गुरुवार, अक्तूबर 14, 2010

’’सुगना’’ के सेट पर रासरंग


निर्माता -निर्देशक अजय के ओझा की पहली भोजपुरी फिल्म ‘‘सुगना’’ के सेट पर पहले दिन ही रास-रंग का समा बंध गया। मदर नेचर केयर बंगला मढ़ में यह नज़ारा वहाँ उपस्थित कलाकार तकनीशियों के साथ सारे पत्रकारों ने भी देखा और खूब आनंद लिया। मंत्रीजी बने प्रमोद माऊथो का दरबार लगा था। चमचों की सूची में शराब के व्यवसायी प्रदीप गुप्ता और भ्रष्ट पुलिस औफिसर के रूप में गोविन्द खत्री भी अपनी सुधबुध खो रहे थे। महफिल में नृत्यांगन सीमा सिंह जलवानशीं थी। सीमा पर सभी फिदा थे और वह अपनी रौ में गा रही थी। ‘‘ई जवनिया के जाम पी ल ए राजाजी’’। सीमा का रूप लावण्य जहाँ महफिल मे उन्माद पैदाकर रहा था, प्रमोद माऊथो का काईयांपन एक अलग ही भवितव्य का संकेत दे रहा था। ‘‘सनम हम आपके हैं ’’और ‘‘सुबह होने तक’’ जैसी हिन्दी फिल्म बना चुके अजय ओझा इस फिल्म से अपने छोटे बेटे आदित्य ओझा को नायक बनाकर रजतपट पर उतार रहे हैं।राजीव दिनकर भी इस फिल्म के दूसरे प्रमुख कलाकार हैं। यह फिल्म एक प्रेम कहानी होते हुए भी पूरी तरह एक्शन पैक्ड होगी। श्रीओझा का कहना है- ‘‘सुगना’’ भोजपुरी दर्शकों की सोच बदल देगी। यह एक सार्थक और सम्पूर्ण मनोरंजक फिल्म होगी।

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