अक्षरा सिंह का नया रूप
भोजपुरी फिल्मो की जानी मानी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ना सिर्फ अपने अभिनय से दर्शको का दिल जीतती है बल्कि परदे के पीछे भी वो निस्वार्थ भाव से समाजसेवा भी करती है . इसका एक ताजा उदाहरण हाल ही में दिखा. अक्षरा की नानी सुषमा पंडा का पिछले दिनों देहांत हो गया . अपनी नानी की याद में और उन्हें श्रधांजलि देने के लिए अक्षरा रांची के बहु बाज़ार स्थित ब्लाइंड स्कूल गयी और उनके साथ ना सिर्फ काफी पल बिताया बल्कि उन्हें भोजन और उपहार भी दिए. अक्षरा सिंह ने उन बच्चो से काफी बातें की और उनके स्कूल के हर कार्यक्रम में आने का वादा किया . अक्षरा सिंह ने बताया की उनका यह अनुभव काफी सुकून देने वाला था . अपनी आँखे खो चुके बच्चो को आम बच्चो से ज्यादा प्यार की ज़रूरत होती है क्योंकि वो दूसरो की आँखों से ही दुनिया को देखते और समझते हैं. उन्होंने कहा की उन बच्चो में कई प्रतिभाशाली बच्चे दिखे जिनके गले में माँ सरस्वती का वास है. नेत्रहीन बच्चो से मिलने के बाद अक्षरा सिंह ने कुष्ट रोगियों ने भी भोजन का वितरण किया .
भोजपुरी फिल्मो की जानी मानी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ना सिर्फ अपने अभिनय से दर्शको का दिल जीतती है बल्कि परदे के पीछे भी वो निस्वार्थ भाव से समाजसेवा भी करती है . इसका एक ताजा उदाहरण हाल ही में दिखा. अक्षरा की नानी सुषमा पंडा का पिछले दिनों देहांत हो गया . अपनी नानी की याद में और उन्हें श्रधांजलि देने के लिए अक्षरा रांची के बहु बाज़ार स्थित ब्लाइंड स्कूल गयी और उनके साथ ना सिर्फ काफी पल बिताया बल्कि उन्हें भोजन और उपहार भी दिए. अक्षरा सिंह ने उन बच्चो से काफी बातें की और उनके स्कूल के हर कार्यक्रम में आने का वादा किया . अक्षरा सिंह ने बताया की उनका यह अनुभव काफी सुकून देने वाला था . अपनी आँखे खो चुके बच्चो को आम बच्चो से ज्यादा प्यार की ज़रूरत होती है क्योंकि वो दूसरो की आँखों से ही दुनिया को देखते और समझते हैं. उन्होंने कहा की उन बच्चो में कई प्रतिभाशाली बच्चे दिखे जिनके गले में माँ सरस्वती का वास है. नेत्रहीन बच्चो से मिलने के बाद अक्षरा सिंह ने कुष्ट रोगियों ने भी भोजन का वितरण किया .
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