गुरुवार, जून 03, 2010
ब्रजेश त्रिपाठी का जलवा
भोजपुरी सिनेमा में कई नायकों का जलवा रहा है, लेकिन बात अगर चरित्र अभिनेताओं की की जाए तो ब्रजेश त्रिपाठी का ही नाम सर्वप्रथम आएगा। ब्रजेश त्रिपाठी पिछलें तीन दशक से भोजपुरी सिनेमा से जुड़े रहे हैं। सईया तोहरें कारण (1979) से अपने कैरियर की शुरूआत करने वाले ब्रजेश की बतौर खलनायक पहली भोजपुरी फिल्म ‘‘बांसुरिया बाजे गंगा तीर’’ थी। भोजपुरी का स्वार्णीम तीसरें दौर की पहली फिल्म ‘‘सईया हमार’’ से ही ब्रजेश त्रिपाठी का जलवा भोजपुरिया पर्दे पर रहा है जो अब तक अनवरत जारी है। सईया हमार, गंगा जईसन भाई हमार, पंडित जी बताई ना बियाह कब होई, पूरब, देहाती बाबू, उठइले घुंघटा चाँद देख लें, रसिक बलमा, कन्हेया, देवा, रंगली चुनरिया, तोहरे नाम, परिवार, रंगबाज दरोगा, 2009 की सबसे बड़ी हिट ‘‘तोहार नईखें कवनों जोड़ तू बेजोड़ बाडू हों’’ जैसे पचासों फिल्मों के दमदार अभिनेता ब्रजेश त्रिपाठी की इस वर्ष प्रदर्शीत सात सहेलियाँ, देवरा बड़ा सतावेला, सईया के साथ मड़ईया में भी बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही हैं। ब्रजेश त्रिपाठी अपनी इस सफलता का पूरा श्रेय दर्शकों, भगवान, अपने परिवार व तमाम शुभचिंतकों को देते हैं। ब्रजेश त्रिपाठी आज सभी निर्देशकों के भी पहली पसंद है और मोहन जी प्रसाद, असलम शेख, जगदीश शर्मा, हैरी फर्नाडिस व राजकुमार पाडें सहित कई निर्देशकों का अपने सफलता के लिए अभार प्रकट करतें हैं। अगामी महीनों में भी ब्रजेश का जलवा जारी रहेगा, कयोंकि अभी तू ही मोर बालमा, मत्युंजय, कुरूक्षेत्र, ननिहाल, लहरिया लुटए राजा जी, मार देब गोली केहूना बोली सहित दर्जन भर दमदार फिल्में तैयार है।
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