बुधवार, दिसंबर 16, 2009

नन्ही टांगो से आसमान छुने की तमन्ना रखते हैं रत्नेश



आम तौर पर छोटे कद काठी के लोगो को फ़िल्म जगत में कोमेडी कलाकार के रूप में ही जगह दी जाती है, उसका काम सिर्फ़ परदे पर अपने हाव भाव से दर्शको को हसाना मात्र होता है लेकिन भोजपुरी फ़िल्म जगत में तेजी से उभरे छोटे कद के अभिनेता रत्नेश बरनवाल का मकसद भोजपुरी फ़िल्म जगत में अपने अभिनय की छाप छोड़ना है ना की परदे पर आकर अपनी उलजुलूल हरकतों से लोगो को हसाना । बिहार के छोटे से शहर नरकटियागंज में अपने पिता गोपाल प्रसाद बरनवाल के साथ किराने की दूकान पर बैठ बचपन में अपनी जिंदगी की हसीन भविष्य के सपने देखने वाले रत्नेश को जल्द ही एहसास हो गया था की वो सामान्य बालको की तरह नही है। स्कूल की पढ़ाई पूरी करते करते वो अपने साथ पढने वाले लड़के लडकियों के लिए मात्र मजाक वाला पात्र बन कर रह गया था। ऐसे में रत्नेश के परिवार वाले खासकर उनकी माँ ने उन्हें समझाया की लोगो का काम दूसरो का मजाक उडाना ही होता है तुम ऐसा करो की यही लोग तुम्हे प्यार करने लगे। खैर रत्नेश ने दुनिया की परवाह किए बिना बी।ए।की परीक्षा अच्छे नम्बरों से पास की और कहीं छोटी मोटी नौकरी ढूँढने या पिता की दूकान सँभालने की वजाय अपना रास्ता ख़ुद बनाने का फ़ैसला कर लिया । कभी अपने शहर की परिधि ना लाघने वाला रत्नेश दो साल पहले मंजिल की तालाश में मुंबई आ गया । रत्नेश की किस्मत अच्छी थी की उसकी मुलाकात भोजपुरी के प्रसिद्द लेखक संतोष मिश्रा से हुई । रत्नेश बताते हैं की संतोष मिश्रा ने पग पग पर उनका साथ दिया , यहाँ तक की फ़िल्म दीवाना की शूटिंग के वक्त निर्माता और निर्देशक उन्हें काम देने के लिए तैयार नही थे लेकिन संतोष मिश्रा ने साफ़ तौर पर कह दिया की रत्नेश के कारण अगर स्टोक बरबाद होगा तो वो स्टॉक का खर्च ख़ुद उठायेगे। आखिरकार जब रत्नेश का पहला शोट हुआ तो निर्देशक राज कुमार पांडे काफ़ी खुश हुए और रत्नेश को गोद में उठा लिया। दीवाना के बाद रत्नेश ने ओढनिया कमाल करे, कबहू छूटे ना इ साथ , प्रेम रोग, जांवाज जिगर वाला आदि फिल्मो में भी काम किया । रत्नेश के अनुसार उस दिन उनकी खुशी का कोई ठिकाना नही था जब उनके घर के पास स्थित सिनेमा घर में दीवाना लगातार नौ सप्ताह तक चली और जब वो घर गए तो लोगो का तांता उनके घर पर लग गया था। रत्नेश को ये अफ़सोस अवय्श्य है की उस वक्त उन्हें हौसला देने वाली उसकी माँ इस दुनिया में नही थी। चार भाई बहनों में सबसे बड़े रत्नेश घर के एकमात्र सदस्य हैं जिनकी लम्बाई कम है। रत्नेश के अनुसार शायाद ये उनके किसी पूर्व जनम की गलती का नतीजा है इसीलिए इस जनम में ऐसी कोई गलती नही करेंगे। बहरहाल जल्द ही शादी के ख्वाहिस्मंद रत्नेश की अभिलासा है की वो अभिनय में ऊंचाई हासिल करे।


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