फिल्म निर्माता से अभिनेता बने अनिल सम्राट अगर आपको किसी कोठे पर दिख जाये तो चौंकिएगा नहीं। दरअसल फ़िल्मी परदे पर अवतरित होने के बाद अब वो परदे पर ही कोठे की ख़ाक छानेंगे। जी हाँ बतौर अभिनेता उनकी दूसरी फिल्म कोठा पिछले दिनों लांच की गयी। कोठा के निर्माता विकास आर्य व निर्देशक मनोज श्रीपति हैं। फिल्म में अनिल सम्राट के साथ मोनालिसा, पंकज त्रिपाठी, संजीव झा की प्रमुख भूमिकाएं हैं। फिल्म के लिए गाने लिख रहे हैं राजेश मिश्रा वही संगीत तैयार करने का कार्य धनंजय मिश्रा कर रहे हैं। सुरेन्द्र मिश्रा द्वारा लिखित इस फिल्म को बिहार में घटित एक सच्ची घटना पर आधारित बताया जा रहा है। नवम्बर महिने में इस फिल्म की शुटिंग मुजफ्फरपुर की बदनाम गली चतुर्भूज में की जायेगी। गौरतलब है कि इस फिल्म के नायक अनिल सम्राट की अभी भोजपुरी फिल्म ‘‘दरार’’ प्रदर्शन को तैयार है।
गुरुवार, अगस्त 26, 2010
बुधवार, अगस्त 25, 2010
‘‘चेचक’’ से ग्रसित हुए दिनेश लाल यादव ‘‘निरहुआ’’!
दिनेश लाल यादव ‘‘निरहुआ’’ पिछले कुछ दिनों से ‘‘चेचक’’ से ग्रसित हो गये हैं। धार्मिक मान्यताओं में ‘‘बड़ी माई’’ के रूप में कही जाने वाली इस बीमारी से निरहुआ हैदराबाद में अपनी भोजपुरी फिल्म ‘‘आखिरी रास्ता’’ की शुटिंग के दौरान चपेट में आ गयें। ‘‘चेचक’’ के प्रभाव से इस फिल्म की शुटिंग बीच में छोड़ निरहुआ मुम्बई वापस आ गये और अपनी माँ की देखरेख में धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप इलाज करा रहे हैं। ‘‘चेचक’’ से ग्रसित निरहुआ के पूरे शरीर में जलन हो रही है और वे बुखार से भी ग्रसित है। निरहुआ अपने मुम्बई आवास पर पूरे परिवार के साथ स्वास्थ लाभ ले रहे है और किसी से भी मिल जुल नही रहे हैं। निरहुआ के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना हम करते हैं।
“Pakrauah Shaddi” is so flourising in UP & Bihar….Kalpana.
After gaining prestigious position as the versatile singer of Bhojpuri films, singer Kalpana has become the favorites of music directors and is the most sought after singer in Bollywood.
This Assamese girl is the darling of the North Indian belt and has been christened the uncrowned BHOJPURI QUEEN.
As Kalpana says, ANTARDWAND is finally releasing. This film got the distinction of bagging the Award for Best Social Issues in the 55th National Filmfare Awards. My mujra song - kaate na jawani hai o more raja, in this film got great applause. This song is the soul of the film.
I am so happy for the moments and proud for such recognition. It is a National Award winning film based on Groom Kidnapping.
As पीपली LIVE has brought the focus of Urban India to the issues faced in rural India, in an entertaining way, ANTARDWAND, too brings to light the social evil that plagues Rural India, in the mainstream media debate. Such forced marriages wreak huge emotional damage on both the girl and the boy. Kalpana says, I am more for the voiceless girl who is deeply entrenched in a male dominated feudalistic society where she has nothing else to fall back on.
Whether deserted or divorced -the life of a hapless girl in such a claustrophobic society becomes a hellish and endless journey. She bears the stigma of 'being married but not married'.
It is a story where everyone involved, pay a heavy price for the ugly patriarchal power play…it’s a society rotting while the country surges ahead to be a global power.
Antardwand is a film that strokes the sensitive, thinking viewer’s ire.I am so happy for the moments and proud to be part of a film with a social issue which peeps into the reality that is mofussil India, a feudal India refusing to die.
Groom abduction or “Pakrauah Shaddi” is so rampant in Bihar & Eastern UP and is touched upon in Antardwand. The film is very realistic, well made film, and more ever it’s a true story, which makes it more interesting….It brings to light that these unfortunate incidents still happen in India…True stories truly inspires me more than anything else. The true story in the film should be highlighted”…This film is getting big thumbs up from the A plus film fraternity in Bollywood.
When her other film ‘Saanncha’ was selected for The Cannes Film Festival, it added one more feather to her cap and proved a sort of milestone in her artistic career.
In one of her recent interviews Kalpana has confessed herself in these words, "In the beginning of my career as a playback singer, I had been lending my voice to all type of songs for films and albums, but I had an appetite for art films. This is a must listen song.With time, my maturity also went on increasing, along with my ambition for singing for movies which has a message of social cause.
Says Kalpana, these films has burning social problems of the society.
In yet to be released film ‘AAKROSH (Ajay Devgan) on honor killings in UP & Bihar, AAJ BHI’ & PAROKSH singer Kalpana’s voice touches the hearts and is bound to enhance her gifted flair to the peak of popularity. After her successful World Tour for the promotion of her International music album- Massical released by Bird Jam Label,Germany with Trilok Gurtu, singer Kalpana had lend her voice in the new version of the song on national integration- MILE SUR MERA TUMHARA.
She is busy now days judging SUR SANGRAM-2 in Mahua Tv with Bhojpuri super star Ravi Kishan.
‘‘महुआ’’ परिवार दर्शकों के प्यार से अभिभूत है: पी॰ के॰ तिवारी
भारत में बोली जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी भाषा भोजपुरी को आम परिवार के ड्राइंग रूम पहुचाने वाली मनोरंजक चैनल ‘‘महुआ टी॰वी॰’’ अपने प्रसारण का दूसरा साल समाप्त करने के बाद तीसरे साल में प्रवेश कर चुकी है। ‘‘महुआ टीवी’’ के सी॰ एम॰ डी॰, पी॰ के॰ तिवारी ‘‘महुआ’’ को मिले दर्शकों के प्यार और सहयोग से अभिभूत हैं। भोजपुरी गीत-संगीत को प्रतिष्ठापन, भोजपुरी सिनेमा को बड़ा बाजार मुहैया कराने से लेकर भोजपुरीया संस्कृति व समाज को आगे बढ़ाने में लगे पी॰ के॰ तिवारी से हमने खास बातचीत की। प्रस्तुत है अंश:-
‘‘महुआ’’ के सफलतापूर्वक दूसरा साल पूरा किया, आप इन दो वर्षों के सफर को कैसे आँकते हैं?
काफी सफल रहा है इन दो वर्षों का सफर। ‘‘महुआ’’ एक मास मिडियम है और हम इस बात से इंकार नही कर सकते की चैनल की रेटिंग पर ही व्यवसायीक, विज्ञापन की बात होती है और हमारे चैनल को आज सभी प्रमुख ब्रांडो का विज्ञापन प्राप्त हो रहा है जो की पूरी तरह से ये सिद्ध कर रहा है की हमारी दर्शक वर्ग भारी मात्रा में है। पिछले वर्ष और इस वर्ष में हुए ‘‘सुर संग्राम’’ और ‘‘डांस संग्राम’’ की सक्सेस फुल रेटिंग भी ‘‘महुआ’’ की लोकप्रियता दिखाती है।
‘‘महुआ टीवी’’ बिहार, यू॰ पी॰ व अन्य भोजपुरी भाषी क्षेत्रों में कई राष्ट्रीय मनोरंजक चैनलों को कड़ी टक्कर दे रहा है। आपकी राय?
मैं क्या कहूँ। बस, यही कह सकता हूँ की ‘‘महुआ परिवार’’ दर्शकों के प्यार और सहयोग से अभिभूत है। ये उनका हमारे ऊपर विश्वास और हमारे कार्यक्रमों को प्यार की बदौलत ही हमने ये स्थान प्राप्त किए हैं। पर ‘‘महुआ’’ को मिली भोजपुरीया दर्शकों का प्यार ही है की आज प्रमुख मनोरंजक चैनल भोजपुरीया थींमस की धारावाहिक निर्माण कर रही है।
‘‘महुआ’’ अपने दर्शकों के लिए नया क्या कर रहा है?
महुआ हर वर्ग व हर उम्र के दर्शकों के लिए कई नए शो लेकर हाजिर हो रहा है। अभी ‘‘महुआ’’ पर पारिवारिक धारावाहिक ‘‘अखण्ड सौभाग्यवती’’, संगीत प्रमियों के लिए ‘‘सुर संग्राम-2’’, जय जय शिव शंकर, बच्चों के लिए एक रियलिटी शो, कोमेडी शो इत्यादि ला रहा है।
‘‘महुआ बंग्ला’’ की शुरूआत महुआ मिडीया प्रा॰ लि॰ नेटवर्क की एक और उपलब्धि है। वहाँ पर मार्केट में कम्पीटीशन कैसा है?
देखिए, कम्पीटीशन तो हर जगह है चाहे वे भोजपुरी या बंग्ला हों। बंग्ला में मार्केट बड़ा होने के कारण कम्पिटीशन थोड़ा है। हमने एक यूनिक फुटबाल बेसड् रियलिटी प्रोग्राम कर चैनल की ग्रैण्ड लांचिंग की। हम कई बंग्ला के फिकसन शो लेकर आ रहे हैं। हम कई निर्माताओं को अपने चैनल के लिए फिल्म निर्माण का ऑफर दिया है। हमने उम्मीद है कि ‘‘महुआ’’ की तरह ही बंग्ला चैनल भी दर्शकों के दिलों-दिमाग पर छा जायेगी।
आगे की क्या योजनाएँ?
बस देखिए और इंतजार किजीए। ‘‘महुआ टीवी’’ ने पूरा किया दो साल! भारत में बोली जाने वाली दूसरी बससे बड़ी भाषा भोजपुरी को आम परिवार के ड्राइंग रूम में प्रतिष्ठापित करने वाली मनोरंजक टीवी चैनल ‘‘महुआ’’ ने अपने सफलतापूर्वक प्रसारण का दूसरा साल पूरा कर लिया। अगस्त में दो साल पूर्व ‘‘महुआ टीवी’’ के मुखिया पी॰ के॰ तिवारी द्वारा शुरू किया ये मनोरंजन चैनल मात्र 2 वर्षों के सफर में ही विशिष्ठ दर्शक वर्ग बनाने में सफल रहा। भोजपुरी गीत-संगीत को प्रतिष्ठापन, भोजपुरी सिनेमा को एक बड़ा बाजार मुहैया कराने से लेकर भोजपुरी संस्कृति और समाज को आगे बढ़ाने में ‘‘महुआ टीवी’’ ने बहुत ही अहम भूमिका निभाई है। आज महुआ टीवी ने देश के कई प्रमुख राज्यों व क्षेत्रों में बहुत से बड़े हिन्दी मनोरंजन चैनलों को जोरदार चुनौती देते हुए अपना परचम लहराया है। बिहार, यू॰ पी॰ व झारखंड में ‘‘महुआ’’ के साथ-साथ ‘‘महुआ परिवार’’ की ही न्यूज चैनल ‘‘महुआ न्यूज’’ ने लोकप्रियता का पहला पायदान प्राप्त करते हुए दर्शकों में विशिष्ठ पहचान बनाई है। अपने 2 वर्षों के सफलता भरे प्रसारण के दौरान महुआ मिडीया प्राइवेट लि॰ ने एक बंग्ला चैनल ‘‘महुआ बंग्ला’’ भी शुरू किया है जो सफलता कि ओर बढ़ चुका है।
रिंकू बनी टीवी पत्रकार !
अदाकारा रिंकू घोष अब टीवी रिपोर्टर की भूमिका निभा रही है। वे ‘‘महुआ टीवी’’ के रियलिटी शो ‘‘बड़का साहब’’ में एक टीवी रिपोर्टर की भूमिका में हैं । रिंकू ‘‘बड़का साहब’’ के घर में एंट्री लेने वाले हर मेहमानों का इन्टरव्यू लेंगी। वे घर में उनके जाने की दिचस्पी और प्लानिंग के संबंध में बातचीत करेगी। बतौर ‘‘महुआ न्यूज’’ की रिपोर्टर बनी रिंकू घोष की यह पहली भूमिका में जिसमें वे रिपोर्टर बनी है। बकौल रिंकू घोष बड़ा ही मजा आ रहा है और यह मेरा पहला अनुभव है इस तरह के किरदार का। आज तक हमने सिर्फ इन्टरव्यू दिए है लेकिन अब लेना पड़ रहा है। उम्मीद है की दर्शको को यह मेरा नया लुक पसंद आयेगा।’’ गौरतलब है कि रिंकू घोष सोनी चैनल के लिए धारावाहिक ‘‘दुर्गेश नंदनी’’, कलर्स के लिए ‘‘मोहे रंग दे’’ में नजर आ चुकी है व महुआ के लिए ‘‘इम्तिहान’’ धारावाहिक कर रही है।
‘‘बड़का साहब’’ के घर पहुँचे निरहुआ व पाखी!
‘‘महुआ टीवी’’ पर मस्ती से भरी शो ‘‘बड़का साहब’’ के घर में एंट्री मारने जा रहे है दिनेश लाल यादव ‘‘निरहुआ और मशहुर अभिनेत्री पाखी। इस शुक्रवार को रात्रि 7.00 बजे ये दोनों सिनेस्टार ‘‘बड़का साहब’’ के घर में एंट्री मारेगे और घर के सदस्यों के साथ इस घर में कुछ मस्ती भरे पल बितायेगें। बतौर प्रिंस चामींग और प्रिसेंज, निरहुआ व पाखी शाही रथ पर सवार होकर ‘‘बड़का साहब’’ के निमंत्रण पर घर में पहुचेगें। फिर घर में एंट्री के साथ सभी सदस्यों में अलग सी स्फूर्ती का संचार हो जायेगा। घर में एंट्री के साथ मशहुर अभिनेत्री रिंकू घोष इनका इंटरव्यू लेती है। हवेली के अंदर निरहुआ व पाखी की जबरदस्त स्वागत की जायेगी और फिर इनके सम्मान में घर के सदस्य नाच गाने का इंतेजाम करेगें, जिसमें खुद निरहुआ व पाखी भी ठुमके लगायेगें। वे अपने फिल्मों के हिट गानों पर खुलकर डाँस करेगें और खूब धमाल भी मचायेगें। पूरे मस्ती और आनंद के साथ निरहुआ-पाखी ‘‘बड़का साहब’’ के सदस्यों का दो दिनों की हसीना बना देगें। इसका प्रसारण ‘‘महुआ’’ पर शुक्रवार रात्रि 7.00 बजे किया जायेगा।
शुक्रवार, अगस्त 20, 2010
बनावटी होता है फ़िल्मी जीवन - बिपिन बहार
अपने क्षेत्र में नित नए प्रयोग करने के लिए मशहूर गीतकार - अभिनेता बिपिन बहार एक साल के एकांतवास के बाद फिर से भोजपुरी जगत में सक्रिय हो गए हैं। एक साल तक चुपचाप अपने काम में मशगूल रहे बिपिन की हाल ही में एक फिल्म भोजपुरिया डोन रिलीज़ हुई जबकि हाल ही में उन्होंने एक फिल्म करेंट मारे गोरिया का म्यूजिक देकर खुद को म्यूजिक डायरेक्टर की श्रेणी में भी खड़ा कर दिया । एक साल के इस बनवास के बाद आखिरकार पिछले दिनों वो मिडिया के समक्ष उपस्थित हुए। प्रस्तुत है बातचीत के अंश -
बिपिन जी एक साल तक एकांतवास में रहे कोई ख़ास वजह ....
मैं मुंबई में ही था। दरअसल मैं अपनी फ़िल्मी जीवन शैली से उब चूका था। बनावटी सब कुछ बनावटी है यहाँ और यही स्टेटस मुझे काफी परेशान कर रहा था। इसीलिए मैंने अपने आपको रिफ्रेश करने के लिए सबसे दूर रहना ही बेहतर समझा । मिडिया के हमारे मित्रो ने भी संपर्क किया तो मैंने चुप्पी साध ली।
इस दूरी से आपके काम पर कितना असर पड़ा ?
अच्छा सवाल है...आपने उस साधू की कहानी सुनी होगी जो बार बार बिच्छु द्वारा डंक मरे जाने के बाद भी उसे बचाता रहा था । असल में जिंदगी को देखने का अपना अपना एक नज़रिया होता है। बाहरी तौर पर भले ही मेरे काम का ग्राफ थोडा गिरा हो लेकिन आत्मिक संतुष्ठी और खुशियों का ग्राफ काफी बढा है। इस साल भर में मैंने कई रचनात्मक काम किये । मेरी पहली भोजपुरी कविता संग्रह थेथर मन प्रकाशन को तैयार है। महात्मा गाँधी की आतमकथा का अनुवाद पूरा हो चूका है। कुरआन - बाइबिल के भोजपुरी अनुवाद पर लगा हुआ हूँ। लेखन के अलावा मुंबई से सटे वसई के वालीव के अनाथाश्रम का भ्रमण भी काफी सुकून पहुचाया।
गीतकार से अभिनेता और अब संगीतकार .....
ऐसे किसी भ्रम में नहीं हूँ । गीतकार - संगीतकार या अभिनेता होना एक महान कार्य है। मैं ना तो गीतकार, संगीतकार और ना ही अभिनेता हूँ। मात्र चंद शब्दों की तुकबंदी जोड़ के रोटी कमाने की कला किसी को महान गीतकार नहीं बना सकती । हाँ अपने बारे में इतना भ्रम ज़रूर है की मैं एक अच्छा इंसान हूँ। रही बात अभिनय और संगीत निर्देशन की तो इसे छोड़ने पकड़ने जैसी कोई बात नहीं है। भोजपुरिया डोन में मेरे अभिनय की सराहना की जा रही है । मैं फिलहाल तीन चार फिल्मो का संगीत दे रहा हूँ जिसमे करेंट मरे गोरिया का काम पूरा हो चूका है।
भोजपुरी फिल्म जगत की वर्तमान हालत से आप कितना संतुष्ट हैं ?
बहादुर शाह ज़फर का मशहूर शेर है ....
ये चमन यूं ही रहेगा और हजारो जानवर , अपनी अपनी बोलिया सब बोल के उड़ जायेंगे
बहुत सुखद हालत में है भोजपुरी फिल्म जगत । रवि किशन, मनोज तिवारी, निरहुआ, पवन सिंह, की स्टारडम से फिल्म जगत उड़ान पर है। सुदीप पांडे, प्रवेश लाल, विनय आनंद, पंकज केसरी, उत्तम कुमार, दीपक दुबे जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों की लम्बी फेहरिस्त पाकर भोजपुरिया जगत इतर रहा है। एक और नए कलाकार मनोज पांडे ( निर्देशक राजकुमार पाण्डेय के भाई ) ने अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज करायी है।
क्या राजनीति में भी किस्मत आजमाने का इरादा है ?
बिल्कुल नहीं, आज के सन्दर्भ में कहूँ तो नेता माने बेशर्म , जिसका कोई निश्चित चरित्र और सिद्धांत न हो । देश की साड़ी समस्याएं इन नेताओ की ही दें है। अभी देख लीजिये जाती आधारित जनगणना हो रही है । अगर उन्हें सचमुच विकास करना होता तो वे प्रति व्यक्ति आय पर आधारित जनगणना कराते।
अपने प्रशंसको के लिए क्या कहेंगे ?
कोई भी तकनिकी दक्षता इंसानियत से ऊपर नहीं है । अगर आपका पाप और अत्याचार इंसान के बस का नहीं रहता तो ज्यादा खुश मत होइए। आसमान बिजली गिराकर जला देता है, बादल फटने जैसी अकल्पनीय घटनाएं प्रकट होती है। सुनामी और ज्वालामुखी के रूप में परमेश्वर अपने ही बनाये चीज़ का नाश कर डालता है। अतः दुसरे को क्षति पहुचाये जीवन का आनद लीजिये।
बुधवार, अगस्त 18, 2010
पहली बार कश्मीर में होगी भोजपुरी फिल्म की शूटिंग
भोजपुरी फिल्मो के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब किसी फिल्म की शूटिंग कश्मीर में होगी। जी हाँ मारुती क्रियेशन के बैनर तले निर्माता रमन पंचौरी व आभा सिंह एवं निर्देशक टी .बौबी सिंह की फिल्म करेंट मारे गोरिया की शूटिंग जम्मू कश्मीर में की जायेगी। निर्माता रमन पंचौरी के अनुसार करेंट मारे गोरिया की आधी शूटिंग मुंबई में कर ली गयी है। फिल्म का शेष भाग कहानी की मांग के अनुसार कश्मीरी परिवेश की है इसीलिए हमने वास्तविक लोकेशन पर ही शूटिंग करने का फैसला किया है और हमें वहाँ के कुछ गणमान्य लोगो का सहयोग भी हासिल हो गया है। आतंकवाद प्रभावित क्षेत्रो में शूटिंग कैसे संभव हो पायेगा ? यह पूछे जाने पर उन्होंने बताया की हमें कुछ इलाको में ही शूटिंग की अनुमति मिली है। उल्लेखनीय है की इस फिल्म से एक कश्मीरी अभिनेत्री रितु मेहरा भी भोजपुरी फिल्म जगत में कदम रख रही है। फिल्म की एक और विशेषता ये है की कई सफल फिल्मो का निर्माण कर चुके निर्देशक बौबी सिंह इस फिल्म से अभिनय के क्षेत्र में कदम रख चुके हैं। फिल्म के मुख्य कलाकारों में विरह सम्राट विजय लाल यादव, अजय दीक्षित , मॉडल से अभिनेत्री बनी महक मल्होत्रा, भोजपुरी की मशहूर लोक गायिका वर्षा तिवारी आदि शामिल हैं। बिपिन बहार के संगीत से सजी इस फिल्म के गीतकार बिपिन बहार, प्यारेलाल कवी जी और फणीन्द्र राव हैं। फिल्म की शूटिंग सितम्बर के दुसरे सप्ताह में जम्मू कश्मीर में होगी।
ब्लोक बस्टर रवि किशन
अगर मेहनत किया जाये तो सफलता आपके कदम चूमेगी ही। यह कहाबत इन दिनों पूरी तरह से लागू हो रही है भोजपुरी के सदाबहार सुपर स्टार रवि किशन पर जिनकी इन दिनों हर फिल्म सफलता का परचम लहरा रही है। ना सिर्फ भोजपुरी बल्कि हिंदी फिल्म जगत और छोटे परदे पर भी रवि किशन का जादू सर चढ़ कर बोल रहा है। इस साल निर्देशक राजकुमार पांडे व निर्माता दिलीप जयसवाल की फिल्म देवरा बड़ा सतावेला से शुरू हुआ उनकी सफलता का सफ़र निरंतर जारी है। देवरा के बाद आई उनकी फिल्म बलिदान, सत्यमेव जयते और जरा देब दुनिया तोहरा प्यार में ने भी सफलता का इतिहास बनाया है। इसी शुक्रवार को रिलीज़ हुई राजकुमार पांडे की लहरिया लूटःए राजा ने भी बॉक्स ऑफिस पर एतिहासिक शुरुवात की है। रवि किशन की इस साल आने वाली अन्य फिल्मो से भी ट्रेड विश्लेशको को अच्छी उम्मीद है। सिर्फ भोजपुरी ही नहीं हिंदी फिल्म जगत में भी रवि किशन का डंका बज रहा है। श्री अष्टविनायक की लक , श्याम बेनेगल की वेल डन अब्बा, मणिरत्नम की रावण के बाद रवि किशन अब जल्द ही नज़र आयेंगे सैफ अली खान की होम प्रोडक्शन फिल्म एजेंट विनोद में । अगले माह रिलीज़ हो रही इमोशनल अत्याचार में भी रवि किशन मुख्य भूमिका में हैं। कुल मिलकर यही कहा जा सकता है की रवि किशन भोजपुरी के इकलौते स्टार हैं जिसका सिक्का हर क्षेत्र में चल रहा है।
मंगलवार, अगस्त 17, 2010
अरे कहीं ये विक्रांत तो नहीं
शीर्षक पढ़कर आप सौंच रहे होंगे की आखिर भोजपुरिया स्टार विक्रांत सिंह के बारे में कहा क्या जा रहा है ? वैसे जो लोग भोजपुरी फिल्मो से ताल्लुक रखते हैं वो समझ ही गए होंगे की विक्रांत सिंह अब रोमांस के साथ साथ जबरदस्त एक्शन भी करने जा रहे हैं। दरअसल विक्रांत भोजपुरी के इकलौते चोकलेटी स्टार माने जाते हैं लेकिन इन दिनों वो फिल्मो में जबरदस्त एक्शन करते दिखाई देने वाले है और यही वजह है की आज भोजपुरी के सभी निर्माता - निर्देशकों में विक्रांत की नाम की चर्चा जोरो में हैं क्योंकि उनका अलग अलग अंदाज़ लोगो को सोचने पर मजबूर कर दिया है की किसी ख़ास इमेज में विक्रांत को बांधना ठीक नहीं है। भोजपुरी के प्रसिद्द निर्देशक जगदीश शर्मा की फिल्म कुरुक्षेत्र हो या चर्चित फिल्म गुंडई राज दोनों में ही विक्रांत का लुक अनोखा है। विक्रांत सिंह से जब उनके इस नए लुक के बारे में पुछा गया तो उन्होंने कहा की ये सब दर्शको का प्यार और हमारे निर्देशकों का आशीर्वाद है जिसके कारण हमें कुछ नया करने की प्रेरणा मिलती है। विक्रांत ने बताया की उनकी आने वाली फिल्मो कुरुक्षेत्र गुंडई राज के अलावा अपने बेगाने व अखाड़ा में भी उनका नया अंदाज़ दर्शको को देखने को मिलेगा।
शनिवार, अगस्त 14, 2010
20 अगस्त को रिलीज होगी ‘‘लहरिया लूटऽ ए राजा जी’’
निर्माता-निर्देशक राजकुमार आर0 पाण्डे की रोमांटिक-एक्शन मयूजिक फिल्म ‘‘लहरिया लूटऽ ए राजा जी’’ आगामी 20 अगस्त से सिनेमाघरों में दस्तक देने को तैयार हैं। आदिशक्ति एन्टरटेनमेंट द्वारा प्रस्तुत व साईदीप फिल्मस् के बैनर तले बनी इस फिल्म में भोजपुरिया सुपर स्टार रवि किशन व पाखी हेगड़े की हिट जोड़ी हैं। राजकुमार पाण्डे के निर्देशन में तैयार इस फिल्म को खुद उन्होंने ही निर्मित किया है फिल्म में मुख्य पात्रों में रवि किशन, पाखी हेगड़े, स्वामी वर्मा, प्रदीप पाण्डे ‘‘चिंटू’’, सुप्रेणा सिंह, आनंद मोहन, संजय पाण्डेय, बृजेश त्रिपाठी, गोपाल राय, अयाज़ खान, वंदनी मिश्रा, अवधेश मिश्रा व नया चेहरा मनोज पाण्डे हैं। मधुर व कर्णप्रिय गीतों से सजी इस फिल्म के गानें लिखे हैं विनय बिहारी , प्यारेलाल यादव, श्याम देहाती व गैरीश ने वही संगीत मधुकर आनंद का है। फिल्म के छायाकार प्रमोद पाण्डे, संपादक जीतेंद्र सिंह जीतू हैं।
चाईनीज निर्माता की भोजपुरी फिल्म ‘‘चुन्नू बाबू सिंगापुरी’’
भोजपुरी फिल्मों का स्वर्णिम दौर चल रहा है। इससे उत्साहित होकर अप्रवासी भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी निर्माता भी भोजपुरी फिल्म निर्माण में दिलचस्पी ले रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला, पिछले दिनों मुंम्बई के अंधेरी स्थित काँसा रेस्टोरेंट में जब चाईनीज निर्माता के. एस टेंग व जैस्मिन चुआ ने अपनी फिल्म निर्माण कंपनी पोलानिया वत्स इन्टरटेनमेंट के बैनर तले भोजपुरी फिल्म ‘‘चुन्नू बाबू सिंगापुरी’’ का शानदार मर्हुत किया। गौरतलब है कि यह पहला अवसर होगा, जब कोई चाईनीज निर्माता भोजपुरी फिल्म निर्माण का रहा है। फिल्म के निर्देशन की कमान संभाली है मनोज श्रीपती झा ने जो इससे पहले ‘‘प्यार बिना चैन कहाँ रे’’ जैसी सुपरहिट फिल्म का निर्देशन कर चुके हैं। फिल्म में ‘चुन्नी बाबू सिंगापुरी’ का टाईटल कैरेक्टर निभा रहे हैं विरेन्द्र के. पाण्डे वही इनकी नायिकायें हैं ‘‘हॉट गर्ल मोनालिसा’’ व ‘‘राखी त्रिपाठी’’। फिल्म में लोकगायक आनंद मोहन, पंकज त्रिपाठी, संजीव झा, बालेश्वर भी मुख्य भुमिकाएँ निभा रहे हैं। बकौल चुन्नी बाबू सिंगापुरी यानि विरेन्द्र पाण्डे यह मेरा बचपन का सपना था जो आज पूरा हो गया। चाईनीज निर्माता के. एस. टेंग व जैस्मिन चुआ ने आशा प्रकट की भोजपुरी इंडस्ट्री का पूरा सहयोग उन्हें मिलेगा। निर्देशक मनोज श्रीपती झा व टाईटल भूमिका प्ले कर रहे विरेन्द्र पाण्डे ने कहा की भोजपुरी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुँचाने की दिशा में ये पहला कदम है। फिल्म के निर्देशक मनोज श्रीपती ने बताया कि फिलहाल संगीत निर्देशक मनोज मतलबी के निर्देशन में गाने की रिकोर्डिंग की जा रही है। फिल्म के गीतकार राजेश मिश्रा, मनोज मतलबी, छायंाकन रंजन मिश्रा, लेखक सुरेन्द्र मिश्रा, संपादक विभूती भूषण व प्रचारक प्रशांत-निशांत हैं। फिल्म की शूटिंग अक्टूवर में सिंगापुर के मनोरम लोकेशनों पर की जाएगी।
पानी पर दौड़ेगा जूनियर निरहुआ!
आज तक आपने हीरो को हवा में उछल-उछल कर मारधार करते देखा होगा या फिर आग में जलकर नायिकाओं को बचाते हुए भी देखा होगा। किसी हीरो को आपने हेलिकोप्टर पर हैरतअंगेज कारनामों को अंजाम देते हुए भी देखा होगा, लेकिन पानी पर दौड़ते हुए क्या आपने किसी को देखा है। संभवतः नही, देखा होगा। लेकिन, तो अब आप देखीए भोजपुरी सिनेमा के यूथ्स सुपरस्टार जूनियर निरहुआ को पानी पर दौड़ते हुए! चैक गये ना। लेकिन ये बिल्कुल सच है। जूनियर निरहुआ अपनी आगामी फिल्म ‘‘दिल’’ में ये कारनामा करते नजर आयेगें। अभी हाल ही में इस दृश्य की शुटिंग हुई जिसमें की कॉलेज की लड़की बनी अदाकारा पाखी को इंप्रेश करने के लिए जूनियर निरहुआ पानी पर ही दौड़ने लगते है और साथ में ठुमके भी लगाते हैं। बकौल, जूनियर निरहुआ ‘‘इस दृश्य को फिल्माते वक्त मुझे काफी मजा आया और उम्मीद है की दर्शकों को भी ये काफी पसंद आयेगी। पूछे जाने पर ‘‘ये प्रस्ताव जब आया तो कैसा महसूस हुआ?’’ वे झट से बोलते है की ‘‘एक अभिनेता का काम निर्देशक की सोच को साकार करना होता है और मैने वही किया है। आगे वे कहते है कि ‘‘आज दर्शक वही पसंद करते है जो कि वे कल्पना कर सके। जिसे वे सहजतापूर्वक निभा सकते हैं वे कभी देखना भी नही चाहते। दर्शकों को वही अच्छा लगता है जो की उन्हें रोमांचक लगे। ‘‘दिल’’ का निर्माण ऋषि इंटरनेशनल के बैनर तले किया जा रहा है और इसकी शुटिंग पुरी हो चुकी है। ‘‘दिल’’ के निर्माता अशोक गुप्ता है। फिलहाल, जूनियर ‘‘दिल’’ के बाद ‘‘दुश्मनी’’ की शुटिंग की तैयारी में हैं। तो हो जाईए तैयार जुनियर निरहुआ के हैरतअंगेज कारनामा के दीदार के लिए।
बसंती की यादें ताजा करेंगी पाखी!
आपको तो ‘‘शोले’’ मूवी में हेमा मालिनी द्वारा निभाई हुई ‘‘बसंती’’ की चुलबुली किरदार तो जरूर याद होगी। ‘‘बसंती’’ की वह मस्त-मौला वाली जिंदगी, बेबाक बातचीत का अंदाज और उसका बिंदास स्टाईल! आप सबों के दिलों-दिमाग पर ये हर वक्त याद आ रहने वाला किरदार रहा है। लेकिन भाई! हम आखिर इसकी चर्चा क्यों कर रहे? तो जवाब है की इसी तरह का किरदार अब आपको भोजपुरी पर्दे पर नजर आने जा रहा है। जी हाँ, भोजपुरिया पर्दे पर प्रदर्शन को तैयार निर्माता-निर्देशक राजकुमार आर. पाण्डेय की ‘‘लहरिया लूटऽ ए राजा जी’’ में भोजपुरी फिल्मों की मशहूर अदाकारा पाखी हेगड़े ठीक इसी तरह की भूमिका निभाते नजर आने वाली है। पाखी इस फिल्म में एक ऐसी चुलबुली सी लड़की का किरदार निभा रही हैं जो की अपनी जिंदगी में मस्त मौला है, बिंदास स्टाईल वाली हैं और हाजिर जवाबी भी। वे फिल्म के नायक के पीछे हर वक्त पड़ी रहती है और उसे परेशान करती रहती हैं। इस फिल्म में पाखी के नायक की भूमिका में भोजपुरिया सुपरस्टार रवि किशन है, फिल्म में इन दोनों का ‘‘लव एंगल’’ दिखाया गया है।
भरत शर्मा ने बनाया मुंबई में बसेरा
भोजपुरी लोक गायिकी के भीष्म पितामह कहे जाने वाले प्रसिद्द लोक गायक भरत शर्मा व्यास ने अब बक्सर ( बिहार), बनारस , दिल्ली के बाद देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में भी अपना बसेरा बना लिया है। इतना ही नहीं वे गायकी के साथ साथ अभिनय में भी सक्रिय हो गए हैं। हाल ही में अखिल विश्व भोजपुरी समाज मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए भरत शर्मा ने पिछले दिनों अभिनेत्री ने निर्मात्री बनी नीतू चंद्रा की पहली भोजपुरी फिल्म देसवा के लिए एक गाना गया । इस दौरान उनसे हुई बातचीत में उन्होंने कहा की वे पिछले ३९ साल से भोजपुरी लोक गायकी से जुड़े हैं इस दौरान उनके गाये गीतों का ३०० अल्बम बाज़ार में आ चूका है। लगभग दो दर्ज़न राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित हो चुके भरत शर्मा भोजपुरी के चैनल महुआ, मैजिक टीवी पर भी नित अपने कार्यक्रम देते रहते हैं। महुआ टीवी के स्वतंत्रता दिवस स्पेशल कार्यक्रम में उन्होंने शमा बाँध दी । भोजपुरी के अन्य गायकों से अलग सादगी पसंद भरत शर्मा का कहना है की उन्होंने फिल्म जगत की चकाचौंध को अपने में आत्मसात करने के वजाए भोजपुरी लोक गीतों को उचित सम्मान दिलाने के लिए ही प्रयास किया । भरत शर्मा की इसी काबिलियत का ही नतीजा है की आज देश विदेश में होने वाले भोजपुरी के हर महोत्सव चाहे वो कजरी हो, फगुआ हो, निर्गुण हो या फिर पूर्वी हर जगह उनकी उपस्थिति अनिवार्य मानी जाती है। बहरहाल मुंबई में बसेरा बनाने से भोजपुरी फिल्म जगत को भरत शर्मा व्यास से ज़रूर फायदा होगा।