सोमवार, नवंबर 30, 2009

आमिर हुए रवि के अभिनय के कायल



अभिनेता आमिर खान भोजपुरी के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन के अभिनय के कायल हैं और उन्होंने रविकिशन को अपने साथ काम करने का न्योता भेजा है। पिछले दिनों आमिर खान अपनी बहुचर्चित फ़िल्म थ्री इडियट को बिहार उत्त्तर प्रदेश के लोगो तक पहुचने के लिए भोजपुरी चैनल महुआ का सहारा लिया और इसमे उनकी मदद की रवि किशन ने। आमिर खान महुआ पर एक घंटे तक अपनी फ़िल्म को लेकर रवि किशन से बातचीत करेंगे। हाल ही में इसकी शूटिंग मुंबई के बांद्रा में संपन्न हुई। तय समय के मुताविक आमिर ठीक पाँच बजे स्टूडियो पहुँच गए , लेकिन रविकिशन राज पिछले जनम का की शूटिंग में व्यस्त होने के कारण आधे घंटे देरी से पहुचे । आमिर और रवि पूरे ढाई घंटे तक फ़िल्म को लेकर बात की और बातचीत की शुरुवात आमिर ने फ़िल्म लक में रविकिशन के अभिनय की तारीफ़ से की। उन्होंने कहा मैंने लक देखी...सबसे अच्छा काम आपका ही था। बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ तो रवि ने ना सिर्फ़ फ़िल्म बल्कि उनकी निजी जिंदगी से जुड़े कई सवाल पूछे। आमिर ने भी उन सवालो का जवाब इत्मीनान से दिया । आखिरकार जब सवाल जवाब का सिलसिला समाप्त हुआ तब आमिर ने रवि की तारीफ़ करते हुए कहा की पहली बार उन्होंने ढाई घंटे तक किसी का सवालो का जवाब दिया है वरना उनकी प्रेस कॉन्फरन्स मुश्किल से आधे घंटे चलती है। आमिर ने इसे रवि किशन का जादू करार दिया और रविकिशन को कहा की हमलोग जल्द साथ में काम करेंगे ।

आतंक के खिलाफ इस्लाम का पैगाम - बोहलोल दाना


आतंकवाद को जिहाद का नाम देकर कुछ लोग बेवजह इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं, जबकि इस्लाम इंसानियत और भाईचारे का पैगाम देता है और इस धरम में नफरत और आतंक के लिए कोई जगह नही है । यही सार है एस एच के इंटरटेनमेंट की आने वाली फ़िल्म बोहलोल दाना - ऐ सेज ऑफ़ बग़दाद का । निर्देशक अब्दुल कयूम खान और निर्माता शमशीर हुसैन खान की यह फ़िल्म आठ सौ साल पुरानी कहानी से तालुक्क रखती है। सामाजिक सद्भाव का संदेश देने वाले शाही घराने से सम्बन्ध रखने वाले एक फकीर बोहलोल दाना की इस कहानी में यह बताया गया है की आतंक और अत्यचार के ख़िलाफ़ एकजुट होना ज़रूरी है। ख़ुद बोहलोल दाना ने अन्याय और अत्याचार के ख़िलाफ़ न सिर्फ़ आवाज़ उठाया बल्कि बिना हथियार, हिंसा के आतंक पर विजय भी प्राप्त की । फ़िल्म के लेखक मिराक मिर्ज़ा ने बताया की बोहलोल दाना का पैगाम आज भी उतना ही प्रासंगिक है । स्क्रिप्ट लिखते वक्त बोहलोल दाना की कहानी को मैंने आज के एक प्रोफ़ेसर की कहानी के रूप में पिरो दिया है, जिसका मानना है की मैं पहले हिन्दुस्तानी हूँ बाद में मुसलमान । यह फ़िल्म बताती है की इस्लाम में हिंसा के लिए कोई जगह नही है । जब यह मजहब सुसाइड के ख़िलाफ़ है तो सुसाइड बोम्बर का कोंसेप्त कहाँ से आ गया । बोहलोल दाना की भूमिका में हैं अब्बास अली जो सलमान खान और अनिल कपूर के फिटनेस ट्रेनर हैं। हाल ही में इस फ़िल्म का म्यूजिक रिलीज़ किया गया । इस मौके पर अब्बास मस्तान, अश्मित पटेल, शरद कपूर, रमेश तौरानी, सहित फ़िल्म के कलाकार और तकनीशियन मौजूद थे।

बुधवार, नवंबर 18, 2009

सॉरी सर जी डेट का प्रॉब्लम है




सॉरी सर जी डेट का प्रॉब्लम है .......यह शब्द आज भोजपुरी फ़िल्म जगत में काफ़ी लोकप्रिय हो गया है। न सिर्फ़ बड़े स्टार और बड़े तकनीशियन बल्कि छोटे छोटे रोल करने वाले और स्पोट बॉय भी इसी शब्द का बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं और इसकी वजह है भोजपुरी फिल्मो में आया जबरदस्त बूम। भोजपुरी फ़िल्म जगत के पचास साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक साथ सत्रह फिल्मो की शूटिंग चल रही है। हालात यह है की भोजपुरी का कोई भी सितारा खाली नही है। जिन सत्रह फिल्मो की शूटिंग चल रही है उसमे पहला नाम है चर्चित निर्माता आलोक कुमार की फ़िल्म गंगा जमना सरस्वती की जिसमे भोजपुरी के तीनो दिग्गज रविकिशन, मनोज तिवारी और निरहुआ पहली बार साथ काम कर रहे हैं । इस फ़िल्म की शूटिंग मुंबई के कमालिस्तान स्टूडियो सहित कई लोकेशन पर चल रही है। मुंबई में अन्य जिन फिल्मो की शूटिंग चल रही है उनमे निर्देशक धीरज कुमार की रविकिशन अभिनीत राम बनवले जोड़ी , शाद कुमार की त्रिनेत्र , इकबाल बक्श की सुशील सिंह अभिनीत हम हैं मुन्ना भइया, आदि शामिल है । जहाँ तक मुंबई के आसपास में शूट हो रही फिल्मो की बात है उनमे राजकुमार पांडे की रविकिशन पवन सिंह अभिनीत देवरा बड़ा सतावेला शामिल है जबकि तीन फ़िल्म इकबाल बक्श की सोम यादव अनारा गुप्ता अभिनीत दिल तोहरे प्यार में पागल हो गइल की शूटिंग महाबलेश्वर में , जगदीश शर्मा की रविकिशन अभिनीत मार देव गोली केहू ना बोली की शूटिंग राजपिपला में और निर्माता दीपक शर्मा, निर्देशक निर्मल की सुशील सिंह, विराज भट्ट व विनय आनद अभिनीत फ़िल्म जिगर वाला की शूटिंग विरार में इसी सप्ताह शुरू हो रही है। भोजपुरी फिल्मो के गढ़ बिहार में तो इन दिनों जैसे शूटिंग की बहार सी आ गई है । बिहार में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक साथ सात फिल्मे फ्लोर पर है जिसके कारण मुंबई आकर संघर्ष करने में असफल कलाकारों की चांदी हो गई है। पटना से लगे शहर हाजीपुर में दो यूनिट ठहरी हुई है। पहली यूनिट निर्देशक आयुष प्रसाद की फ़िल्म लाट साहब का है जिसमे कोरिओग्रफर से अभिनेता बने राजीव दिनकर मुख्य भूमिका में हैं। दूसरी यूनिट फ़िल्म जोड़ी बा अनमोल की है । निर्माता अरविन्द श्रीवास्तव , निर्देशक अमर ज्योति की इस फ़िल्म में कुणाल सिंह, मनीष चतुर्वेदी, स्वाति वर्मा और अवधेश मिश्रा मुख्य भूमिका में हैं। पटना के ही निकट आरा शहर में प्रसिद्द निर्देशक असलम शेख की फ़िल्म तू ही मोर बालमा की शूटिंग चल रही है. इस फ़िल्म में जूनियर निरहुआ प्रवेश लाल यादव और रिंकू घोष की जोड़ी है। इसी तरह बक्सर में निर्देशक चुनमुन पंडित की फ़िल्म किसना कईलस कमाल की शूटिंग चल रही है जिसमे विनय आनंद और गुंजन पन्त मुख्य भूमिका में हैं। इसी तरह मोतिहारी में निर्माता अनंजय रघुराज व निर्देशक मनोज झा की फ़िल्म प्यार बिना चैन कहाँ रे की शूटिंग जोर शोर से चल रही है। इस फ़िल्म में पवन सिंह और स्मृति सिन्हा की जोड़ी है। छपरा में निर्देशक सुजीत पुरी सुदीप पांडे और स्वीटी छाबरा के साथ मिस्टर तांगा वाला की शूटिंग में व्यस्त हैं। इसी तरह पंकज केसरी अभिनीत जुदाई की शूटिंग भी बिहार में चल रही है। सिर्फ़ यही नही दक्षिण भारत में भी भोजपुरी फिल्मो का बुखार छाया हुआ है । मूवी मुग़ल के नाम से मशहूर डी.रामा नायडू की फ़िल्म शिवा की शूटिंग इन दिनों विशाखापतनम में चल रही है । इस फ़िल्म में निरहुआ और पाखी हेगड़े मुख्य किरदार में हैं। भोजपुरी फिल्मो में आए इस बहार को प्रसिद्द फ़िल्म प्रचारक उदय भगत भोजपुरी फ़िल्म जगत का स्वर्णिम दौर मानते है। बहरहाल साल में मात्र तीस से चालीस फ़िल्म देने वाली इस फ़िल्म जगत के लिए आने वाला साल काफ़ी सुखद माना जा रहा है ।