रविवार, जुलाई 24, 2011
सुबह की शुरुवात अजीत के साथ
साल २००८ के अगस्त महीने में अचानक भोजपुरिया मनोरंजन के क्षेत्र में क्रांति आ गयी थी , क्योंकि उस दौरान भोजपुरी के पहले मनोरंजन चैनल महुआ का उदय हुआ था . जल्द ही इस क्रान्ति की तीसरी वर्षगाँठ मनाई जाएगी. इन तीन सालो में महुआ में अनेक परिवर्तन हुए , कई धारावाहिकों ने जबरदस्त सफलता हासिल की तो कई समय से पहले बंद हो गए . इन आवा जाहि के बीच महुआ के साथ अगर कुछ रहा जो निरंतर आगे बढ़ रहा है तो वो है महुआ की लोकप्रियता, लगातार चलता आ रहा कार्यक्रम बिहाने बिहाने और उसके एंकर अजीत आनंद . जी हाँ बिहाने बिहाने और महुआ का साथ पहले दिन से है और इसे मजबूती दे रहे हैं बिहार के सिवान के एक लोक गायक अजीत आनंद. गाँव के स्कूल और शहर के कोलेज के कार्यक्रमों में अपनी आवाज़ से लोगो को झूमने पर मजबूर कर देने वाले अजीत की ख्याति उसकी मधुर आवाज़ के कारण भोजपुरिया क्षेत्र में पहले से ही थी , जिसके कारण महुआ को तो फायदा हुआ ही महुआ के कारण अजीत की ख्याति भी पूरे देश में फ़ैल गयी. सादा जीवन उच्च विचार के हिमायती अजीत मानते हैं की महुआ ने उन्हें संजीवनी दी है और उसके कारण ही आज गैर भोजपुरिया भी उन्हें जानने लगे हैं. एक हज़ार एपिसोड पूरा कर चुके अजीत फिलहाल अभिनय के क्षेत्र में भी कदम रख चुके हैं . बतौर हीरो उनकी पहली फिल्म प्रेम लगन की शूटिंग समाप्त हो चुकी है और दुर्गा पूजा के अवसर पर रिलीज़ होगी . बहरहाल महुआ के पहले शो के एंकर होने के कारण यह कहा जाने लगा है की सुबह की शुरुवात अजीत के साथ.
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