1 जनवरी 2013 को नए साल का जश्न ना मनाकर फिल्म अभिनेत्री "सुप्रेरणा सिंह" ने उत्तर प्रदेश के कानपुर में दामिनी को श्रद्धांजली अर्पित किया तथा श्री बालाजी नव युवक कमेटी के सदस्यों के साथ मिलकर दामिनी रेप के अपराधियों को जल्द से जल्द सज़ा की मांग करते हुए कैंडल मार्च किया। यह कैंडल मार्च कानपुर के राजीव वाटिका, मोती झील से अमर जवान चौक तक हजारों की भीड़ के साथ किया गया। भोजपुरी, हिंदी तथा दक्षिण भारत की फिल्म अभिनेत्री "सुप्रेरणा सिंह" ने कैंडल मार्च में शामिल होने के लिए मुंबई से कानपुर गयीं। उन्होंने ने कहा कि "देश की सरकार अगर बेटियों की सुरक्षा नहीं कर सकती है तो सरकार को अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। क्योंकि मैं भी एक लड़की हूँ और दामिनी से मेरी संवेदनाएं जुडी हुयी है। मैं चाहती हूँ कि दोषियों को ऐसी सज़ा मिले कि वह भी तिल तिल कर मरें। सरकार से मेरी अपील है कि बलात्कार और छेड़छाड़ जैसे केसों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाय, जिससे दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा मिल सके। इस रेप काण्ड के अपराधी को नाबालिग कहकर फाँसी की सजा सुनाने पर विचार किया जा रहा है, ऐसा क्यो ...? जो नाबालिग यह बड़ा काण्ड कर सकता है, उसके दुष्कर्म से किसी बेक़सूर की जान जा सकती है, तो उसे सज़ा क्यों नहीं दिया जा सकता ...? क्या दिवंगत दामिनी की आत्मा को शांति मिल सकेगी ...?''
कमेटी महामंत्री मोहित शुक्ला ने कहा की "ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए युवाओं को आगे आना पड़ेगा। सरकार को सभी 6 आरोपियों को फांसी देनी पड़ेगी, भले ही उनमें से एक नाबालिग है। अगर वह रेप जैसा दुष्कर्म कर सकता है तो उसको सबसे कम सज़ा क्यों ? दामिनी तो चली गयी मगर लोगो को जगा गयी। हमारे देश को आज़ाद हुए 65 साल हो गये परन्तु लड़कियां अभी भी महफूज़ नहीं हैं।"
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