भोजपुरी फिल्मो के अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले अभिनेता रवि किशन ने इस साल का आगाज अनोखे अंदाज़ से किया है . वो फिल्म जगत के इकलौते अभिनेता बन चुके हैं जिनकी साल के महीने महीने में एक ही दिन तीन तीन फिल्मे रिलीज़ हुई है और तीनो ही फिल्मो का व्यवसाय काफी अच्छा है . इसी शुक्रवार रिलीज़ हुई उनकी हिंदी फिल्म चालीस चौरासी ने फिल्म समीक्षको को तो अपना दीवाना बनाया ही साथ ही फिल्म ने मात्र तीन दिनों में लगभग २ करोड़ का व्यवसाय किया है जो की फिल्म के लागत के अनुपात में बहुत ही अच्छा माना जा रहा है. यही हाल रविकिशन की इस सप्ताह रिलीज़ हुई दो भोजपुरी फिल्मो का है . डॉ. विजाहत करीम की एम.आई.राज निर्देशित केहू हमसे जीत ना पाई बिहार के लगभग साठ सिनेमा घरो में रिलीज़ हुई और दो दिन बाद यानी रविवार को इसके सिनेमा घरो की संख्या में और भी बढ़ोतरी हो गयी. बिहार में पिछले तीन दिनों में फिल्म का अनुमानित व्यवसाय लगभग 18 लाख का है . इसी तरह इसी शुक्रवार मुंबई के लगभग ३० सिनेमा घरो में रिलीज़ हुई मल्लयुद्ध अच्छा व्यवसाय करने में सफल रही है . इस तरह दोनों भोजपुरी और एक हिंदी फिल्म के अच्छे व्यवसाय और शानदार अभिनय ने उनका ग्राफ काफी बाधा दिया है उल्लेखनीय है की इस साल रवि किशन की हिंदी में बड़े बैनरों की कई फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर दस्तक दे रही है जिनमे सैफ अली खान की होम प्रोदाक्षण की एजेंट विनोद, विनोद बच्चन की जिला गाज़ियाबाद , विक्रम भट्ट की डेंजरस इश्क, शैलेश की इसक, डॉ. चन्द्र प्रकाश द्वेदी की मोहल्ला अस्सी, तनु वेड्स मनु पार्ट २ सहित कई बड़ी फिल्मे रिलीज़ हो रही है . भोजपुरी में इस साल उनकी कई फिल्मे ऐसी है जिनमे बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचाने का माद्दा है, जिनमे लेखक से निर्देशक बने संतोष मिश्र की कईसन पियवा के चरितर बा, के.डी. की प्राण जाये पर वचन न जाये, दीपक तिवारी की धुरंधर सहित लगभग एक दर्ज़न filme शामिल है. फिलहाल प्रसिद्द निर्देशक दयाल निहलानी की पहली भोजपुरी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त रवि किशन से इस सम्बन्ध में पुछा गया तो उन्होंने कहा की वो कर्मवादी महादेव भक्त हैं . उन्होंने ख़ुशी जाहिर करते हुए दर्शको के प्रति आभार व्यक्त किया .
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