भोजपुरी फिल्मो की तरीका स्वाति वर्मा और उसके बेटे का पिछले दिनों भीड़ भाड़ वाले एक अदालत से समर सिंह के गुंडों ने अपहरण कर लिया वो भी उनके पति सुशील सिंह , देवर राजीव दिनकर, व निजाम खान की मौजूदगी में। आप सोच रहे होंगे की इतनी हॉट न्यूज़ पर कुछ चर्चा क्यूँ नही हो रहा है, दरअसल सारा मामला फिल्मी है। पिछले दिनों स्टार मेकर निर्देशक के.डी.उर्फ दिनकर कपूर की फ़िल्म कबहू छूटे न ई साथ की शूटिंग मुंबई के बसरा स्टूडियो में चल रही थी। निर्माता निजाम खान और निर्देशक के.डी.के बुलावे पर पत्रकारों की टीम वहां पहुँची तो के.डी.वहां बने अदालत के कमरे में टी.वी.मोनिटर पर बैठकर दृश्य का अवलोकन कर रहे थे। सुशिल सिंह वकील की पोशाक में थे तो राजीव दिनकर मुजरिम के कठघरे में खड़े थे। सामने दर्शक द्रुघा में राजीव की माशूका स्वीटी, स्वाति वर्मा, निजाम खान, प्रिया सिंह , प्रकाश जैस , खुशी , और समरसिंह ( अनिल यादव) अपने गुर्गो के साथ थे। के.डी.के एक्शन कहते ही सुशील सिंह और एक अन्य वकील में जोरदार बहस शुरू हुई और जब सुशिल सिंह का पलडा भरी पर्ने लगा तब समर सिंह के इशारे पर उसके गुंडों ने भरी अदालत में स्वाति वर्मा का अपहरण कर लिया। के.डी.के कट कहते ही हम उनसे इस दृश्य के बारे में विचार विमर्श करने लगे । के.डी.ने बताया की कबहू छूटे न ई साथ तीन भाइयो की कहानी है। परिस्थिति ऐसी बनती है की दोनों छोटे भाई राजीव और निजाम अपने बड़े भाई सुशील सिंह से बिचड जाते हैं। सुशील सिंह नामी वकील हैं वहीँ राजीव ऑटो रिक्शा चलाकर अपना गुजरा करता है, जबकि निजाम खान पढ़ाई करता है। यहाँ जो दृश्य चल रहा है वो एक हत्या के मामले का है। राजीव को हत्या के झूठे मामले में फंसा दिया जाता है और सुशील सिंह इसका वचाव करते हैं। के.डी.ने आगे बताया की फ़िल्म की शूटिंग लगभग पूरी होगई है और सितम्बर में ये फ़िल्म दर्शको के समक्ष होगी। श्री साईं सिने विजन ( सुमीत वर्मा ) इस फ़िल्म के प्रस्तुतकर्ता हैं जबकि इसका निर्माण सबा आर्ट इंटरनेशनल ने किया है। इस फ़िल्म से प्रसिद्द कोरियोग्राफेर राजीव दिनकर अपने अभिनय की पारी की शुरुवात कर रहे हैं।
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