सोमवार, मार्च 28, 2011

पापी का पाप धोने आ रहे हैं बागी अजय


भोजपुरी फिल्मो के लोकप्रिय एक्शन स्टार अजय दीक्षित का जलवा जल्द ही उनकी तीन अलग अलग फिल्मो में नज़र आने वाला है. अप्रैल और मई महीने में उनकी मुख्य भूमिका वाली तीन फिल्मे रिलीज़ हो रही है और तीनो ही फिल्मो में उनकी भूमिका एक जैसी नहीं है.
बेटवा बाहुबली जैसी सुपर हिट फिल्म से अपनी कैरियर की शुरुवात करने वाले और पहली ही फिल्म में सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेता का खिताब पा चुके भोजपुरी फिल्म जगत के व्यस्त सितारों में से एक अजय दीक्षित की आगामी आठ अप्रैल को रिलीज़ होने वाली फिल्म का नाम है करेंट मारे गोरिया . इस फिल्म में वो एक इमानदार पुलिस अधिकारी की भूमिका में हैं. कश्मीर की खुबसूरत वादियों में फिल्माई गयी इस फिल्म में उनके ओपोजिट हैं महक मल्होत्रा. अजय दीक्षित की आगामी फिल्म है पापी के पाप काहे गंगा धोये. इस फिल्म में वो एक ऐसे युवक की भूमिका में हैं जो अपने गाँव में खुशहाली लाने का सपना संजो कर शहर से गाँव आता है . ब्रजभूषण के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अजय के अपोजिट हैं गुंजन कपूर. मई के आखिरी में उनकी एक चर्चित फिल्म बागी रिलीज़ हो रही है. लेखक - निर्देशक एआर. एस. सरकार की इस फिल्म की कहानी मात्र बीस घंटे की है. ईंट भट्ठों पर काम करने वाले कामगारों पर होने वाले अत्याचार की कहानी बयां करने वाली इस फिल्म में उनके अपोजिट है नवोदित रानू पाण्डेय. बहरहाल तीन चर्चित फिल्मो के रिलीज़ होने पर उत्साहित अजय कहते हैं दर्शको ने जिस तरह उनपर भरोसा कायम किया है, उस भरोसे को हर हाल में कायम रखेंगे .

शुक्रवार, मार्च 25, 2011

निरहुआ के लिए शुभ है ‘‘होली’’


भोजपुरी फिल्मों के जुबली स्टार दिनेशलाल यादव ‘‘निरहुआ’’ के लिए होली का त्यौहार काफी शुभ है। तभी तो निरहुआ की होली के अवसर पर प्रदर्शित होने वाली हर फिल्म ब्लोकबस्टर साबित होती रही है। जी हाँ भोजपुरिया जुबली स्टार निरहुआ की होली के अवसर पर पिछले चार वर्षो से प्रदर्शित हुई फिल्में हिट, सुपरहिट और मेगा हिट साबित होती आई हैं। वर्ष 2008 में होली के अवसर पर प्रदर्शित हुई निरहुआ की आलोक कुमार कृत ‘‘निरहुआ चलल ससुराल’’ वर्ष 2008 की सबसे बड़ी हिट साबित हुई थी, वर्ष 2009 में फिर होली पर प्रदर्शित हुई निरहुआ की ‘‘हो गईनी दीवाना तोहरा प्यार में’’ भी बेहद सफल साबित हुई थी। वर्ष 2010 में होली में पद्रर्शित हुई निरहुआ की राजकुमार आर. पाण्डेय कृत ‘‘सात सहेलियाँ’’ सुपर हिट फिल्म थी. । निरहुआ की इस वर्ष होली पर प्रदर्शित हुई मशहुर निर्माता-निर्देशक रामाकांत प्रसाद की ‘‘दिलजले’’ ने निरहुआ की होली हिट में और ऊँचाई प्रदान की है। मुंबई व बिहार में प्रदर्शित हुई ‘‘दिलजले’’ ने भोजपुरी फिल्मों की अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग ली हैं। फिल्म ने बिहार के 60 सेटरों से सिर्फ 3 दिनोंमें 32 लाख नेट कलेक्शन प्राप्त किया है। ये किसी भी भोजपुरी फिल्म द्वारा बिहार में सबसे बड़ी कलेक्शन प्राप्त की गयी है। ‘‘दिलजले’’ ने बिहार के वीणा (पटना), नेशनल (हाजीपुर), नूतन (सीतामढ़ी), पंकज (छपरा), मोहन (आरा), कृष्णा (बक्सर), सोना (रक्सौल), सहित दो दर्जन सेंटर में रिकार्डतोड़ व्यवसाय किया है। फिल्म ने नूतन (सीतमढ़ी) में ‘‘दबंग’’ के ओपनिंग कलेक्शन 56,000/- को पीछे छोड़कर 58,000/- रूपये का कलेक्शन प्राप्त किया है। ‘‘दिलजले’’ की सुपर सफलता से उत्साहित निरहुआ इस फिल्म की सफलता का पूरा श्रेय निर्माता-निर्देशक रामाकांत प्रसाद और फिल्म की पूरी युनिट को देते हैं। निरहुआ होली पर प्रदर्शित हुई अपनी हर फिल्म के सफलता को दर्शकों के अपार प्यार व स्नेह तथा भगवान का आशिर्वाद मानते हैं। गौरतलब है कि निरहुआ होली का त्यौहार खूब मस्ती से सेलीबे्रट करते हैं।

बुधवार, मार्च 23, 2011

भोजपुरिया खान जुबेर


हिंदी फिल्म जगत में आमिर खान, शाहरुख़ खान, सलमान खान सहित अनेक खान का बोलबाला है लेकिन भोजपुरी फिल्म जगत में एक भी खान नहीं है और इस कमी को पूरा करने जा रहे हैं जुबेर खान. जी हाँ जुबेर खान प्रसिद्द निर्देशक असलम शेख व निर्मात्री बिजल राज़दा की खोज हैं. जुबेर इनकी एक नहीं बल्कि दो फिल्मो में अभिनय करने जा रहे हैं. जुबेर ने भी खुद को अभिनय की आग में तपाने के बाद बड़े परदे पर आने का फैसला किया . पिछले दो साल से उन्होंने अभिनय , डांस व एक्शन के गुर सीखना शुरू किया . किशोर नामित कपूर के यहाँ से अभिनय का प्रशिक्षण पाकर जुबेर ने अपने टफ बॉडी को लचीला बनाया ताकि वो अच्छा डांस कर सके . इसके लिए भी उन्होंने ख़ास प्रशिक्षण लिया है. यह पूछे जाने पर की उन्होंने भोजपुरी फिल्मो से ही अभिनय की शुरुवात क्यों की ?? जुबेर ने बताया की मैं भले ही मुंबई में पला बढ़ा हूँ लेकिन मेरी माँ बनारस की है इसीलिए मुझमे संस्कार बिहार उत्तर प्रदेश वालो की तरह है. इसीलिए मैंने फैसला किया की शुरुवात अपनी माँ की मातृभाषा से ही किया जाए . बहरहाल जुबेर को भरोसा है की जल्द ही वो भोजपुरी फिल्म जगत में अपनी जगह बनाने में सफल होंगे .

‘‘लागे न जियरा हमार’’ का संगीतमय मुहूर्त सम्पन्न


रघुना गीता क्रिएशन के बैनर तले बनने जा रही भोजपुरी फिल्म ‘लागे ना जियरा हमार’ की संगीतमय मुहूर्त पिछले दिनों अंधेरी के आयुष स्टूडियो में इंदू सोनाली के गाये गाने से हुई। इस फिल्म के निर्माता नेहा सिंह और पवन यादव हैं और इसके निर्देशक हैं समीर खान-बृजेश मौर्या। फिल्म के लेखक हैं अशोक श्यामल एवं संगीतकार हैं गणेश पाण्डे। फिल्म में कल्पना शाह, हरीश दिलवर, सूरज राॅय की मुख्य भूमिका है। इस फिल्म के शुभ मुहूर्त के अवसर पर मुख्य अतिथि शिवम शिपिंग सर्विसेस (भुज) के सी.एम.डी. हेमंत यादव, राष्ट्रीय मानवाधिकार आंदोलन (मुंबई ) के अध्यक्ष अजय मदान के अलावा जी.एस. तिवारी, शैलेन्द्र शुक्ला सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थिति थे। इस फिल्म के प्रस्तुतकर्ता विशाल सावंत हैं। फिल्म की शूटिंग अगले महीने से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में होगी।

भोजपुरी सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती हूँ- रितिका शर्मा


भोजपुरी सिनेमा के विकास के साथ-साथ तमाम नई प्रतिभाओं का इस इंडस्ट्री में आगन हुआ है, जो अपनी प्रतिभा की दौलत भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में अपने आपको स्थापित करने में जुटी हैं, इन्हीं में से एक हैं रितिका शर्मा। हाल ही में हमारी बातचीत रितिका शर्मा से हुई, पेश है बातचीत के कुछ खास अंश-
 सबसे पहले अपने बारे में बताइए?
वैसे तो मैं मथुरा से हूं, लेकिन मेरा जन्म मुंबई में हुआ है। यहीं पर मैंने अपनी पढ़ाई पूरी की। मेरे पिता जी का बिजनेस है और मां हाउस वाइफ हैं। हम तीन बहनें और एक भाई हैं, मेरा छोटा भाई इस समय लंदन में पढ़ाई कर रहा है।
 अभिनय के क्षेत्र में आने का ख़्याल कैसे आया?
बचपन से ही मुझे फिल्मो में काम करने का शौक था, हालांकि मेरे पिताजी को मेरा फिल्मों में काम करना पसंद नहीं था, लेकिन मेरी मां ने मेरा बहुत सपोर्ट किया। मेरे पिताजी को भी अब मेरे फिल्मों में काम करने से कोई ऐतराज नहीं।
 फिल्मों में आपकी शुरुआत कैसे हुई?
फिल्मों में मेरी शुरुआत राजकुमार पाण्डे की फिल्म ‘भईया के ससुरारी में’ से हुई। इस फिल्म में मेरी सेकेण्ड लीड हीरोइन की भूमिका थी। इसके बाद मैंने एक और फिल्म ‘हमरा माटी में दम बा’ में सेकेण्ड लीड में काम किया। फिर मुझे रमाशंकर जी की फिल्म ‘आग’ में मेन लीड हीरोइन की भूमिका मिली। इस फिल्म की शूटिंग पूरी हो चुकी है और अगले महीने यह फिल्म प्रदर्शित होने जा रही है। रमाशंकर जी की एक और फिल्म ‘लज्जा’ मैं करने जा रही हूं। हाल ही में इस फिल्म का मुहूर्त हुआ। यह एक महिला प्रधान फिल्म है। पूरी फिल्म की कहानी मेरे ही इर्द-गिर्द घूमती है।
 भोजपुरी फिल्मों के अलावा हिन्दी फिल्में या धारावाहिक भी कर रही हैं?
अभी मैं सिर्फ भोजपुरी फिल्में ही कर रही हूं, मेरा पूरा ध्यान भोजपुरी फिल्मों पर ही है। पहले मैं एक जगह अपनी पुख्ता पहचान बनाना चाहती हूं।
 किस तरह की भूमिकांए निभाना चाहती हैं?
एक कलाकार होने के नाते मैं हर तरह की भूमिकाएं निभाना चाहती हूं।
 किन निर्देशकों के साथ आप काम करना चाहती हैं?
राजकुमार पाण्डे और रमाशंकर जी के साथ काम कर चुकी हूं और आगे भी इनके साथ काम करना चाहूंगी। इनके अलावा असलम शेख और जगदीश शर्मा के साथ काम करना चाहती हूं।
 बालीवुड की किस हीरोइन से आप ज़्यादा प्रभावित हैं?
काजोल से, उनकी फिल्म ‘दुश्मन’ मुझे बड़ी अच्छी लगी थी जिसमे उनकी दोहरी भूमिका थी।
 आपके लिए अब तक का कोई बेहतरीन काम्पलीमेंट?
मेरी फिल्म ‘लज्जा’ के मुहूर्त पर राजकुमार पाण्डे जी आये थे, उन्होंने मेरे लुक को देखते हुए कहा कि ‘रितिका पिलायेगी सबको पानी’। मैं सोचती हूं कि अब तक का यह मेरे लिए सबसे बेहतरीन काम्पलीमेंट है। राजकुमार पाण्डे बहुत बड़े निर्देशक हैं। यह बात उन्होंने कुछ सोचकर कही होगी।

बिहार फाउन्डेशन ने मनाया मुंबई में ‘बिहार दिवस’


बिहार फाउन्डेशन मुंबई की ओर से 22 मार्च को मुंबई में बिहार दिवस का आयोजन किया गया। मुंबई के षणमुखानंद सभागृह में आयोजित ‘बिहार दिवस’ के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय (पर्यटन मंत्री) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहकर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत किया तथा अतिथि के रूप में भाभा परमाणु अनुसंधान के निर्देशक आर. के. सिन्हा, पद्म श्री उदित नारायण, दीपा नारायण, पद्मश्री शोभना नारायण के अलावा बिहार की कई प्रमुख हस्तियाँ उपस्थित थीं। बिहार फाउन्डेशन मुंबई चेयरमैन श्री रविशंकर श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया तथा अपना उदगार भी व्यक्त किया। उन्होंने सभी लोगों से सामाजिक मुल्यों को आर्थिक सुद्ढता प्रदान करने की अपील की। मुंबई चेप्टर के वाइस चेयरमैन श्री अभय कुमार ने बिहार के उप मुख्यमंत्री के संदेश को पढ़कर सभी बिहारियों को सुनाया। कार्यक्रम की शुरूआत विश्व प्रसिद्ध कथ्थक नृत्यांगना पद्मश्री शोभना नारायण की मनमोहन नृत्य से हुई। फिर मुख्य अतिथि श्री सुबोध कांत सहाय ने बिहार फाउन्डेशन कैलेन्डर का विमोचन किया। बिहार के 100 वर्षों के इतिहास में प्रमुख 12 युग पुरूषों को स्थान दिया गया है। कैलेंडर ज्यूरी कमीटी के सदस्य श्री यु. के सिन्हा (चेयरमैन सेक्यूरीटिज एण्ड एस्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया), श्री उदय शंकर (सी. ई. ओ., स्टार इंडिया प्रा. लि.), और डा जन्मेजय सिन्हा (चेयरमैन एशिया पैसिफिड बोस्टर कन्स्लटिंग गु्रप) ने इन 12 लोगो का चयन किया है।
बिहार दिवस के अवसर पर बिहार फाउन्डेशन मुंबई की ओर से कला, साहित्य समाजसेवा, व्यवसाय एवं किसी अन्य क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए बिहारियों को बिहार फाउन्डेशन सम्मान तथा गैर बिहारियों को ‘मित्र बिहार’ सम्मान से सम्मानित किया गया।
बिहार फाउन्डेशन सम्मान से सम्मानित होने वाले बिहारियों में अनिल अग्रवाल (उद्योगपति), डाॅक्टर्स फार यू (चिकित्सा), अभय सिन्हा (फिल्म निर्माण), दीपा नारायण झा (संगीत व फिल्म निर्माण), सुमन्त सिन्हा, अमर नाथ झा हैं वहीं बिहार मित्र सम्मान से सांसद एकनाथ गायकवाड, प्रशांत ठाकुर एम. एल. ए., इल्फी रवि अय्यर (सी. डी. ओ.) को सम्मानित किया गया।
बिहार दिवस पर रंगारंग कार्यक्रम में गायक उदित नारायण, दीपानारायण, इंदू सोनाली, वर्षा तिवारी, डांस संग्राम विजेता अविनाश दुबे, प्रेरणा, बाल कलाकार ऋषभ राज ‘गोलू’, डोल्फिन ने अपने मनमोहक प्रस्तुति से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया वही उद्घोषक अमित पराशर एवं उवर्शी ने दर्शकों को खूब रोमांचित किया। इस अवसर पर बिहार फाउन्डेशन मुंबई चेप्टर के वाइस चेयरमैन श्री अख्तर रसीद, टी. वी. सिन्हा, सचिव अहसान हुसैन, एवं मधुकर सिन्हा के अलावा कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

अजय दीक्षित का बागी तेवर


आदमी यू ही बेबफा नहीं होता .... कुछ इसी तरह इसी तर्ज़ पर आदमी यूँ ही बागी नहीं होता. बगावत की जड़ में ढेर सारी बेबसी दबी होती है. लेखक निर्देशक एआर.एस. सरकार की फिल्म बागी में अजय दीक्षित ऐसे ही अत्याचार , अनाचार का शिकार होकर बागी बन जाता है . बागी आम भोजपुरी फिल्मो की तरह नहीं बल्कि लीक से हटकर बनी एक ऐसी फिल्म है जिसमे एक अच्छी कहानी को मनोरंजन की चासनी में डालते हुए फिल्माया गया है. यह एक प्रयोगात्मक फिल्म है जो सर्वहारा वर्ग व सामंती सामाजिक व्यवस्था के बीच के द्वन्द को बेबाकपन के साथ बयां करेगी. डॉक्टर जे.एन.फिफ्टी सिस प्रोडक्शन एवं ए जे एम फिल्म्स व स्कूल डिविजन प्रस्तुत बागी के निर्माता एआर.एस. सरकार , शकील खान व मंसूर आज़मी हैं. फिल्म में शीर्षक भूमिका में जहाँ अजय दीक्षित हैं वहीँ उनकी हमराह बनी है नवोदित रानू पाण्डेय. फिल्म के अन्य मुख्य कलाकारों में विजय खरे, सीमा सिंह, श्रवण कुमार सक्सेना, संतोष कौशिक , शंकर सिंह, विजय शुक्ला, भानु पाण्डेय, वाहिद हासमी , रोज़ा और शिव कुमार हैं. राज इन्द्र राज के मधुर संगीत से सजी इस फिल्म के गीतकार साहिल सुल्तानपुरी व पवन मिश्रा हैं. डॉ. अशोक जैन व अनीता जैन द्वारा प्रस्तुत बागी की शूटिंग पिछले दिनों मुंबई से २०० किलोमीटर दूर पालघर में संपन्न हुई. फिलहाल फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन का काम जोर शोर से चल रहा है .

बुधवार, मार्च 16, 2011

भोजपुरी फिल्मो को मिला ओवरसीज मार्केट


इरोज ने किया रवि किशन से गठजोड़

भोजपुरी फिल्मो के पचास साल के इतिहास में पहली बार भोजपुरी फिल्मो को अंतररास्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित होने का मौका मिलने जा रहा है. हिंदी फिल्मो के निर्माण व वितरण की प्रसिद्द कंपनी इरोस इंटर नेशनल ने भोजपुरी फिल्मो को ओवरसीज मार्केट उपलब्ध कराने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन से गठजोड़ किया है . जिस फिल्म के साथ इसकी शुरुवात हो रही है वो फिल्म है निर्माता अनिल सिंह व निर्देशक बबलू सोनी की फिल्म सत्यमेव जयते .
उल्लेखनीय है की अब तक विदेशो में भोजपुरी फिल्मो का प्रदर्शन यदा कदा निर्माताओ के व्यतिगत प्रयास से ही होती रहती थी, वो भी किसी एक देश में ही एकाध दिन के लिए ही, लेकिन इरोस इंटर नेशनल ने अब भोजपुरी फिल्मो को व्यापक स्तर पर विदेशो में फैलाने का जिम्मा लिया है. और इसके लिए लगभग १२ देशो का चयन किया है जहां भोजपुरी फिल्मे लगेंगी . इरोस की प्राथमिकता भोजपुरी फिल्मो को फिजी, सूरीनाम , गुयाना, मौरीशस , बेंकोक आदि देशो में प्रदर्शित करने की है. इन देशो में भोजपुरी भाषा भाषी की संख्या काफी है. सत्यमेव जयते के बाद रवि किशन की अन्य फिल्मो को भी ओवरसीज मार्केट उपलब्ध कराया जायेगा. सुपर स्टार रवि किशन ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है की इरोस के इस फैसले से भोजपुरी फिल्मो के बाज़ार को एक नया द्वार खुल रहा है जिसका फायदा विदेश में रह रहे उन लोगो को मिलेगा जो चाह कर भी भोजपुरी फिल्म नहीं देख पते हैं. उन्होंने कहा की इरोस ने भोजपुरी फिल्म जगत को विदेशी प्लेटफॉर्म मुहैया करा कर फिल्म जगत को बड़ी सौगात दी है.

रविकिशन और रिंकू में हुआ प्यार


गोरखपुर : दिन मंगलवार। स्थान रामगढ़ ताल के किनारे का वाटर पार्क। पानी का फव्वारा और बगल में निर्माता डा.विजाहत करीम की पहली निर्माणाधीन भोजपुरी फिल्म केहू हमसे जीत ना पाई, का एक रोमांटिक सीन। दृश्य के मुताबिक भोजपुरी के मेगा स्टार रवि किशन शुक्ल और भोजपुरी फिल्मों की नायिका रिंकू घोष प्यार में डूबे हुए हैं। नागरा पर संगीतकार सतीश अजय द्वारा संगीतबद्ध किया गया गाना..जींस के ऊपर टाइट कुर्ती, टूटे ना बटनियां.. पर कोरियोग्राफर राम देवन के निर्देशन पर रवि और रिंकू ने एक दूसरे में डूब कर प्यार के गीत गाए। सुबह करीब सात बजे से शुरू हुई शूटिंग करीब एक बजे तक चलती रही। इसी गीत को शूट करने में पूरी टीम लगी रही। रवि और रिंकू के प्यार के उत्तेजक सीन को कैमरे में कैद करने में शूटिंग टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि शूटिंग देखने आये दर्शक बार-बार व्यवधान बन जा रहे थे। बाद में दर्शकों को हटा कर वाटर पार्क में पानी के भीतर जलक्रीड़ा करते हुए रिंकू और रवि किशन पर दृश्य फिल्माया गया। शूटिंग से खाली होने के बाद रवि किशन ने कहा कि शूटिंग के दौरान मैं पूरी तरह सीन में डूब जाता हूं तभी रिजल्ट मिल पाता है। आखिर हमें तीन घंटा दर्शकों को सिनेमा हाल में बांधे रखना होता है। फिल्म के लेखक और निर्देशक एम.आई.राज ने कहा कि यह फिल्म देश भक्ति पर आधारित है। रवि किशन फौज का कमांडर है जो देश के दुश्मनों से लड़ने के लिए गांव के नौजवानों की एक फौज तैयार करता है। रिंकू घोष कर्नल की बेटी है जो रविकिशन से प्यार करने लगती है। बाद में रिंकू भी रवि के मिशन में शामिल हो जाती है और सभी मिलकर देश के दुश्मनों का सफाया करते हैं। फिल्म निर्माता डा. विजाहत करीम ने जागरण से बातचीत में कहा कि इस फिल्म की शूटिंग समाप्त होने के बाद वह दूसरी भोजपुरी फिल्म की शूटिंग की तैयारी करेंगे।
Courtsey - धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय ( Dainik Jagran )

मंगलवार, मार्च 15, 2011

होली के रंग ‘‘दिलजलें’’ के संग


भोजपुरी फिल्मों के जूबली स्टार दिनेशलाल यादव ‘‘निरहुआ’’ व एक्शन स्टार विराज भट्ट की सुपरहिट जोड़ी एक बार फिर से धमाल मचाने को तैयार है। इन दोनों की जोड़ी प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक रामाकांत प्रसाद की ‘‘दिलजले’’ में एक बार फिर से नजर आयेंगी। इस होली पर ‘‘लागलऽ रहऽ ए राजाजी’’, ‘‘दीवाना’’ व पिछले वर्ष की सबसे बड़ी हिट ‘‘दाग’’ की यह जोड़ी ‘‘दिलजले’’ में एकदम नया अवतार में दिखेगी। ‘‘दिलजले’’ में निरहुआ व विराज दोस्त की भूमिका में हैं। फिल्म में इनकी नायिका है रानी चटर्जी। फिल्म में निरहुआ-विराज एक से बढ़कर एक एक्शन दृश्य में दिखेंगे। फिल्म में दिनेशलाल यादव ‘‘निरहुआ’’, विराज भट्ट, रानी चटर्जी, बाली, स्वाती वर्मा, आनंद मोहन, संतोष श्रीवास्तव, संजय पाण्डेय, दीपक भाटिया, नन्हे व नीरज राज पौडेल की प्रमुख भूमिकाएँ है। फिल्म की सफलता को लेकर निरहुआ व विराज को पूर्ण विश्वास है। फिल्म के गीतकार-संगीतकार अशोक कु. दीप है। अट्ठारह गानों से सजी रमाकांत प्रसाद निर्मित व निर्देशित इस फिल्म का प्रदर्शन होली पर होगा।

शनिवार, मार्च 12, 2011

रवि किशन लड़ेंगे कुश्ती


भोजपुरी सुपर स्टार रवि किशन जल्द ही आपको रुपहले परदे पर कुश्ती लड़ते नज़र आने वाले हैं. जी हाँ प्रसिद्द निर्देशक के. डी की फिल्म ‘प्राण जाई पर वचन न जाई’ में आपको परदे पर यह नज़ारा देखने को मिलेगा . फिल्म की शूटिंग हाल ही में वाराणसी में संपन्न हुई है. जबरदस्त एक्शन, सुपर हिट गाने, रोमांस एवं कामेडी से भरपूर ‘प्राण जाई पर वचन न जाई’ में आपको ठेठ भोजपुरिया कुश्ती के अलावा सुपर डुपर हिट गाना ‘साढ़े तीन बजे मुन्नी ज़रूर मिलना...’ भी सुनने को मिलेगा। मजे की बात यह है कि ‘मुन्नी बदनाम....’ हुई की तरह ही ‘साढ़े तीन बजे मुन्नी ज़रूर मिलना’ आयटम नंबर ही होगा। इस गाने का संगीत दिया है भोजपुरी फिल्मो की मशहूर जोड़ी राजेश - रजनीश ने. ‘साढ़े तीन बजे मुन्नी ज़रूर मिलना’ उत्तर प्रदेश और बिहार में एक दशक पहले लोगो की जुबान पर चढ़ा था। इस लोकगीत की मूल गायिका थीं ताराबानो फैजाबादी जिन्होंने ‘मुन्नी बदनाम हुई’ का मूल गाना ‘लवंडा बदनाम हुआ नसीबन तेरे लिए’ गाया था। फिल्म में भोजपुरी सुपर स्टार रवि किशन और अक्षरा की रोमांटिक जोड़ी है.फिल्म के अन्य मुख्य कलाकारों में राजीव दिनकर, निजाम खान, महक मल्होत्रा , ख़ुशी सिंह, जफर खान आदि शामिल है.

भोजपुरी फिल्म ‘लज्जा’ का संगीतमय मुहूर्त सम्पन्न



टॉप म्यूजिक एंटरटेंमेंट लि. के बैनर तले बनने जा रही भोजपुरी फिल्म ‘लज्जा’ का मुहूर्त हाल ही में प्लैटिनम स्टूडियो में गाने की रिकार्डिंग के साथ सम्पन्न हुआ। इस फिल्म के निर्माता सुरजीत सिंह हैं । इस फिल्म के लेखक निर्देशक रमाशंकर हैं और इस फिल्म में पंकज केसरी, रितिका शर्मा, मनोज द्विवेदी, हीरालाल यादव, यादवेन्द्र और उदय श्रीवास्तव की प्रमुख भूमिकाएं हैं। इस फिल्म के सह-निर्माता वरुण चैरसिया, संगीतकार सिद्धार्थ-शालिनी, संवाद लेखक और गीतकार ए.बी. मोहन और एक्शन मास्टर हीरा यादव है।
इस फिल्म में कुल 10 गाने हैं। गायिका शालिनी और गायक जीत राय के गाये रोमांटिक गाने के साथ फिल्म का मुहूर्त सम्पन्न हुआ। यह फिल्म पूरी तरह से नारी प्रधान फिल्म है। इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि जब तक औरत जुल्म सहती है तब तक उसे पुरुष प्रधान समाज में सम्मान मिलता है, लेकिन जैसे ही वह अपने ऊपर हो रहे जुल्म का विरोध करती है, यही समाज के लोग उसे डायन कहने लगते हैं।
इस फिल्म के लेखक-निर्देशक रमाशंकर की यह दूसरी भोजपुरी फिल्म है। उनकी पहली भोजपुरी फिल्म ‘आग’ प्रदर्शित होने वाली है। मुहूर्त के इस अवसर पर पूरी फिल्म की यूनिट को बधाई देने के लिए भोजपुरी जगह की तमाम हस्तियां मौजूद थी, जिनमें राजकुमार पाण्डे, के रत्नेश, देव मल्होत्रा, शमीम खान, लईक खान, बाल किशन, जय यादव, कुलदीप रावत, शौकत मिर्ज़ा व अन्य मौजूद थे।


दीपा नारायण सम्मानित



विश्व महिला दिवस के अवसर पर हीरा माणिक के हार्दिक हुंडिया ने समाज की उन खास महिलाओं को हीरा माणिक एवार्ड देकर सम्मानित किया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट काम किया है। इस मौके पर भोजपुरी फिल्मों में बतौर निर्माता अपनी एक अलग पहचान बनाने वाली और कई भाषाओं में गीत गा चुकी दीपा नारायन को हीरा माणिक एवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर दीपा नारायन ने हार्दिक हुंडिया को बधाई देते हुए एक गीत भी गाया। इस कार्यक्रम में पर सितारा देवी, कुनिका लाल, दीपशिखा, और सामाजिक संस्था से जुड़ी तमाम बड़ी महिला हस्तियां मौजूद थीं।

भोजपुरी को देंगे नए अर्थ : चंद्रप्रकाश

वाराणसी : सामाजिक सरोकारों और सुधी पाठकों से सीधे जुड़ने की अपनी मुहिम के तहत दैनिक जागरण ने बुधवार को चर्चित फिल्म निर्देशक डा.चंद्र प्रकाश द्विवेदी, लब्ध साहित्यकार डा.काशी नाथ सिंह, युवा फिल्म निर्माता विनय तिवारी और भोजपुरी फिल्मों के स्टार कलाकार रविकिशन जैसे दिग्गजों के साथ मिल बैठ कर भारतीय सिनेमा के विविध आयामों पर खुली चर्चा की। कला और व्यावसायिक फिल्मों के फर्क से शुरू हुई बातचीत कई विषयों के मंथन से गुजरती भोजपुरी फिल्मों की दशा-दिशा तक गई। सबसे सार्थक बात यह उभर कर सामने आयी कि डा.द्विवेदी जैसे गंभीर फिल्मकार भी भोजपुरी सिनेमा को ले कर बहुत पुरउम्मीद हैं मगर इसकी लीक तोड़ने की अपनी मजबूत शर्त के साथ। डा. द्विवेदी ने बेलौस कहा कि वे भोजपुरी सिनेमा को नए अर्थ देने को बेहद उत्कंठित है और मौका मिला तो अपनी चुनी हुई कहानी पर वे एक नायाब भोजपुरी फिल्म भारतीय चित्रपट को देना चाहेंगे। अपनी निर्माणाधीन फिल्म मुहल्ला अस्सी की चर्चा करते हुए उन्होने बताया कि एक हवाई यात्रा के दौरान इंडिया टुडे मैगजीन में नाट्यकार सुश्री उषा गांगुली द्वारा निर्देशित नाटक काशीनामा की छपी एक तस्वीर ने मुझे आकर्षित किया। पता चला की यह बनारस पर आधारित है। काफी ढूंढ़ने के बाद मुझे मूल उपन्यास काशी की अस्सी के बारे में पता चला। उसे पढ़ने के बाद मुझे लगा कि इस कहानी को फिल्म का रूप लेना चाहिए और लोगों के सामने आना चाहिए। तो इस तरह काशीनामा का रिव्यू देखकर इस उपन्यास पर फिल्म बनाने का विचार मन में आया। उक्त बातें कही चर्चित धारावाहिक चाणक्य और फीचर फिल्म पिंजर व मोहल्ला अस्सी के निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने। मोहल्ला अस्सी के निर्देशक समेत निर्माता विनय तिवारी, उपन्यासकार डॉ. काशीनाथ सिंह, अभिनेता रविकिशन आदि दैनिक जागरण के नदेसर स्थित कार्यालय आए और यहां पर सभी ने फिल्म और उससे जुड़े मुद्दों के अलावा सिनेमा के विभिन्न पहलुओं पर सभी से बातचीत की और सबके सवालों का जवाब भी दिया। आपकी फिल्में अक्सर इतिहास पर आधारित और विशेष काल-समय से जुड़ी होती हैं, इसके पीछे क्या कारण है, पूछने पर डॉ. द्विवेदी ने कहा कि मुझे यह ज्यादा चुनौतीपूर्ण लगता है क्योंकि पीरियड फिल्मों में कहानी तो सालों या दशकों पुरानी होती है लेकिन आज भी लोगों का जुड़ाव और उनकी रूचि उसमें होती है। आप आस्कर का रिकॉर्ड पर नजर डालें तो अनगिनत पिरियड फिल्में हैं जो नामिनेट हुई और कई अवार्ड भी जीती। अगर हम और बातों में हम हॉलीवुड की नकल करते हैं तो यहां क्यों चूक जाते हैं। मेरी ऐसी फिल्में बनाने में विशेष रुचि है। आपकी यह फिल्म मोहल्ला अस्सी आर्ट फिल्म है या कमर्शियल, के जवाब में डॉ. द्विवेदी बताते हैं कि मैं यह सोचकर कभी फिल्म नहीं बनाता कि वह आर्ट है या कमर्शियल। मैं हमेशा कहानी से प्रभावित होता हूं और अब तो दर्शक भी नए प्रयोग देखना चाहते हैं। लगान व पीपली लाइव इसके उदाहरण है। आर्ट और कमर्शियल जैसे शब्द हमारे बनाए हुए हैं। दर्शक तो बस यह चाहता है कि फिल्म उसे पसंद आए। आप प्रयोगवादी होने के बावजूद कलाकारों के मामले में प्रयोग करने से बचते हैं और हमेशा स्थापित कलाकारों के साथ ही फिल्म बनाते हैं, इस बार भी आपने ऐसा ही किया, क्यों.. इस बात पर डॉ. द्विवेदी कहते कि इस बात में मुझे निर्माताओं का ध्यान रखना पड़ता है। जिस-जिस निर्माता के पास मैं अपनी स्कि्रप्ट लेकर गया, उन्होंने मेरी स्कि्रप्ट सुनने से पहले ही यह सवाल किया कि हीरो कौन है? किसी ने यह नहीं पूछा कि काशी का अस्सी क्या है और आपकी स्कि्रप्ट क्या है, यह सब देखते हुए मुझे स्थापित कलाकारों के साथ काम करना सेफ लगता है। इसके साथ ही सन्नी देओल और रविकिशन के साथ काम करने का अनुभव शानदार है और मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं कि चर्चित चेहरों के होने से एक आकर्षण रहता है। टीवी धारावाहिकों के गिरते स्तर के बारे में उन्होंने कहा कि धारावाहिक टीआरपी के लिये बनाए जा रहे हैं और इस वजह से ही मैंने टीवी धारावाहिक एक और महाभारत को दो साल निर्देशित करने के बाद छोड़ दिया क्योंकि लगा कि मैं इससे न्याय नहीं कर पाऊंगा। आज विज्ञापनदाता तय करता है कि धारावाहिक की स्कि्रप्ट क्या होगी तथा उसका निर्देशन कैसा होगा। आज हमें सीता नहीं शीला चाहिए। वहीं साहित्यकार काशीनाथ सिंह से जब पूछा गया कि एक फिल्म में रूपांतरित होने के बाद उनकी कृति कितनी सुरक्षित रह पाएगी तो उन्होंने कहा,मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे डॉ. साहब जैसा निर्देशक मिला जो लेखक के स्वाभिमान और अहमियत का सम्मान करना जानते हैं। मेरे हिसाब से किसी रचना में जितने आयाम होंगे वह रचना उतने ही ज्यादा दिनों तक ताजा रहती है क्योंकि उसके हर आयाम को चौंकाने के साथ ही नवीनता का अहसास कराते हैं। आप अपने उपन्यास और फिल्म में अंतर की कितनी संभावना देखते हैं, इस बात पर उन्होंने कहा कि मैं कलम से और चंद्र प्रकाश कैमरे की आंख से चीजों को देखते हैं तो बातों में थोड़ा परिवर्तन तो स्वाभाविक है लेकिन मैं जानता हूं कि डॉ. द्विवेदी साहित्यिक रचना के प्रति संवेदनशील व्यक्ति हैं और वह जो भी परिवर्तन करेंगे वह सुखद परिवर्तन होगा। आरंभ में अतिथियों का स्वागत दैनिक जागरण के निदेशक एवं स्थानीय संपादक वीरेंद्र कुमार ने किया। इस मौके पर समाचार संपादक राघवेंद्र चढ्डा सहित आईनेक्स्ट व रेडियो मंत्रा के सहयोगी भी मौजूद रहे। धन्यवाद ज्ञापन हिमांशु उपाध्याय ने किया।
Courtsy - Dainik Jagran ( Varanasi )

गुरुवार, मार्च 10, 2011

इतना सतैबा ..ता हम मर जाइब.. का मुहूर्त समपन्न


श्री मातंगी भाव कला द्वारा प्रस्तुत व नागवंशी मूवीज द्वारा निर्मित भोजपुरी फिल्म इतना सतैबा ता हम मर जाइब का पिछले दिनों ए .बी.स्टूडियो में संगीतमय मुहूर्त सम्पन्न किया गाया . यू .शांडिल्य व् पी . एन .सिंह द्वारा निर्मित व् कौशल किशोर द्वारा निर्देशित इस फिल्म के कार्य- कारी निर्माता हैं शम्भू पुरोहीत. फिल्म के कलाकार हैं प्रेम नागवंशी ,गुंजन कपूर ,गुड्डू रंगीला , वीरेंदर सिंह चौहान ( निरहू ),गौरी शंकर ,रानी चतुर्वेदी ,व रजनी मेहता .फिल्म का संगीत दिया है अखिलेश कुमार ने ,गीत लिखे हैं प्यारेलाल जी , अशोक सिन्हा व् श्याम जी श्याम ने .मनोज कुशवाहा द्वारा लिखी गई कहानी का संवाद लिखा है दिलीप मिश्रा ने. फिल्म के सिनेमाटोग्राफर हैं मनोज कुमार व् एडिटर हैं संजय एम . जायसवाल .नृत्य निर्देशक हैं मयंक अशोक व् फाइट मास्टर हैं मुहमद अली .कला निर्देशक हैं सतीश रावत .
फिल्म की पूरी शूटिंग मुंबई में २३ मार्च से शुरू की जाएगी .

मंगलवार, मार्च 08, 2011

केहू हमसे जीत ना पाई में रवि किशन



गोरखपुर के प्रसिद्ध डाक्टर दम्पति डा. विजाहत करीम और डा. सुरहिता करीम की देश भक्ति से परिपूर्ण पहली भोजपुरी फिल्म केहू हमसे जीत ना पाई की शूटिंग उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में शुरू हो चुकी है . फिल्म में भोजपुरी फिल्मो के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन मुख्य भूमिका में हैं . डा. करीम इसके पहले दो हिन्दी फिल्म सोच और दो दिलों के खेल में, का निर्माण कर चुके हैं। फिल्म में रवि किशन के अलावा सुशील सिंह, मोहित घई, राजीव दिनकर, शहबाज खान, रिंकू घोष, स्वाति वर्मा, कोमल ढिल्लन व नवोदित हितेन पाण्डेय समेत गोरखपुर व आस पास के जिलों के कलाकार काम कर रहे हैं । फिल्म की कहानी एस. के. चौहान की है। निर्देशक एम. आई. राज हैं। संगीतकार आर. सी. ठाकुर हैं तथा गीत लिखे हैं एस. के. चौहान। हिन्दी की जगह भोजपुरी फिल्म बनाने के सवाल पर डा. विजाहत करीम ने बताया कि वह काफी दिनों से एक अच्छी भोजपुरी फिल्म बनाना चाहते थे। उन्हें एक अच्छी स्कि्रप्ट की तलाश थी। संयोग से उनके मन लायक एक अच्छी स्कि्रप्ट मिली जो देश भक्ति के जज्बे से परिपूर्ण थी। स्कि्रप्ट देखने के बाद उन्होंने इस पर फिल्म बनाने का निर्णय लिया। वैसे भी उनका भोजपुरी फिल्मों से पुराना लगाव रहा है। सुपरहिट भोजपुरी फिल्म, गंगा किनारे मोरा गांव, में उन्होंने एक डाक्टर की भूमिका की थी।

रहस्य रोमांच लेकर आ रहे हैं सेनापति श्रीपत


बात अगर भोजपुरी फिल्मो की हो तो आजकल सबके जेहन में परिवार, समाज , खून खराबा और सेक्स का तड़का वाली फिल्मे ही नज़र आती है लेकिन भोजपुरी फिल्मो के पचास साल के इतिहास में पहली बार एक ऐसी फिल्म आ रही है जो रहस्य और रोमांच से तो भरपूर है ही साथ ही इसमें फिल्माए गए एक्शन दृश्य लोगो को दांतों तले उंगलिया दबाने को मजबूर कर देंगे . जी हाँ मैं नागिन तू नगीना नाम की इस फिल्म में इन एक्शन दृश्यों को अंजाम दिया है भोजपुरी के हॉट केक अभिनेता मनोज पाण्डेय जो इस फिल्म में सेनापति श्रीपत की भूमिका में हैं. इस फिल्म का निर्माण किया है पिछले साल की सर्वाधिक व्यवसाय करने वाली फिल्म देवरा बड़ा सतावेला के निर्देशक राज कुमार आर. पाण्डेय व निर्माता दिलीप जयसवाल की जोड़ी ने . मनोज की बतौर अभिनेता ये दूसरी फिल्म है . पहली फिल्म लहरिया लूटा ए राजा जी पिछले साल की सुपर हिट फिल्मो में से एक थी. अपनी पहली फिल्म से ही दर्शको और फ़िल्मी पंडितो को मुरीद कर बैठे मनोज बताते हैं की मैं नागिन तू नगीना के उनकी भूमिका में दो अलग अलग शेड्स हैं. विशालकाय अजगरो और भयानक नागो के साथ शूटिंग करना कोई आसान काम नहीं था लेकिन अभिनय के प्रति जूनून के कारण उन्होंने ये सब किया साथ ही फिल्म में एक्शन दृश्यों की भी भरमार है जो भोजपुरी के तमाम दिग्गज खलनायक मसलन अवधेश मिश्रा, संजय पाण्डेय और अयाज़ खान के साथ फिल्माए गए हैं.

जेपीएल में लगेगा फ़िल्मी सितारों का मेला




आगामी 13 से 19 मार्च तक जमशेदपुर में होने वाले झारखंड प्रीमियर लींग (जेपीएल) को अधिक लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से फ्रेंचाइजी टीमों ने पूरी कमर कस ली है। जेपीएल की एक फ्रेंचाइजी बिहार की कंपनी फ्रंटलाइन जमशेदपुर जांबाज ने तो विशेष तैयारी कर रखी है। जमशेदपुर जांबाज टीम देख रहे फ्रंटलाइन ग्रुप के एम डी नरेन्द्र सिंह ने कहा कि उनकी फ्रेंचाइजी ने अपनी टीम के मैचों के दौरान विशेष तैयारी कर रखी है। इसके तहत टीम के सभी मैचों के दौरान भोजपुरी फिल्म अभिनेता मनोज तिवारी उपस्थित रहेंगे। इनके अतिरिक्त बालीवुड के कलाकार सुनील शेट्टी, नगमा, कंगना , प्रेम चोपड़ा, शक्ति कपूर, एवं संभावना सेठ जमशेदपुर जांबाज की हौसला अफजाई के लिए उपस्थित रहेंगे। नरेन्द्र सिंह कहते है कि फिल्मी कलाकरों में और भी कई कलाकारों के आने की संभावना है। संभवतः प्रत्येक मैच के दिन कम से कम दो तीन फिल्मी कलाकार तो उपस्थित रहेंगे ही।

नरेन्द्र सिंह ने कहा है कि जेपीएल के दौरान जमशेदपुर जांबाज टीम की हौसला अफजाई के लिए विश्वकप टीम से बाहर हो गये तेज गेंदबाज़ प्रवीण कुमार तथा आरपी सिंह भी उपस्थित रहेंगे। यह दोनों ही गेंदबाज टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के करीबी दोस्तों में है। जमशेदपुर जांबाज टीम के कप्तान मिहिर दिवाकर है। जो टीम इंडिया के कप्तान के करीबी क्रिकेटर दोस्तों में शामिल है। नरेन्द्र सिंह ने बताया कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि जेपीएल के सभी मैचों का सीधा प्रसारण टेन क्रिकेट पर किया जा रहा है। इसके मैचों को न सिर्फ भारत में बल्कि मिडिल ईस्ट, साउथ ईस्ट एवं अमेरिका तक में लोग देख सकेंगे।

रविवार, मार्च 06, 2011

क्या पक रहा है अजय गुंजन के बीच


भोजपुरी की सफलतम अभिनेत्री गुंजन कपूर और एक्शन स्टार अजय दीक्षित के बीच कुछ ना कुछ तो ज़रूर पक रहा है . हुआ यूँ की हाल ही में गुंजन कपूर ने ब्रजभूषण निर्देशित पापी के पाप काहे गंगा धोये की शूटिंग के दौरान अजय दीक्षित की जम कर तारीफ़ की वो भी पूरी यूनिट के सामने . गुंजन कपूर द्वारा किसी की तारीफ़ करना उसकी इमेज के विपरीत है. अब आप सोच रहे हैं यहाँ किस तरह का खेल चल रहा है तो आपको बता दें की बेटवा बाहुबली जैसी सुपर हिट फिल्म से अपनी कैरियर की शुरुवात करने वाले और आज भोजपुरी फिल्म जगत के व्यस्त सितारों में से एक अजय दीक्षित और गुंजन कपूर डॉ. पी.एन.सिंह फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्म में रोमांटिक जोड़ी के रूप में मौजूद हैं. फिल्म की पूरी शूटिंग हाल ही में संपन्न हुई है . कैमरे के सामने इन दोनों की केमेस्ट्री इतनी अच्छी थी की सारा काम फटाफट होता गया . अजय दीक्षित और गुंजन कपूर को कैमरे के सामने देखनी वाली पूरी यूनिट को लग रहा था मानो दोनों शूटिंग नहीं निजी जिंदगी में साथ साथ रोमांस कर रहे है और वैसा ही संवाद बोल रहे हैं.
बहरहाल ये जोड़ी ब्रजभूषण के निर्देशन तले बनने वाली दो और फिल्म में मुख्य भूमिका में नज़र आने वाली है उनमे से एक फिल्म छोड़ शहर के सपन सुनहरा की स्टार्ट टू फिनिश शूटिंग जल्द ही शुरू होने वाली है . खुद निर्देशक ब्रजभूषण का कहना है की दोनों की जोड़ी परदे पर काफी मैच करती है . गुडलक इस हिट जोड़ी को ....

गुरुवार, मार्च 03, 2011

जेल से रिहा हुए राजा भैया

आपको लग रहा होगा की यहाँ उत्तरप्रदेश के बाहुबली विधायक अक्षय प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की बात हो रही है क्योंकि वो भी जेल में बंद हैं लेकिन यहाँ उनकी नहीं कलर्स चैनल के चर्चित धारावाहिक भाग्य विधाता के राजा भैया यानी की प्रकाश जैस की बात हो रही है।. जी हाँ, भाग्य विधाता में बिंदिया के बिगडैल भाई के रूप में प्रकश जैस उर्फ राजा भैया ने काफी चर्चा बटोरी थी। raja_bhaiya_2.jpgएक भाई के रूप में अपनी बहन की शादी के लिए लड़के का अपहरण करना, उस पर ससुराल में होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले युवक के रूप में उन्हें काफी पसंद किया गया था. जैसा की हर धारावाहिकों में होता है राजा भैया के किरदार को भी जेनरेशन गैप का सामना करना पड़ा और नक्सलियों से सम्बन्ध रखने के कारण जेल जाना पड़ा। हालांकि धारावाहिक में इसका जिक्र नहीं किया गया था और दर्शको को लग रहा था की राजा भैया की मौत हो गयी है, लेकिन बीच में उनके पिता जी की मौत पर उन्हें बताया गया था कि वो जेल में हैं। आखिरकार आजीवन कारावास की सजा काट कर राजा भैया फिर से वापस आ रहे हैं। बहरहाल भाग्य विधाता का यह नया ट्रैक क्या गुल खिलाता है तो धारावाहिक की टीआरपी पर ही निर्भर करता है।


ठाकुरों के दबंगई की दास्ताँ - ‘‘लल्लू बिहारी’’


सदियों से यह चला आ रहा है कि अमीर आदमी हमेशा गरीब आदमी का शोषण करता है। ‘पराग फिल्म्स’ के बैनर तले बनी फिल्म ‘‘लल्लू बिहारी’’ की कहानी भी कूछ ऐसी ही है लेकिन उस कहानी में थोड़ा ट्विस्ट है। ठाकूर प्रताप सिंह जिसका किरदार राकेश पाण्डे ने निभाया है उनका चारों तरफ काफी बोलबाला है। वह काफी दबंग किस्म का है और अपनी दबंगई से गांव वालों पर काफी जुल्म करता है। अपनी दबंगई के चलते ठाकुर एक ग़रीब किसान राम सिंह की हत्या करवा देता है। राम सिंह की हत्या के बाद उसकी पत्नी रुक्मिणी और बेटा लल्लू अकेले रह जाते हैं। फिल्म में लल्लू का किरदार आलोक झा ने निभाया है। ठाकुर के बड़े बेटे बिहारी सिंह जिसका किरदार बल्लू सिंह ने निभाया है को जब पता चलता है कि उसके बाप ने गरीब किसान राम सिंह की हत्या करवा दी है तो वह उसकी विधवा पत्नी रुक्मिणी और बेटे की मदद करता है। धीरे-धीरे लल्लू और बिहारी के बीच दोस्ती हो जाती है, जिसे ठाकुर पसंद नहीं करता। इन दोनों की दोस्ती को तोड़ने के लिए क्या-क्या कारनामे ठाकुर करता है, यह फिल्म का हाईलाइट है। फिल्म में नायक है तो नायिका भी होगी जो नायक पर दिलो जान छिड़ानके के अलावा उन्हें कई मुसीबतों से बचाती भी है। बहरहाल इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक पी. राजकुमार हैं। फिल्म की कथा और पटकथा राजीव झा ने लिखी है। फिल्म के संगीतकार बैजू बंशी हैं तो गीत लिखे हैं संजय स्नेही और अशोक सिन्हा ने। फिल्म के छायाकार राज खिलनानी, संपादक अरविन्द, कला प्रवीन, फाइट मास्टर संजय और सह-निर्माता रवीन्द्र शरण और ओम प्रकाश शर्मा हैं। इस फिल्म में राकेश पाण्डे, आलोक झा, बल्लू सिंह, शुभम, रस राज, तन्नुश्री, रेखा वर्मा, प्रीती शर्मा, अंशु तिवारी, सर्वजीत रणेश्वर राय, विजय विक्टर, संतोश, महेश, विनोद सिंह, बाल कलाकार शीला सिंह, राजा स्वराज और गोवर्धन की प्रमुख भूमिकाएं हैं। इस फिल्म में दस गीत हैं जिन्हें मो. अजीज, इंदू सोनाली, विनोद राठौर, बब्लू सिंह, खुशबू जैन, अनुपमा देशपांडे, सोरेन भट्ट और एस.के. दीपक ने गाये हैं।

बुधवार, मार्च 02, 2011

शूटिंग के लिए रवि किशन और रिंकू घोष गोरखपुर पहुंचे

गोरखपुर: भोजपुरी फिल्मों के मेगा स्टार तथा पूर्वाचल के जौनपुर जिले के कराकत तहसील के शुक्लान पट्टी के मूल निवासी रवि किशन शुक्ल मंगलवार की देर रात गोरखपुर पहुंचे। फिल्म निर्माता विजाहत करीम की पहली भोजपुरी फिल्म केहू हमसे जीत ना पाई, की शूटिंग के लिए रवि किशन मुम्बई से लखनऊ विमान से शाम को पहुंचने के बाद सड़क मार्ग गोरखपुर पहुंचे। गोरखपुर पहुंचने के बाद उन्होंने जागरण से बातचीत करते हुए कहा कि बहुत दिनों के बाद गोरखपुर आया हूं। पुरानी यादें उमड़ घुमड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि निर्माता सुनील बूबना की पहली भोजपुरी फिल्म सोहागन बना दअ सजना हमार की शूटिंग गोरखपुर में ही हुई थी जिसमें मेरे अलावा रिंकू घोष व दिव्या देसाई ने काम किया था। यह मेरा सौभाग्य है कि गोरखपुर में भोजपुरी फिल्म केहू हमसे जीत ना पाई, की शूटिंग के लिए पुन: आया हूं। गोरखपुर मुझे मेरे घर जैसा लगता है। उन्होंने बताया इस फिल्म की शूटिंग बुधवार को कुसम्ही जंगल व उसके पास दुर्गा पब्लिक स्कूल में दिन में 10 बजे से शुरू हो जायेगी। फिल्म की शूटिंग का क्लैप प्रदेश के वन मंत्री फतह बहादुर सिंह देंगे। रवि ने बताया कि फिल्म की नायिका रिंकू घोष समेत अन्य कलाकार गोरखपुर पहुंच चुके हैं।