गुरुवार, सितंबर 16, 2010

अद्भुत अद्भुतम अद्भुतास


जिंदगी झंड बा फिर भी घमंड बा जैसे प्रचलित शब्दों को सुनते ही लोगो के जेहन में एक मात्र नाम आता है वो हैं भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन का. अब इसके अलावा भी एक शब्द बिहार उत्तर प्रदेश में काफी लोकप्रिय हो गया है वो है अद्भूत अद्भूतम अद्भूतास . जी हाँ इस शब्द के जन्म दाता हैं रवि किशन . भोजपुरी मनोरंजन चैनेल महुआ के लोकप्रिय शो सुर संग्राम में बतौर जज भाग ले रहे रवि किशन का किसी प्रतियोगी के लिए प्रयुक्त किया गया शब्द प्रतियोगियों के लिए संजीवनी का काम करता है. इस शब्द की लोक्रियता का फायदा शो की टीआरपी पर भी पद रहा है. छोटे परदे पर टीआरपी लाने के लिए मशहूर रवि किशन सुर संग्राम सीजन वन में अंतिम के दस एपिसोड में शामिल हुए थे और आश्चर्यजनक रूप से शो की टीआरपी तीन गुना बढ़ गयी थी. यही वजह है की चैनल ने काफी प्रयास के बाद रवि किशन को शुरू से ही जज बनाने के लिए मना लिया. चैनल का यह प्रयोग सफल रहा है क्योंकि सुर संग्राम की शुरुवाती टीआरपी काफी अच्छी रही है. महुआ के सी इ ओ पंकज तिवारी भी मानते हैं की रवि किशन के अंदाज़ से शो और चैनल दोनों को ही फायदा हो रहा है. पंकज तिवारी के अनुसार चैनल का प्रयास रहता है की रवि किशन उनके हर रियलिटी शो का हिस्सा बने. बहरहाल रवि किशन ने सुर संग्राम के माध्यम से बिहार उत्तरप्रदेश के युवाओ को नया तकिया कलाम अद्भुत अद्भुतम अद्भुतास के रूप में दे दिया है.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें