मंगलवार, फ़रवरी 19, 2013

चोकलेटी जुबेर खान बना खलनायक छोटन यादव


हिन्दी फ़िल्म इंडस्ट्रीज में आमिर, शाहरुख़ और सलमान खान का डंका भले ही बजता हो लेकिन भोजपुरी फ़िल्म इंडस्ट्रीज के पास एक भी खान नही था , लेकिन इस कमी को पूरा कर दिया है जुबेर खान ने  . प्रसिद्द निर्देशक असलम शेख की खोज जुबेर की पहली फिल्म रखवाला इसी शुक्रवार रिलीज़ हुई है जिसमे वो छोटन यादव नाम के विलेन की भूमिका में हैं. फिल्म चर्चा का विषय तो बनी ही हुई है साथ ही विलेन के रूप में जुबेर की भी चर्चा हो रही है . असलम शेख को अपना आदर्श मानने वाले जुबेर की शुरुवात भोजपुरी के सुपर स्टार निरहुआ के साथ हुई है . वो कहते हैं मेरे पहले ही शॉट में मेरा मुकाबला निरहुआ के साथ था और उनकी हौसला अफजाई की वजह से मुझमे काफी आत्मविश्वास आया .  मुंबई के पले बढे जुबेर खान शायद एक मात्र ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने किशोर नामित कपूर के पास से अभिनय के गुर सिखने के बाद अभिनय की शुरुवात भोजपुरी फिल्मो से ही करने का फ़ैसला किया। आख़िर क्या वजह थी ? पूछने पर जुबेर ने बताया - मेरी माँ बनारस की है, मुंबई में रहने के वावजूद उनके संस्कार बनारस के ही हैं और मुझ पर मेरी माँ की गहरी छाप है इसीलिए मैंने फ़ैसला किया की अभिनय की शुरुवात अपनी माँ की मातृभाषा से ही किया जाए। जुबेर इस बात से इनकार करते हैं की भोजपुरी फ़िल्म करने के बाद उन्हें हिन्दी फिल्मो में मुकाम हासिल नही हो पायेगा । उनका मानना है की अगर आपमें अभिनय क्षमता है तो हर जगह आपकी पूछ होगी। भवन निर्माण के क्षेत्र से जुड़े परिवार का हिस्सा होने के वावजूद जुबेर ने अभिनय, डांस, सिखने में अपना वक्त देना शुरू कर दिया था। बकौल जुबेर वो फ़िल्म इंडस्ट्रीज में लम्बी पारी खेलने आए हैं और पूर्ण विश्वास है की उनका सपना पूरा होगा।

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