गुरुवार, मार्च 18, 2010
हिंदमाता बनेगा ‘मिनीप्लेक्स’
दादर का मशहूर ‘हिंदमाता’ सिनेमा नए अवतार में नज़र आएगा। वहाँ एक ‘मिनीप्लेक्स’ बनेगा। यहाँ वे सारी सुविधाएँ होंगी जो किसी मल्टीप्लेक्स में होती हैं पर यहाँ टिकटों की कीमत काफी कम होगी। ‘मिनीप्लेक्स’ का यह कंसेप्ट जीवी फिल्म्स के अध्यक्ष एमवी बालागिरी की देन है।इस संवाददाता के साथ बातचीत में बालागिरी ने बताया कि महाराष्ट्र में कंपनी 75 मिनीपलेक्स बनानेवाली है। मिनीप्लेक्स के जरिए बालागिरी ने निम्न व मध्यमवर्गीय दर्शकों पर फोकस किया है जिनके लिए 200 व 300 रुपये के महंगे टिकट के कारण मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखना काफी मुश्किल है। मिनीप्लेक्स में 75 से 150 के करीब सीटें होंगी और टिकटों की कीमत 40 से 60 रुपये होगी। ‘हिंदमाता’ का नाम वही रहेगा पर वहाँ थिएटर के ऊपर जीवी स्टूडियो का नाम जरुर चमकेगा। कंपनी ने तंजावुर में पाँच स्क्रीन और गुड़ायतम में तीन स्क्रीन का मिनीप्लेक्स हाल ही में शुरू किया है। बालागिरी बताते हैं कि महाराष्ट्र के अलावा कंपनी गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में दो वर्षों के भीतर 500 मिनीप्लेक्स का जाल बिछाने जा रही है। जीवी फिल्म्स ने दो मराठी फिल्म ‘का करू कसा करू’ व ‘अल्प विराम’ का निर्माण किया है। कंपनी मनोरंजन के साथ ही सार्थक फिल्मों पर भी ध्यान दे रही है। नमक मजदूरों के संघर्ष पर आधारित हिंदी फिल्म ‘व्हाइट लैंड’ का निर्माण पूरा हो चुका है। जीवी फिल्म्स मणिरत्नम के भाई जी वेंकटेश्वर ने 1989 में शुरू की थी और स्टाॅक एक्सचेंज में लिस्ट होने वाली पहली एंटरटेनमेंट कंपनी है।
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