भोजपुरी सिनेमा में धमाल मचाने अभिनेत्री ज्योति जाटव जिन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत पहली भोजपुरी फिल्म ‘‘कलुआ बुबुआ’’ किया। इनकी दूसरी फिल्म है ‘‘दामाद चाहि फोकट में’’ है। इस हाॅट गर्ल का कहना है कि भोजपुरी इन्डस्ट्री में कम कपड़ों को लोग वल्गर बोलकर आपत्ति जताते हैं और आज खुले आम लड़कियाँ सड़कों पर शाॅट कपड़े पहनकर घूम रही हैं तो लोग उसपे शर्मिंदगी महसूस नहीं करते बल्कि उसे बुरी नजरिये से देखते हैं। रही बात भोजपुरी फिल्म फैमिली के साथ बैठकर देखने की तो गलत है आज हिन्दी फिल्मों में जिस तरह के दृश्य फिल्माये जा रहे हैं कि हम खुद शर्मसार हो जा रहे हैं लेकिन फिर भी सह परिवार के साथ बैठकर इन्ज्वाय कर रहे तो लोग उसपे उंगली नहीं उठा रहा है फिर भी उठा के कर ही क्या सकता, उसको तो बननी ही है बस ज्योति का अंदाज कुछ इसी तरह का है जो भोजपुरी निर्देशकों के साथ काम करके कुछ नया करना चाहती है।
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