख्याति आज चारो ओर फ़ैल रही है। भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से अपना जलवा बिखेर रहे रवि किशन ने हिंदी फिल्म जगत और छोटे परदे पर भी अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करवाई है। आज हालात ऐसे हैं की चाहे फिल्म हो टी वी हो , विज्ञापन हो या फिर स्टेज शो , हर जगह रवि किशन के नाम की ही चर्चा है। जहां तक भोजपुरी फिल्मो की बात है तो इस साल रिलीज़ हुई उनकी फिल्म देवरा बड़ा सतावेला इस साल की सबसे बड़ी हिट फिल्म मानी जा रही है। इसके अलावा ९ जुलाई को बिहार में रिलीज़ हुई उनकी फिल्म सत्यमेव जयते और १६ जुलाई को रिलीज़ हुई जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में रिकोर्ड तोड़ सफलता की और अग्रसर है। रवि किशन से उनके फ़िल्मी सफ़र , उनको मिल रही अपार सफलता और आगामी योजना पर उनसे विस्तृत बातचीत हुई. प्रस्तुत है कुछ अंश :
आज आप सफलता के उत्कर्ष पर हैं ...कैसा महसूस करते हैं जब आप आज और बीते पलों में फर्क महसूस करते हैं.
सफलता किसे अच्छी नहीं लगती , लेकिन मुझे ये कहने में कोई हर्ज़ नहीं है की इस सफलता को पाने के लिए किस तरह मेहनत की है मैंने। मुझे वो दिन भी याद है जब कई बड़े प्रोडक्शन हाउस के बाहर घंटो खड़ा रहना पड़ता था लेकिन आज उसी कंपनी में लोग मेरा इंतज़ार करते हैं. कहने का मतलब ये है की एक बार अगर दर्शको ने आपको प्यार करना शुरू कर दिया तब आपके सारे बंद दरवाजे खुल जाते हैं. लोगो का नज़रिया आपके प्रति बदल जाता है.
सफलता का श्रेय किसे देना चाहेंगे ?
बेशक अपने माता - पिता के आशीर्वाद और दर्शको को जिनकी बदौलत आज हर क्षेत्र के लोग मुझे सम्मान दे रहे हैं. सफलता के हकदार मेरा परिवार भी है जिन्होंने मेरे बुरे दौर में मुझे हौसला दिया जिससे मुझे नई शक्ति मिली .
लगातार चार सुपर हिट फिल्म आपने दी है , सुना है आपने अपनी कीमत बढ़ा ली है ? मैंने अपनी कीमत नहीं बढाई, मेरे निर्माता मेरी कीमत बढ़ा कर दे रहे हैं। जरा देब दुनिया तोहरा प्यार के निर्माता पवन शर्मा ने काफी ऊँची कीमत पर मुझे साइन किया है। और भी कई लोग खुद फोन कर ऊँची कीमत देने की बात कर रहे हैं.
लगातार चार सुपर हिट फिल्म आपने दी है , सुना है आपने अपनी कीमत बढ़ा ली है ? मैंने अपनी कीमत नहीं बढाई, मेरे निर्माता मेरी कीमत बढ़ा कर दे रहे हैं। जरा देब दुनिया तोहरा प्यार के निर्माता पवन शर्मा ने काफी ऊँची कीमत पर मुझे साइन किया है। और भी कई लोग खुद फोन कर ऊँची कीमत देने की बात कर रहे हैं.
क्या है इन फिल्मो में जो लोग दीवाने बने हैं ?
इस साल की सबसे बड़ी हिट देबरा बड़ा सतावेला है जिसमे मैंने अपनी पत्नी के प्यार में पागल पति की भूमिका में हूँ। उसके बाद मेरी फिल्म बलिदान रिलीज़ हुई है , जिसमे मैंने तीन अलग अलग किरदारों को जिया है, उनमे से मेरा पसंदीदा किरदार साठ साल के बूढ़े वाला किरदार है. अन्याय के खिलाफ उस बुजुर्ग द्वारा उठाया गया कदम आम लोगो के लिए प्रेरणा श्रोत बन गया है, बिहार में इस फिल्म को अच्छी सफलता मिली है और दर्शक इसे काफी पसंद कर रहे हैं. जहां तक सत्यमेव जयते की बात है तो मैं इसे एक परिपूर्ण फिल्म मानता हूँ. फिल्म में जहां जबरदस्त एक्शन है वहीँ भरपूर मसाला भी जो दर्शको को काफी पसंद आ रहा है. जहां तक जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में की बात है तो ये एक लव स्टोरी है . सत्यमेव जयते से भोजपुरी जगत को एक नई अदाकारा मिल गया है. पटना की अक्षरा इस फिल्म से भोजपुरी फिल्म जगत में छा गयी है.
सत्यमेव जयते का अनुभव कैसा रहा ?
सत्यमेव जयते मेरे कैरियर की दस अच्छी फिल्मो में से एक है। इस फिल्म के निर्देशक बबलू सोनी के साथ मेरा काफी पुराना सम्बन्ध रहा है। भोजपुरी की राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म कब होई गवना हमार में वो एसोसियेट डिरेक्टर थे। उन्होंने अपनी पहली फिल्म बांके बिहारी एम एल ए दूसरी बिहारी माफिया में भी मैं उनके साथ था . तकनिकी रूप से काफी मजबूत निर्देशक हैं बबलू . फिल्म के निर्माता अनिल सिंह मेरे बड़े भाई जैसे हैं . जहां तक अनुभव की बात है तो मरे लिए ये प्रोजेक्ट यादगार रहा , फिल्म की डिमांड के अनुसार काफी खर्च किया गया है. इस फिल्म से अनिल जी के साथ मेरा सम्बन्ध काफी मधुर हो गए हैं और हमलोग साथ मिलकर कुछ प्रोजेक्ट करने वाले हैं.
आप नई नई अभिनेत्रियो के साथ फिल्म करने के लिए जाने जाते हैं । इस साल तीन नई नई एक्ट्रेस को लांच कर चुके हैं क्या वजह है ?
( हँसते हुए ) हाँ ये सच है बलिदान में मेरे अपोजिट दुबई से आई अम्बिका थी वहीँ सत्यमेव जयते में अक्षरा और जरा देब....से शिखा ने भोजपुरी फिल्म जगत में कदम रखा है। वैसे मैं तो इसे इत्तिफाक मानता हूँ, भोजपुरी फिल्मो के मेरे दस साल के सफ़र में लगभग दो दर्ज़न अभिनेत्रियो ने अपने अभिनय की शुरुवात मेरे साथ की है।
भोजपुरी फिल्म जगत में पिछले दस साल से आपकी बादशाहत कायम है क्या कहेंगे ?
मैं इसे बादशाहत नहीं समझता , इसे अपने दर्शको फिल्म निर्माताओ और निर्देशकों का अपने प्रति प्यार समझता हूँ। मैं अपने निर्माताओं का उदाहरण देना चाहता हूँ बलिदान के निर्माता शाम परवानी एन आर आई हैं तो सत्यमेव जयते के निर्माता अनिल सिंह पेशे से भवन निर्माता और जरा देब के निर्माता पवन शर्मा बड़े उद्योगपति । उन लोगो का मेरे प्रति उनका प्यार ही है की उन लोगो ने जब फिल्म निर्माण की बात सोची तो मुझे पसंद किया।
आप भोजपुरी के साथ साथ हिंदी फिल्मो और टेलीविजन पर भी व्यस्त हैं फिलहाल कौन कौन सा प्रोजेक्ट कर रहे हैं ?
भोजपुरी की तो दर्ज़न भर फिल्मे मेरे पास है और रोज इसमें बढ़ोतरी हो रही है , हिंदी में भी कई बड़े प्रोजेक्ट हैं। जहां तक टेलीविजन की बात है तो जल्द ही राज पिछले जनम की शूटिंग शुरू होने वाली है। एक और बड़े चैनल के बड़े शो की बात चल रही है लेकिन समय के अभाव के कारण शायद ना कर पाऊं । भोजपुरी के चैनल महुआ पर सुर संग्राम भी कर रहा हूँ ।
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