भोजपुरी फिल्मो के इतिहास में पहली बार मुंबई के मल्टीप्लेक्स सिनेमेक्स में भोजपुरी फिल्म जगत से जुड़े लोगो की भीड़ जमा थी . मौका था राज ठाकरे की राजनीति पर आधारित फिल्म भूमिपुत्र के प्रीमियर का. भोजपुरी फिल्मो के सुपरस्टार रविकिशन
अभिनीत इस फिल्म के लिए बॉलीवुड की बड़ी हिंदी फिल्मो की तरह अँधेरी स्थित सिनेमेक्स को सजाया गया था. राज ठाकरे की राजनिति पर आधारित इस फिल्म के प्रिमिअर पर फिल्म के कलाकार रविकिशन , पाखी हेगडे, मानसी पांडे, अनंत जोग, आदि ईरानी , निर्देशक हैरी फ़र्नान्डिस , निर्माता डॉक्टर ए.ऍम.खान अभिनेता कुनाल सिंह, अनारा गुप्ता, सहित भोजपुरी फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियाँ मौजूद थे. चूँकि फिल्म राज ठाकरे के उत्तर भारतीय विरोध पर आधारित है इसीलिए मनसे के उपाध्यक्ष वागीश सारस्वत भी फिल्म देखने पहुंचे. भूमिपुत्र में रविकिशन नौकरी की तलाश में बिहार से मुंबई आते हैं और यहाँ वोट की राजनिति से उनका वास्ता होता है। निर्देशक हैरी फ़र्नान्डिस के अनुसार भूमिपुत्र में भूमिपुत्र शव्द की सही परिभाषा बताई गई है। हैरी के अनुसार भूमिपुत्र को किसी क्षेत्र से जोड़ा जाना ग़लत है क्यूंकि हम लोग भारत के भूमिपुत्र हैं न की किसी राज्य, जिले या किसी गाँव के । रविकिशन ने भूमिपुत्र पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की मुंबई हमारी कर्मभूमि है , यहाँ की कमाई से हम गाँव में घर बनाते हैं, माता पिता के सपनो को साकार करते हैं, बहन की शादी के लिए पैसे जुटाते हैं इसीलिए हमें अपनी कर्मभूमि से प्यार है। भूमिपुत्र में भी मैंने यही बात कही है यही नही मैंने महाराष्ट्र के लोकप्रिय गान जय
जय महाराष्ट्र माझा को भी गाया
अभिनीत इस फिल्म के लिए बॉलीवुड की बड़ी हिंदी फिल्मो की तरह अँधेरी स्थित सिनेमेक्स को सजाया गया था. राज ठाकरे की राजनिति पर आधारित इस फिल्म के प्रिमिअर पर फिल्म के कलाकार रविकिशन , पाखी हेगडे, मानसी पांडे, अनंत जोग, आदि ईरानी , निर्देशक हैरी फ़र्नान्डिस , निर्माता डॉक्टर ए.ऍम.खान अभिनेता कुनाल सिंह, अनारा गुप्ता, सहित भोजपुरी फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियाँ मौजूद थे. चूँकि फिल्म राज ठाकरे के उत्तर भारतीय विरोध पर आधारित है इसीलिए मनसे के उपाध्यक्ष वागीश सारस्वत भी फिल्म देखने पहुंचे. भूमिपुत्र में रविकिशन नौकरी की तलाश में बिहार से मुंबई आते हैं और यहाँ वोट की राजनिति से उनका वास्ता होता है। निर्देशक हैरी फ़र्नान्डिस के अनुसार भूमिपुत्र में भूमिपुत्र शव्द की सही परिभाषा बताई गई है। हैरी के अनुसार भूमिपुत्र को किसी क्षेत्र से जोड़ा जाना ग़लत है क्यूंकि हम लोग भारत के भूमिपुत्र हैं न की किसी राज्य, जिले या किसी गाँव के । रविकिशन ने भूमिपुत्र पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की मुंबई हमारी कर्मभूमि है , यहाँ की कमाई से हम गाँव में घर बनाते हैं, माता पिता के सपनो को साकार करते हैं, बहन की शादी के लिए पैसे जुटाते हैं इसीलिए हमें अपनी कर्मभूमि से प्यार है। भूमिपुत्र में भी मैंने यही बात कही है यही नही मैंने महाराष्ट्र के लोकप्रिय गान जय
जय महाराष्ट्र माझा को भी गाया
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